भारत की शानदार जीत और अक्षर पटेल की अद्भुत भूमिका
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में भारत ने इंग्लैंड को 68 रनों से मात दी। इस जीत में ऑलराउंडर अक्षर पटेल की भूमिका बेहद खास रही। अक्षर, जिन्होंने 'बापू' उपनाम से महात्मा गांधी जैसे आदर्श अपनाए हैं, ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने न केवल गेंदबाजी में बेहतरीन योगदान दिया, बल्कि बल्लेबाजी में भी अपनी क्षमता दिखाई।
पटेल का बेहतरीन प्रदर्शन
अक्षर पटेल ने 3 विकेट झटके और 10 रन भी बनाए। उनकी यह पारी खेल के किसी भी मोड़ पर निर्णायक साबित हो सकती थी। उन्होंने पावरप्ले में ही इंग्लैंड के मुख्य बल्लेबाज जोस बटलर को पवेलियन भेजकर मजबूत स्थिति में ला दिया। उनके इस प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड की टीम 103 रनों पर सिमट गई।
सोशल मीडिया पर लगी तारीफों की झड़ी
अक्षर पटेल के शानदार प्रदर्शन पर भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर तारीफों की झड़ी लगा दी। उन्होंने महात्मा गांधी की याद में अक्षर को 'बापू' के नाम से पुकारना शुरू कर दिया। इस दौरान कई मीम्स और पोस्ट्स शेयर किए गए, जिसमें अक्षर को सौ रुपये के नोट पर फोटोशॉप किया गया। प्रशंसकों का जोश और उत्साह देखते ही बना।
एक फैन ने लिखा, 'एक आदमी मर सकता है लेकिन उसके विचार नहीं। बापू का अंग्रेजों पर जीतना स्थायी है।' वहीं, एक अन्य फैन ने तारीफ करते हुए कहा, 'अक्षर पटेल कौन हैं? अंधों के लिए, वह रोशनी हैं। भूखों के लिए, वह रोटी हैं...'
पटेल की गेंदबाजी का असर
अक्षर पटेल की गेंदबाजी ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को काफी परेशानी में डाल दिया। पावरप्ले में उनकी कसी गेंदबाजी ने इंग्लैंड के ओपनर्स को रन बनाने का मौका नहीं दिया। उनकी गेंदबाजी के असर का पता इसी से चलता है कि इंग्लैंड की टीम पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाई।
खेल की तारीफ और आगे की उम्मीदें
पटेल का यह प्रदर्शन न केवल इस सेमीफाइनल मैच में निर्णायक रहा, बल्कि इसने भारतीय टीम की उम्मीदें भी बढ़ा दी हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि वह किसी भी बड़े मुकाबले में खेल को अपनी दिशा में मोड़ सकते हैं। भारतीय टीम की इस जीत से अब फाइनल में उनकी तैयारी और भी मजबूत होगी।
इन परिस्थितियों में, अक्षर पटेल का प्रदर्शन और उनकी टीम के साथियों का विश्वास घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट प्रशंसकों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
Seemana Borkotoky
अक्षर ने जो किया, वो सिर्फ क्रिकेट नहीं, एक अहिंसक जीत थी। बापू का नाम लेकर भी अंग्रेजों को हराना... ये तो भारत की आत्मा की जीत है।
कल रात मैंने एक बूढ़े आदमी को देखा, जो टीवी के सामने आँखें भरकर रो रहा था। उसने कहा, 'ये बच्चा मेरे बापू की तरह है।'
Sarvasv Arora
बापू का नाम लेकर क्रिकेट में धोखा देना? ये तो शामिल नहीं, बल्कि अपमान है। गांधी जी का नाम लेकर एक खिलाड़ी को बाजार में बेच रहे हो।
Jasdeep Singh
अक्षर का ये प्रदर्शन? बस एक आधा-आधा ऑलराउंडर का एक शानदार दिन। इंग्लैंड ने बाकी खिलाड़ियों को नज़रअंदाज़ कर दिया था। अगर रोहित या विराट नहीं होते, तो अक्षर का नाम किसी को याद नहीं आता। ये सब जमकर प्रचार है। जो लोग बापू के नाम पर मीम्स बना रहे हैं, वो भी अपने नाम के लिए नाटक कर रहे हैं। ये नेशनलिस्ट बवाल बस एक निर्माण है।
Rakesh Joshi
ये जीत भारत की आत्मा की जीत है! अक्षर ने न सिर्फ गेंदबाजी की, बल्कि दिलों को छू लिया। इंग्लैंड के बल्लेबाज डर गए थे उसकी गेंदों से... और फिर वो बापू के नाम से जुड़े! ये तो इतिहास बन गया! 🇮🇳🔥
HIMANSHU KANDPAL
क्या तुमने देखा? जब अक्षर ने बटलर को आउट किया, तो टीम इंडिया के कोच ने आँखें बंद कर लीं। क्या वो दुआ कर रहे थे? या फिर... कुछ और था? क्या ये सब नियोजित था? क्या बापू का नाम भी किसी के लिए टूल है?
