दूसरा टी20आई: ब्रिस्टल में भारत की आरामदेह जीत
जुलाई 1, 2025 को इंग्लैंड के ब्रिस्टल स्टेडियम में दूसरा टी20I मुकाबला हुआ। भारत ने इंग्लैंड को 24 रनों से पीछे छोड़ते हुए आराम से जीत हासिल की और श्रृंखला में 2-0 की बढ़त बना ली। इस जीत ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम को ऐतिहासिक लाभ दिया, क्योंकि यह पहली बार था जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पूरी टी20I श्रृंखला जीत ली।
मैच की शुरुआत में इंग्लैंड ने 132 रन बनाकर सेट किया, पर भारतीय बॉलर्स ने लगातार विकेट तोड़े और टीम को 108 पर रोक दिया। उसके बाद मंच पर आए हर्मनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर फ़ील्डिंग चुनी, जिससे बल्लेबाज़ी में दबाव कम हुआ। छठी पारी में अमित जेमिमाह रोड्रिग्ज़ और अमनजोत कौर ने क्रमशः 63 रन जोड़ते हुए भारत को लक्ष्य तक पहुँचाया। उनका साझेदारी 120+ का रही, जिससे भारत की पचास रनों की जीत निश्चित हो गई।
सीरीज़ का सफ़र और हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी
पहला टी20I मुकाबला 28 जून, 2025 को नॉटिंघम में खेला गया था। उस मैच में स्मृति मंदहाना ने अपना पहला टी20I शतक बनाया – 101* अनलिमिटेड, जिससे भारत को 97‑रन की भारी जीत मिली। मंदहाना की इस शानदार पारी ने भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ा दिया और सीरीज़ के लिए सकारात्मक माहौल तैयार किया।
पहले मैच के बाद टीम में लाइन‑अप और कप्तान के रोल को लेकर कई अटकलें चल रही थीं। हालांकि, हर्मनप्रीत कौर ने कप्तान के रूप में पूरी जिम्मेदारी ली और टीम को एकजुट रखा। उनके नेतृत्व में भारत ने तीसरा टी20I भी मुश्किल में जीतते हुए 5‑रन की नज़दीकी से हारा, पर चौथा टी20I में 6 विकेट से जीतकर सीरीज़ को 3‑2 से अपने नाम किया। अंतिम मैच में इंग्लैंड ने अंतिम गेंद तक पीछे नहीं हटते हुए 5‑विकेट से जीत हासिल की, पर भारत पहले ही जीत चुका था।
सीरीज़ के अलावा, हर्मनप्रीत ने आगे के ODI दौर में भी चमक दिखाई। तीसरे ODI में उन्होंने 102 रन बनाकर अपना सातवाँ ODI शतक दर्ज किया, जिससे भारत ने 2‑1 से तीजी बोरी जीत ली। उनका स्थिर प्रदर्शन और रणनीतिक सोच टीम के लिए अमूल्य साबित हुई।
संपूर्ण टूर में कई प्रमुख खिलाड़ियों ने अपना योगदान दिया – मंदहाना का शतक, रोड्रिग्ज़ और अमनजोत का 63‑रन का साझेदारी, और खेमीस्पोर्ट के साथ गेंदबाज़ी में तेज़ गिरावट। साथ ही, भारतीय फील्डिंग ने कई महत्वपूर्ण कैच लेकर विरोधी टीम को सीमित किया। यह टूर भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नया पन्ना बन गया, जहाँ पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ मालिका जीत हासिल की गई।
Sweety Spicy
अरे यार ये सब जीतें तो हो गईं... पर इंग्लैंड की बॉलिंग को देखो, वो तो बच्चों की बात है। भारत की टीम का असली जादू तो फील्डिंग में है, जहाँ एक भी कैच छूटा नहीं। अब बस बेंगलुरु में टेस्ट शुरू हो रहा है, वहाँ देखोगे तो असली जंग शुरू होगी।
Maj Pedersen
इस जीत का महत्व केवल अंकों में नहीं, बल्कि इस बात में है कि हमने एक ऐसी टीम को हराया जिसने दुनिया भर में महिला क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। हर्मनप्रीत कौर की नेतृत्व शैली और टीम का सामूहिक एकजुटता भारत के लिए एक नए मानक की शुरुआत है।
Ratanbir Kalra
हर्मनप्रीत कप्तान बनी तो टीम बदल गई बस इतना ही नहीं ये सब जीत तो एक अलग अंदाज में हुई जिसमें कोई नाम नहीं बस टीम थी और वो टीम ने बात बना दी
Seemana Borkotoky
मैंने ये मैच अपने दादा के साथ देखा, वो 80 के दशक में अपनी बेटी के लिए बैट खरीदने के लिए भी नहीं दे पाए थे। आज जब हर्मनप्रीत ने विकेट लिया, तो मैंने उनकी आँखों में एक ऐसी चमक देखी जो दो पीढ़ियों की लड़ाई को जीत गई।
Sarvasv Arora
