हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी20आई में 24‑रन की जीत हासिल की

हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी20आई में 24‑रन की जीत हासिल की

हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी20आई में 24‑रन की जीत हासिल की 26 सित॰

दूसरा टी20आई: ब्रिस्टल में भारत की आरामदेह जीत

जुलाई 1, 2025 को इंग्लैंड के ब्रिस्टल स्टेडियम में दूसरा टी20I मुकाबला हुआ। भारत ने इंग्लैंड को 24 रनों से पीछे छोड़ते हुए आराम से जीत हासिल की और श्रृंखला में 2-0 की बढ़त बना ली। इस जीत ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम को ऐतिहासिक लाभ दिया, क्योंकि यह पहली बार था जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पूरी टी20I श्रृंखला जीत ली।

मैच की शुरुआत में इंग्लैंड ने 132 रन बनाकर सेट किया, पर भारतीय बॉलर्स ने लगातार विकेट तोड़े और टीम को 108 पर रोक दिया। उसके बाद मंच पर आए हर्मनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर फ़ील्डिंग चुनी, जिससे बल्लेबाज़ी में दबाव कम हुआ। छठी पारी में अमित जेमिमाह रोड्रिग्ज़ और अमनजोत कौर ने क्रमशः 63 रन जोड़ते हुए भारत को लक्ष्य तक पहुँचाया। उनका साझेदारी 120+ का रही, जिससे भारत की पचास रनों की जीत निश्चित हो गई।

सीरीज़ का सफ़र और हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी

सीरीज़ का सफ़र और हर्मनप्रीत कौर की कप्तानी

पहला टी20I मुकाबला 28 जून, 2025 को नॉटिंघम में खेला गया था। उस मैच में स्मृति मंदहाना ने अपना पहला टी20I शतक बनाया – 101* अनलिमिटेड, जिससे भारत को 97‑रन की भारी जीत मिली। मंदहाना की इस शानदार पारी ने भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ा दिया और सीरीज़ के लिए सकारात्मक माहौल तैयार किया।

पहले मैच के बाद टीम में लाइन‑अप और कप्तान के रोल को लेकर कई अटकलें चल रही थीं। हालांकि, हर्मनप्रीत कौर ने कप्तान के रूप में पूरी जिम्मेदारी ली और टीम को एकजुट रखा। उनके नेतृत्व में भारत ने तीसरा टी20I भी मुश्किल में जीतते हुए 5‑रन की नज़दीकी से हारा, पर चौथा टी20I में 6 विकेट से जीतकर सीरीज़ को 3‑2 से अपने नाम किया। अंतिम मैच में इंग्लैंड ने अंतिम गेंद तक पीछे नहीं हटते हुए 5‑विकेट से जीत हासिल की, पर भारत पहले ही जीत चुका था।

सीरीज़ के अलावा, हर्मनप्रीत ने आगे के ODI दौर में भी चमक दिखाई। तीसरे ODI में उन्होंने 102 रन बनाकर अपना सातवाँ ODI शतक दर्ज किया, जिससे भारत ने 2‑1 से तीजी बोरी जीत ली। उनका स्थिर प्रदर्शन और रणनीतिक सोच टीम के लिए अमूल्य साबित हुई।

संपूर्ण टूर में कई प्रमुख खिलाड़ियों ने अपना योगदान दिया – मंदहाना का शतक, रोड्रिग्ज़ और अमनजोत का 63‑रन का साझेदारी, और खेमीस्पोर्ट के साथ गेंदबाज़ी में तेज़ गिरावट। साथ ही, भारतीय फील्डिंग ने कई महत्वपूर्ण कैच लेकर विरोधी टीम को सीमित किया। यह टूर भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नया पन्ना बन गया, जहाँ पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ मालिका जीत हासिल की गई।



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