जब ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025डर्बन, दक्षिण अफ्रीका के सातवें मैच में न्यूज़ीलैंड महिला क्रिकेट टीम ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग का विकल्प चुना, तब दक्षिण अफ्रीका की दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम ने अपनी पहली जीत हासिल करने का लक्ष्य रखा। 6 अक्टूबर 2025 को डर्बन स्टेडियम में खेले इस टक्कर में दोनों पक्षों ने तीव्र प्रतिस्पर्धा दिखाई, लेकिन अंत में प्रोतेज़ ने कई मोड़ मोड़ कर जीत पर अपनी चोटा नहीं रखी।
पृष्ठभूमि: द ग्रुप स्टेज में संघर्ष
ग्रुप चरण की शुरुआत से ही दक्षिण अफ्रीका ने दो लगातार हार झेली – इंग्लैंड और एशिया के खिलाफ। उन मैचों में टॉप ऑर्डर टूट गया, तो गेंदबाजी भी अपेक्षाकृत मध्यम रही। इस कारण टीम के कोच, एडम रॉबर्ट्स, ने मध्य क्रम को मजबूत करने की बात बार-बार दोहराई। दूसरी तरफ, न्यूज़ीलैंड ने पहले दो मैचों में पावरप्लेज़ दिखाते हुए टॉप रैंक पर पहुंची थी, और उनका कप्तान सिल्बी बंडर इस जीत को अपनी टीम के आत्मविश्वास को और बढ़ाने की उम्मीद में देख रहा था।
मैच की रूपरेखा: गेंदबाजी ने बनाया पहला मोड़
पहले इंट्री में न्यूज़ीलैंड की बैटिंग लाइन‑अप ने Sophie Devine के नेतृत्व में आक्रमण किया। देविन ने 45 बार में 58 रन बनाए, जिसमें दो चौके और एक छक्का शामिल था। लेकिन दक्षिण अफ्रीका की तेज़ गति की गेंदबाजी, विशेषकर लीसाबेथ रेवेनक्लॉउड और एरिन टार्कली के माध्यम से, लगातार विकेट लेकर लहू को ठंडा कर दिया। 20 ओवर के अंत में न्यूज़ीलैंड का स्कोर सिर्फ 231/8 रहा – यह लक्ष्य यूएस वर्ल्ड कप इतिहास में उद्धरण योग्य सबसे कम स्कोर में से एक था।
विरोधी पारी: टाज़मिन ब्रिट्स का शतक‑सम्पूर्ण जश्न
जब दक्षिण अफ्रीका ने चांस ले ली, तो टाज़मिन ब्रिट्स ( Tazmin Brits) ने खुद को चमकाने का मंच तैयार किया। 12वें ओवर में शुरुआती फॉल्ट के बाद, ब्रिट्स ने 101 रन बनाकर शतक बनाया – यह उनका पहला अंतरराष्ट्रीय शतक और टीम की जीत की गारंटी बन गई। उनके 101 में 10 चौके और 2 छक्के शामिल थे, और प्रत्येक बार जब भी वह स्कोर पर पहुंचती, तो विरोधी फील्डर झुंझलाते। इस पारी ने दक्षिण अफ्रीका को 88 बैगदीन रन जैसा सहज लक्ष्य दिया, जो 183 गेंदों में आसान चेज़ के रूप में पूरा हुआ। टाज़मिन को Aramco Player of the Match पुरस्कार मिला, जिससे वह 2025 का पहला भारतीय प्रायोजित जीत के नायक बन गईं।
टीम की प्रतिक्रियाएँ और विशेषज्ञों की राय
मैच के बाद दक्षिण अफ्रीका की कप्तान, डायना बॉलिंगर, ने कहा, "आज का खेल दिखाता है कि जब हम अपने प्लेयर‑कोर को भरोसा करते हैं, तो हमारी गेंदबाजी और बैटिंग दोनों में संतुलन बनता है।" न्यूज़ीलैंड के कप्तान बंडर ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा, "हमने शुरुआती क्षणों में दबाव संभालना चाहिए था, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने हमें समझाया कि टॉप ऑर्डर को कैसे टॉप पर रखे।"
क्रिकट विश्लेषक रवि श्याम ने कहा, "इसी तरह की जीतें दक्षिण अफ्रीका को ग्रुप में आगे बढ़ने का रास्ता खोलेंगी, खासकर जब उनका नेट रन‑रेट इस जीत से सुधार जाएगा।"
एक प्रमुख हार्बरन एशिया के पंडित ने भी संकेत दिया, "इसी मैच में अगर न्यूज़ीलैंड ने शुरुआती 50 जोड़ लिए होते, तो स्थिति बदल ही सकती थी। यूरोप की टीमों के साथ अगली फेज़ में ऐसी टेस्टिंग आवश्यक होगी।"
भविष्य की राह: क्या प्रोतेज़ को टाइटल तक ले जाएगा?
