दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के स्वास्थ्य पर संकट, AAP ने साजिश का आरोप लगाया
Aam Aadmi Party (AAP) के सांसद संजय सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ साजिश का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हिरासत के दौरान केजरीवाल को आवश्यक इंसुलिन नहीं दी गई, जिससे उनके स्वास्थ्य को खतरा बना हुआ है। संजय सिंह ने कहा कि इससे पहले भी ऐसा देखा गया कि केजरीवाल को हिरासत में रखते समय आवश्यक मेडिकल सुविधाओं से वंचित रखा गया।
तिहाड़ जेल में जीवित स्थिति से जुड़ी चिंताएं
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने भी केजरीवाल की तिहाड़ जेल में जीवित स्थिति को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि तिहाड़ जेल में केजरीवाल को इतनी अत्यधिक गर्मी में भी कूलर नहीं प्रदान किया गया, जबकि तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। आतिशी ने यह संकेत दिया कि जेल में मौजूद कई अन्य कुख्यात अपराधियों को कूलर जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन केजरीवाल को इससे वंचित रखा जा रहा है।
केजरीवाल का स्वास्थ्य और मेडिकल जांच
मेडिकल जांच को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। आतिशी ने शिकायत की कि केजरीवाल की वजन कई बार विभिन्न मशीने इस्तेमाल करके मापा गया, जिसके परिणाम असंगत रहे। उन्होंने कहा कि यह जांच के दौरान हुई अनियमितताओं को दर्शाता है। हालांकि, तिहाड़ जेल के वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी सफाई देते हुए कहा कि केजरीवाल का वजन केवल एक ही मशीन से सही तरीके से मापा गया है।
अधिकारी ने आगे बताया कि केजरीवाल के रक्तचाप और शुगर के स्तर सामान्य हैं और उनकी निरंतर निगरानी के लिए जेल में दो डॉक्टरों की टीम तैनात है। उन्होंने यह भी कहा कि कूलर जैसी सुविधाएं केवल अत्यधिक मेडिकल इमरजेंसी में ही प्रदान की जाती हैं।
प्रारंभिक हिरासत अवधि में इंसुलिन की कमी
केजरीवाल ने पहले भी आरोप लगाया था कि उनके प्रारंभिक हिरासत अवधि में तिहाड़ जेल के प्राधिकरण ने उन्हें आवश्यक इंसुलिन देने से मना कर दिया था। यह आरोप उनके स्वास्थ्य के प्रति की गई लापरवाही को उजागर करता है। संजय सिंह और आतिशी ने इस मुद्दे को लेकर गंभीरता से लेते हुए अधिकारिक जांच की मांग की है और इस स्थिति में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है।
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हिरासत
केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हिरासत में लिया था। यह मामला दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़ा हुआ है, जिसमें कथित तौर पर वित्तीय अनियमितताएं थीं। AAP ने इस गिरफ्तारी को राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम करार दिया है और इसे राजनैतिक दबाव के तहत उठाया गया कदम बताया है।
इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में काफी हलचल मचाई है और केजरीवाल के समर्थकों ने इसे लोकतंत्र और राजनीतिक स्वतंत्रता पर एक गंभीर संकट के रूप में देखा है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
राजनीतिक प्रतिक्रिया के दौरान अनेक विपक्षी नेताओं ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि लोकतंत्र में किसी भी नेता को स्वस्थ और सुरक्षित स्थिति में रखने की जिम्मेदारी सरकार की होती है।
यह मामला अभी भी विभिन्न मुद्दों और विवादों के बीच गर्म बना हुआ है और जनता के बीच भी इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
निष्कर्ष
समग्र रूप से यह मुद्दा केजरीवाल की हिरासत में दी जा रही सुविधाओं और व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करता है। AAP और उनके समर्थक इसे राजनीति के खेल का एक हिस्सा मानते हैं और इसकी निरंतर निगरानी और जांच पर जोर दे रहे हैं।
Rakesh Joshi
ये सब बकवास सुनकर दिल दुखता है। केजरीवाल जैसे आदमी को जेल में इंसुलिन न देना? ये तो अपराध है, न कि न्याय। हम जो लोग उनके साथ हैं, हम जानते हैं कि वो बस लोगों के लिए लड़ रहे हैं। अब तक कितने बार ऐसा हुआ? जब तक सत्ता बर्बरता को न्याय बताएगी, तब तक ये अंधेरा नहीं टूटेगा।
HIMANSHU KANDPAL
अरे भाई, ये सब बस एक नाटक है। जेल में कूलर नहीं? तो क्या हुआ? वो तो अपनी चालाकी से बचने के लिए ऐसा बयान दे रहे हैं। जब तक उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं आया, तब तक ये सब बस धोखा है। लोगों को भावनाओं से खेला जा रहा है।
Arya Darmawan
मैं एक मेडिकल प्रोफेशनल हूँ, और मैं बता सकता हूँ कि डायबिटीज के मरीज के लिए इंसुलिन की देरी सिर्फ असुविधा नहीं, बल्कि जानलेवा हो सकती है। जेल में डॉक्टर तो हैं, लेकिन उनकी जिम्मेदारी क्या है? अगर एक आम आदमी को इंसुलिन नहीं मिलता, तो क्या वो भी उसी तरह बर्बाद हो जाता? ये सिस्टम बदलना जरूरी है। अगर एक नेता को भी ऐसा हो रहा है, तो आम लोगों के बारे में सोचिए! ये सिर्फ केजरीवाल का मामला नहीं, ये हम सबका मामला है।
Raghav Khanna
इस मामले को व्यवहारिक और न्यायपालिका के दृष्टिकोण से देखना आवश्यक है। जेल प्रशासन की जिम्मेदारियाँ, चिकित्सा नियमावली, और न्यायिक समीक्षा के तहत इस मुद्दे की गहराई से जाँच की जानी चाहिए। भावनात्मक बयानों के बजाय, विश्वसनीय डेटा, चिकित्सा रिपोर्ट्स, और आधिकारिक प्रक्रियाओं की आवश्यकता है। किसी भी व्यक्ति के लिए मानवीय अधिकारों का सम्मान अपरिहार्य है, चाहे वह नेता हो या आम नागरिक।
Rohith Reddy
ये सब बस एक बड़ी साजिश है जिसमें ED और AAP दोनों खेल रहे हैं केजरीवाल को इंसुलिन नहीं दी गई? हाँ बिल्कुल और तिहाड़ जेल में कूलर नहीं? अरे भाई वो तो लोगों को भावनाओं से भर रहे हैं असली सच ये है कि वो बस जेल में बैठे हैं और अब बाहर आने के लिए दिल दहला रहे हैं जेल के अधिकारी बेकार नहीं हैं अगर वो चाहते तो उन्हें कूलर दे देते लेकिन वो नहीं दे रहे क्योंकि वो जानते हैं कि अगर दे दिए तो ये लोग और ज्यादा शोर मचाएंगे ये सब एक बड़ा धोखा है
Vidhinesh Yadav
क्या कोई जानता है कि तिहाड़ जेल में अन्य कैदियों को कूलर क्यों मिल रहा है? क्या वो सब भी डायबिटीज के मरीज हैं? या फिर ये सिर्फ एक चुनावी बयान है जिसे बनाया गया है ताकि लोगों का ध्यान असली समस्याओं से भटकाया जा सके? मुझे लगता है कि हमें इस बारे में एक निष्पक्ष जांच की मांग करनी चाहिए, न कि भावनाओं से भरी बातें करनी चाहिए।