दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के स्वास्थ्य पर संकट, AAP ने साजिश का आरोप लगाया

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के स्वास्थ्य पर संकट, AAP ने साजिश का आरोप लगाया

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के स्वास्थ्य पर संकट, AAP ने साजिश का आरोप लगाया 16 जुल॰

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के स्वास्थ्य पर संकट, AAP ने साजिश का आरोप लगाया

Aam Aadmi Party (AAP) के सांसद संजय सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ साजिश का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हिरासत के दौरान केजरीवाल को आवश्यक इंसुलिन नहीं दी गई, जिससे उनके स्वास्थ्य को खतरा बना हुआ है। संजय सिंह ने कहा कि इससे पहले भी ऐसा देखा गया कि केजरीवाल को हिरासत में रखते समय आवश्यक मेडिकल सुविधाओं से वंचित रखा गया।

तिहाड़ जेल में जीवित स्थिति से जुड़ी चिंताएं

दिल्ली की मंत्री आतिशी ने भी केजरीवाल की तिहाड़ जेल में जीवित स्थिति को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि तिहाड़ जेल में केजरीवाल को इतनी अत्यधिक गर्मी में भी कूलर नहीं प्रदान किया गया, जबकि तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। आतिशी ने यह संकेत दिया कि जेल में मौजूद कई अन्य कुख्यात अपराधियों को कूलर जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन केजरीवाल को इससे वंचित रखा जा रहा है।

केजरीवाल का स्वास्थ्य और मेडिकल जांच

मेडिकल जांच को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। आतिशी ने शिकायत की कि केजरीवाल की वजन कई बार विभिन्न मशीने इस्तेमाल करके मापा गया, जिसके परिणाम असंगत रहे। उन्होंने कहा कि यह जांच के दौरान हुई अनियमितताओं को दर्शाता है। हालांकि, तिहाड़ जेल के वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी सफाई देते हुए कहा कि केजरीवाल का वजन केवल एक ही मशीन से सही तरीके से मापा गया है।

अधिकारी ने आगे बताया कि केजरीवाल के रक्तचाप और शुगर के स्तर सामान्य हैं और उनकी निरंतर निगरानी के लिए जेल में दो डॉक्टरों की टीम तैनात है। उन्होंने यह भी कहा कि कूलर जैसी सुविधाएं केवल अत्यधिक मेडिकल इमरजेंसी में ही प्रदान की जाती हैं।

प्रारंभिक हिरासत अवधि में इंसुलिन की कमी

केजरीवाल ने पहले भी आरोप लगाया था कि उनके प्रारंभिक हिरासत अवधि में तिहाड़ जेल के प्राधिकरण ने उन्हें आवश्यक इंसुलिन देने से मना कर दिया था। यह आरोप उनके स्वास्थ्य के प्रति की गई लापरवाही को उजागर करता है। संजय सिंह और आतिशी ने इस मुद्दे को लेकर गंभीरता से लेते हुए अधिकारिक जांच की मांग की है और इस स्थिति में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है।

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हिरासत

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हिरासत

केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हिरासत में लिया था। यह मामला दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़ा हुआ है, जिसमें कथित तौर पर वित्तीय अनियमितताएं थीं। AAP ने इस गिरफ्तारी को राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम करार दिया है और इसे राजनैतिक दबाव के तहत उठाया गया कदम बताया है।

इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में काफी हलचल मचाई है और केजरीवाल के समर्थकों ने इसे लोकतंत्र और राजनीतिक स्वतंत्रता पर एक गंभीर संकट के रूप में देखा है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

राजनीतिक प्रतिक्रिया के दौरान अनेक विपक्षी नेताओं ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि लोकतंत्र में किसी भी नेता को स्वस्थ और सुरक्षित स्थिति में रखने की जिम्मेदारी सरकार की होती है।

यह मामला अभी भी विभिन्न मुद्दों और विवादों के बीच गर्म बना हुआ है और जनता के बीच भी इस पर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

समग्र रूप से यह मुद्दा केजरीवाल की हिरासत में दी जा रही सुविधाओं और व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करता है। AAP और उनके समर्थक इसे राजनीति के खेल का एक हिस्सा मानते हैं और इसकी निरंतर निगरानी और जांच पर जोर दे रहे हैं।



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