अब तक की स्थितियों को देखते हुए, दक्षिण अफ्रीका को ग्रुप ए में अगले दो मैचों (वर्सेज़ ऑस्ट्रेलिया और वर्सेज़ सिंगापुर) को जीतने की जरूरत है। यदि वे यह कर पाते हैं, तो क्वार्टरफाइनल में उन्हें दक्षिण एशिया या इंग्लैंड जैसी टीमों का सामना करना पड़ेगा। टाज़मिन ब्रिट्स की फॉर्म और टीम की नई गेंदबाज़ी यूनिट देख कर विशेषज्ञों का मानना है कि "एक ख़ास मैच में दावेदार होने की संभावना काफी बढ़ गई है"।
वहीं, न्यूज़ीलैंड को अपनी बैटिंग पोज़िशन को फिर से व्यवस्थित करना होगा। अगले मैच में वे सिडनी एलेमेंट्री ग्राउंड में फिर से खेलेंगे, जहाँ पिच अक्सर तेज़ी से बॉल को स्कोर करने में मदद करती है। अगर वे जल्दी ही अपनी लकीरें सुधर लेंगे तो टाइटल तक की राह अभी आगे है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: दक्षिण अफ्रीका का विश्व कप सफ़र
दक्षिण अफ्रीका महिला टीम ने 2000 के दशक में कई बार विश्व कप में भाग लिया, पर 2025 तक उनका सबसे बड़ा ताज़ा उपलब्धि 2017 का सिल्वर लाईट था। 2025 में उन्होंने अपने प्रशिक्षण कैंप को कैप्टन जेम्स क्लब, जॉहांसबर्ग में स्थापित किया था, जहाँ उन्होंने उन्नत एनालिटिक्स और फिटनेस प्रोटोकॉल अपनाए। इस नई दृष्टिकोण ने इस मैच में उनके प्रदर्शन को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
दक्षिण अफ्रीका की इस जीत से टीम को कौन सी मुख्य लाभ मिले हैं?
पहली जीत ने टीम का मनोबल बढ़ाया, नेट रन‑रेट में सुधार हुआ और अगली मैचों में टॉप ऑर्डर को भरोसा मिला। साथ ही, टाज़मिन ब्रिट्स के शतक ने युवा बॉलर‑ऑफ़‑ऑफ़र को आत्मविश्वास दिया।
Sophie Devine ने इस मैच में कैसे प्रस्तुति दी?
Devine ने 58 रन बनाए, जिसमें दो चौके और एक छक्का शामिल था, लेकिन दक्षिण अफ्रीका की नियमित रफ़्तार वाली गेंदबाज़ी ने उनकी 50‑स्टाइल को जल्दी ही समाप्त कर दिया।
अगली बार में कौन सी टीमों को दक्षिण अफ्रीका को सबक देना पड़ सकता है?
ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर इसके बाद की चुनौतियां हैं, दोनों टीमें पिच पर तेज़ी और सटीक बॉलिंग से प्रसिद्ध हैं, जो दक्षिण अफ्रीका के बैटिंग लाइन‑अप को परखेंगी।
World Cup 2025 की कुल स्थिति के बारे में क्या कहा जा सकता है?
टूर्नामेंट अभी मध्य चरण में है, पाँच समूहों में कुल 20 टीमें प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। ग्रुप ए में अब तक दो टीमें (इंग्लैंड, भारत) अनिवार्य रूप से क्वार्टरफ़ाइनल की ओर बढ़ने की संभावना रखती हैं।
टाज़मिन ब्रिट्स की शतक ने उनके करियर पर क्या असर डाला होगा?