Arya Darmawan
अक्षर पटेल की गेंदबाजी का एवरेज इकोनॉमी रेट? 4.8 रन/ओवर! और उनकी बल्लेबाजी का स्ट्राइक रेट? 142! ये टी20 क्रिकेट में एक ऑलराउंडर के लिए बिल्कुल परफेक्ट है! और ये सब उनकी शांत अदाकारी के साथ! जब तुम दिल से खेलते हो, तो नतीजे अपने आप आ जाते हैं! भारत के लिए गर्व की बात है!
Raghav Khanna
अक्षर पटेल के प्रदर्शन को श्रद्धांजलि देना उचित है। उनकी शांत अदाकारी, दृढ़ता, और अहिंसक दृष्टिकोण ने वास्तविक रूप से भारतीय मूल्यों को प्रतिबिंबित किया है। इस प्रकार, उनका योगदान खेल के क्षेत्र से परे जाता है।
Rohith Reddy
बापू का नाम लेकर क्रिकेट जीतना? ये तो अंग्रेजों ने ही सोचा था कि भारत इतना भावुक हो जाएगा कि खेल भूल जाएगा। ये सब एक बड़ा धोखा है। अक्षर ने बस दो ओवर फेंके थे, बाकी सब टीवी और ट्रेंड्स का बनाया हुआ शो है
Vidhinesh Yadav
क्या कभी सोचा है कि अक्षर को बापू कहने का मतलब सिर्फ नाम नहीं, बल्कि उसकी शांति और निर्णय की शक्ति है? जब तुम एक खिलाड़ी को बापू कहते हो, तो तुम उसकी आत्मा को देख रहे हो। क्या ये नहीं अद्भुत है?
Puru Aadi
अक्षर ने जो किया वो सिर्फ रन और विकेट नहीं... वो दिलों को जोड़ दिया! 🤝❤️
मैंने अपने बेटे को देखा, जो अब गेंदबाजी करते हुए बापू के नाम से चिल्ला रहा है। ये तो वाकई इतिहास बन गया!
Nripen chandra Singh
जीत का मतलब जीतना है ना बापू का नाम लेना। इंग्लैंड को हराना तो बस एक खेल है। लेकिन जब तुम एक व्यक्ति को एक विचार का प्रतीक बना देते हो तो तुम उसकी आत्मा को बेच रहे हो। ये तो बहुत बड़ा अपराध है
Rahul Tamboli
बापू का नाम लेकर मीम्स बनाना? ओमग ये तो ट्रेंड हो गया 😎
अक्षर को सौ रुपये के नोट पर डाल दिया? ये तो बेस्ट फेम अवार्ड जीत गया ना? 🤑🇮🇳
Jayasree Sinha
अक्षर पटेल का योगदान वास्तविक और निर्णायक था। उनकी गेंदबाजी के दौरान इंग्लैंड के ओपनर्स की स्ट्राइक रेट 55 से कम रही। यह एक बहुत ही उच्च स्तरीय प्रदर्शन है।
Vaibhav Patle
अक्षर ने जो किया, वो बस एक खिलाड़ी नहीं, एक अद्भुत इंसान ने किया। उनकी शांति, उनकी जिद, उनकी निर्णय शक्ति... ये सब देखकर मेरा दिल भर गया। भारत के लिए ये जीत नहीं, एक आत्मा की जीत है। अगला फाइनल भी यही तरीके से जीएंगे! 💪❤️
Garima Choudhury
अक्षर के बापू बनने का राज़? वो तो एक ऐसा बनाया गया था जिसे लोग भूल जाएं। अंग्रेजों ने खुद इसे चालू किया था... ताकि हम अपनी जीत को भूल जाएं। ये सब एक बड़ा फैक्ट अप है। तुम सोच रहे हो कि ये जीत है? नहीं भाई, ये एक डिस्ट्रैक्शन है।
Hira Singh
अक्षर ने जो किया वो बस खेल नहीं, दिलों को छू लिया। भारत के हर कोने से लोग उसके नाम पर नाच रहे हैं। ये जीत हम सबकी है! 🙌
Ramya Kumary
अक्षर की शांति को बापू के साथ जोड़ना बहुत सुंदर है। लेकिन क्या हम इसे बस एक खेल के रूप में देख रहे हैं? या फिर ये हमारे अपने अंदर की शांति की याद दिला रहा है? क्या अक्षर हमारी आत्मा का आईना है?
Sumit Bhattacharya
अक्षर पटेल के द्वारा दिए गए तीन विकेट और दस रनों के योगदान ने इंग्लैंड की टीम को अत्यधिक दबाव में डाला। उनकी गेंदबाजी का औसत इकोनॉमी रेट चार रन प्रति ओवर से कम रहा, जो टी20 क्रिकेट में अत्यंत उच्च स्तरीय है। इस प्रकार, उनका योगदान खेल के परिणाम में निर्णायक रहा।
Snehal Patil
बापू के नाम पर ये सब नाटक? बस एक खिलाड़ी को बनाने के लिए बहाना बना रहे हो। इंग्लैंड को हराना तो बस एक खेल है। इतना भावुक क्यों हो रहे हो?
Nikita Gorbukhov
बापू का नाम लेकर जीतना? ये तो अंग्रेजों ने ही फैसला किया होगा कि भारत को ये भावुकता दिखाई जाए। अक्षर ने तो बस गेंद फेंकी... बाकी सब टीवी चैनल और सोशल मीडिया ने बनाया। अगर तुम वास्तविक जीत देखना चाहते हो, तो देखो कि कौन असली खिलाड़ी हैं।