ये सब जीतें तो बहुत बढ़िया, पर ये टीम अभी भी बिना बैंगलोर वाले बैट्समैन के नहीं जीत पाएगी। अमित जेमिमाह की पारी तो बहुत शानदार थी, पर उसके बाद कोई नहीं था जो गेंद को देखकर जवाब दे सके। इंग्लैंड की टीम ने तो बस टाइम खींच लिया था।
Jasdeep Singh
इंग्लैंड को हराना तो बहुत आसान है जब तुम्हारी टीम में बैटिंग लाइन इतनी शक्तिशाली हो कि उनके बॉलर्स बस घबरा जाएं। पर ये जीत असली नहीं है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया अभी तक नहीं आई। भारत की टीम को अभी भी एक बड़ी जीत की जरूरत है, नहीं तो ये सब बस एक बार का शो है।
Rakesh Joshi
ये जीत बस एक जीत नहीं, ये एक जागृति है! हर लड़की जो अब घर पर बैट उठाएगी, वो इसी टीम की वजह से करेगी। हर्मनप्रीत की टीम ने न सिर्फ जीत बनाई, बल्कि एक नई पीढ़ी को आशा दी है। भारत की महिला क्रिकेट अब कभी नहीं रुकेगी! 💪🇮🇳
HIMANSHU KANDPAL
क्या आपने देखा कि हर्मनप्रीत ने टॉस जीतकर फील्डिंग चुनी? ये तो बहुत बड़ा फैसला था... लेकिन अगर उन्होंने बल्लेबाजी की होती तो शायद ये जीत नहीं होती। ये बस एक भाग्य का खेल है। मैंने तो तीसरे मैच में भी यही सोचा था... और फिर वो जीत गए। अब तो लगता है जो भी फैसला लेते हैं, वो सही हो जाता है।
Arya Darmawan
अमित जेमिमाह और अमनजोत का साझेदारी देखकर मैंने बहुत खुशी महसूस की। ये दोनों लड़कियाँ बिना किसी दबाव के अपनी बल्लेबाजी का आनंद ले रही थीं। टीम के लिए ऐसा अनुभव बहुत कीमती है। और हाँ, फील्डिंग की ताकत भी बहुत अच्छी रही - कोई भी लॉन्ग ऑन का कैच नहीं छूटा। ये टीम अभी बस शुरुआत कर रही है।
Raghav Khanna
सीरीज़ के दौरान टीम की गतिशीलता और रणनीतिक लचीलापन को देखकर एक व्यावसायिक कोच के रूप में मैं वास्तव में प्रभावित हुआ। हर्मनप्रीत कौर ने अपने खिलाड़ियों को उनकी शक्तियों के आधार पर रखा, और उनकी बातों का ध्यान रखा। यह एक आदर्श नेतृत्व का उदाहरण है।
Rohith Reddy
इंग्लैंड के खिलाफ जीत? ये सब बस एक फेक न्यूज है। आप लोगों ने कभी नहीं देखा कि उनके बॉलर्स ने असली गेंदबाज़ी क्यों नहीं की? ये सब टीवी के लिए बनाया गया शो है। और जो बोल रहे हैं कि ये ऐतिहासिक है, वो बस अपनी भावनाओं को नहीं समझते। अगर ऑस्ट्रेलिया ने ऐसा किया होता तो तुम लोग अभी तक नहीं बोल पाते।
Vidhinesh Yadav
क्या आपने ध्यान दिया कि हर्मनप्रीत ने पहले मैच के बाद टीम को एक बार भी नहीं डांटा? उन्होंने सिर्फ उनकी बात सुनी और उनकी बात को बदला। ये नेतृत्व नहीं, ये अनुभव है। ये टीम बस खेल नहीं रही, ये सीख रही थी।
Puru Aadi
जब अमित ने छठी गेंद पर छक्का मारा तो मैं अपने घर पर उछल गया 😆 ये टीम तो असली है! बस एक बात कहूँ - अगर ये टीम बनी रहे तो 2028 ओलंपिक में गोल्ड तो निश्चित है! 💥🇮🇳
Nripen chandra Singh
जीत तो हो गई लेकिन ये सब क्या है जो हम देख रहे हैं एक टीम की जीत नहीं एक भावना की जीत है जिसमें कोई नाम नहीं कोई बैट नहीं कोई गेंद नहीं बस एक अहंकार जो अब तक नहीं देखा गया और अब तक नहीं जीता गया
Rahul Tamboli
बस इतना ही नहीं... हर्मनप्रीत ने टॉस जीतकर फील्डिंग चुनी और दुनिया बदल गई 😎 अब तो हर लड़की बैट उठाएगी और टीवी पर बैठकर बोलेगी 'मैं भी हर्मनप्रीत हूँ' 🙌🔥
Jayasree Sinha
मैच के विवरण में कुछ त्रुटियाँ हैं। अमित जेमिमाह रोड्रिग्ज़ का नाम गलत है - यह अमिता जेमिमाह रोड्रिग्ज़ हैं। इसी तरह, 'खेमीस्पोर्ट' के साथ गेंदबाजी का उल्लेख गलत है - शायद 'खेमी स्पोर्ट्स' का अर्थ था, लेकिन यह एक ब्रांड नहीं है। इस तरह की त्रुटियाँ अच्छी जानकारी को कमजोर कर देती हैं।
Vaibhav Patle
ये जीत बस एक जीत नहीं, ये एक नई शुरुआत है। हर्मनप्रीत की कप्तानी ने दिखाया कि अगर एक लड़की अपने दिल की आवाज़ सुने, तो वो पूरी टीम को बदल सकती है। अब तो हर छोटी बच्ची जो घर पर बैट उठाती है, उसके दिल में ये नाम है - हर्मनप्रीत कौर। 🌟🇮🇳