यह शतक उनके अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड में पहला है, जिससे उनका ICC रैंकिंग में उछाल आएगा और भविष्य के टूर में उन्हें मुख्य खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा।
uday goud
वाह! दक्षिण अफ्रीका ने न्यूज़ीलैंड को हराकर इतिहास लिखा, लेकिन क्या हम इस जीत को सिर्फ एक जीत मान रहे हैं? यह दिखाता है कि टीम ने अपनी रणनीति में कितनी मेहनत डाली है; गेंदबाज़ी ने मैच बदल दिया, बैटिंग ने सपोर्ट दिया। टाज़मिन ब्रिट्स का शतक तो जैसे चमकते सितारे की तरह उजाला बिखेर रहा था, सच में उल्लेखनीय। इस जीत से टीम का आत्मविश्वास बढ़ेगा, और आगे की लड़ाइयों में यह एक प्रेरणा बन जाएगी। अंत में, क्रिकेट ऐसा खेल है जहाँ हर ओवर मायने रखता है, और इस बार दक्षिण अफ्रीका ने इसे बेहतरीन ढंग से साबित किया।
Chirantanjyoti Mudoi
नीचे देखते हुए, इस जीत को इतना बड़ा नहीं समझना चाहिए। दक्षिण अफ्रीका की पिछली दो हारें अभी भी उनके कमजोर पक्ष को बयां करती हैं, और न्यूज़ीलैंड की बाउंस-फैक्टर अभी भी कम है। शर्त लगाऊँ तो अगले मैच में ऑस्ट्रेलिया ही उन्हें परास्त कर देगा; इस तरह की जीत केवल संयोग है। इसलिए, टीम को अभी भी बुनियादी बॉलिंग एक्सरसाइज़ की जरूरत है। यही कारण है कि ग्रुप में उनका स्थान अस्थिर ही रहेगा।
Surya Banerjee
बिलकुल सही कहा, टाज़मिन का शतक टीम को मोटिवेट कर रहा है और हमें भी सीखना चाहिए कि दबाव में कैसे खड़े हों। ये जीत सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि एक मिसाल है कि कैसे हार के बाद वापस उभरना चाहिए। हिम्मत नहीं हारनी चाहिए, चाहे कंडीशन कैसी भी हो। टीम का एनीरजिया देख कर लगता है कि आगे का सफर और भी रोशन होगा। चलो, सब मिलकर इस मोमेंट को एंजॉय करें और अगले मैचों के लिए रैडी रहें।
ravi teja
ड्रेड, मैच वाकई में टाइटल जितना इंटेंस था। दोनों टीमों ने टॉप परफ़ॉर्मेंस दिया, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने आख़िरी ओवर में धमाल मचा दिया। फैंस के लिए ये मज़ा दो गुना हो गया, खासकर जब टाज़मिन ने शतक मारते हुए क्लैप्स जेनरेट किए। अब देखना बाकी है कि अगली बार कौन आगे बढ़ता है।
Harsh Kumar
वाह, कितना प्यारा समर्थन है! 🌟 तुम्हारी बात सुन कर लगता है कि टीम को इस विज़न की ज़रूरत थी। हम सब को मिलकर उनका उत्साह बनाए रखना चाहिए, यही तो असली टीमस्पिरिट है। 🙌 चलो, आगे भी ऐसे ही जोश के साथ साथ खेलें, जीत हमारा इंतजार कर रही है! 😊
Vishal Kumar Vaswani
देखो, अक्सर ऐसा नहीं होता कि बड़े मैच में सिर्फ कौशल ही काम करता है। पीछे कुछ छिपे हुए एजेंडे होते हैं, जैसे कि टॉप टीमों को अलग‑अलग साइड कोफ़िशिएंट्स के साथ फेयर नहीं किया जाता। शायद इस जीत में भी कोई बैकस्टेज प्लान था जिससे दक्षिण अफ्रीका को एडवांटेज मिला। इसलिए हमेशा सतर्क रहना चाहिए, खेल सिर्फ गेंद‑बॉल नहीं, politics भी खेल में शामिल है।
Gurjeet Chhabra
टीम की जीत ने दर्शकों को भी खुश कर दिया।
AMRESH KUMAR
अरे भैया, दक्षिण अफ्रीका ने आज जबरदस्त खेल दिखाया! लेकिन हम भारतीयों को भी नहीं भूलना चाहिए कि हम हमेशा क्रिकेट के मैदान में अपनी ताकत दिखाते आये हैं। कोई कहे कि हमारे पास कंधे पर नहीं, तो हम दिखा देंगे कि भारत का दिल और दिमाग कैसे काम करता है, चाहे opponent कोई भी हो। इस जीत से हमें सबक मिलता है कि धैर्य और मेहनत से हर मोड़ पर जीत हासिल की जा सकती है। तो चलो, अब हमारी टीम की भी अगली जीत का इंतज़ार है, और हम उनके लिए जयकार करेंगे! 🚩
ritesh kumar
सही कहा तुमने, पर ध्यान रखो कि हर टीम का अपना स्टाइल होता है, और दक्षिण अफ्रीका ने अपने घर की कंडीशन में पूरे जोश से खेला। हमें भी अपने घर की पिच पर वही जोश लाना चाहिए, नहीं तो हम पीछे रह जाएंगे। अगली बार जब हम अपने मैदान पर खड़े हों, तो वही ऊर्जा दिखानी होगी।