तीन मैचों की T20I सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला भारत महिला और साउथ अफ्रीका महिला क्रिकेट टीमों के बीच 9 जुलाई को चेन्नई के प्रतिष्ठित एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला जाएगा। भारतीय टीम पहले मैच में 12 रन से हार गई थी और दूसरा मैच बारिश की भेंट चढ़ गया था। अब सभी की निगाहें इस महत्वपूर्ण मैच पर टिकी हैं, जहां भारतीय महिलाएं सीरीज हार से बचने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देंगी।
सीरीज में पिछड़ने के बाद भारतीय टीम की रणनीति
पहले T20I की हार ने भारतीय महिला क्रिकेट टीम को झटका जरूर दिया है, लेकिन इससे खिलाड़ियों में उत्साह कम नहीं हुआ है। टीम की कप्तान और कोचिंग स्टाफ ने खिलाड़ियों को मानसिक रूप से तैयार करने के लिए विशेष रणनीतियां बनाई हैं। खासतौर पर बल्लेबाजी और गेंदबाजी के क्षेत्रों में सुधार की दिशा में काम किया जा रहा है।
पहले मैच में क्या रहा था गलत?
पहले मैच में भारतीय टीम 12 रनों से हार गई थी। इस हार का प्रमुख कारण मध्यक्रम का न चल पाना रहा था। भारतीय बल्लेबाजों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया और टीम लक्ष्य से 12 रन पीछे रह गई। गेंदबाजों की ओर से हालांकि प्रयास अच्छे थे, लेकिन साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजों ने संयमित खेल दिखाकर टीम को निर्णायक मात दी।
मौसम की चुनौती
चेन्नई का मौसम इस वक्त काफ़ी परिवर्तनशील है, जिससे मैच के आयोजन पर मंडराता साया बना हुआ है। दूसरा T20I बारिश की भेंट चढ़ चुका है, और तीसरे मैच को लेकर भी मौसम विभाग की चेतावनी बनी हुई है। अगर मौसम ने साथ दिया, तो इस मुकाबले में क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचक खेल देखने को मिल सकता है।
महिला एशिया कप की तैयारी
यह मैच सिर्फ एक सीरीज जीतने के नजरिए से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि महिला एशिया कप की तैयारी को लेकर भी इसे निर्णायक माना जा रहा है। एशिया कप का आयोजन 19 जुलाई से होने जा रहा है और भारतीय टीम इस मुकाबले को अपनी तैयारियों के संदर्भ में देख रही है। इस मैच में बेहतर प्रदर्शन से टीम का आत्मविश्वास बढ़ सकता है, जो एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए जरूरी है।
साउथ अफ्रीका की ताकतें
साउथ अफ्रीका महिला टीम ने पहले मैच में अपनी ताकत दिखा दी है। उनकी गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को बांधकर रखा और सही समय पर विकेट लेकर उनकी रणनीतियों को ध्वस्त किया। बल्लेबाजों ने भी संयमित खेल दिखाकर टीम को जीत दिलाई। उनके प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय टीम को अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी।
कहां देखें लाइव?
यह महत्त्वपूर्ण मैच 7 बजे शाम IST पर प्रारंभ होगा और दर्शक इसे विभिन्न प्लेटफार्म्स पर लाइव देख सकते हैं। लोग अपने घर की आरामदायक जगहों से इस मुकाबले का आनंद ले सकते हैं और अपनी पसंदीदा टीम का उत्साहवर्धन कर सकते हैं।
इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि भारतीय महिलाएं इस मुकाबले में उत्साह और दृढ़ संकल्प के साथ उतरेंगी। क्रिकेट का यह मुकाबला बेहद रोमांचक और कानाजाने वाला होने की संभावना है।
Snehal Patil
ये टीम तो हमेशा ऐसे ही खेलती है, बस बारिश आ गई तो बच गए, वरना तीनों मैच हारते।
Ramya Kumary
हर हार के बाद भी ये लड़कियां उठती हैं, इसी में तो असली ताकत है। मैं उनके दिमाग की गहराई को देखकर हैरान रह जाती हूं - जहां दूसरे सिर्फ स्कोर देखते हैं, ये भावनाओं को भी बैलेंस करती हैं।
कभी-कभी लगता है कि ये खेल नहीं, एक ध्यान है।
Shreyash Kaswa
भारत की लड़कियां हारेंगी? नहीं भाई, ये तो जीतेंगी ही। दुनिया भर में कौन इतना दिल लगाकर खेलता है?
Prince Ranjan
मध्यक्रम फेल हुआ तो अब बल्लेबाजी का दोष डाल रहे हो? बताओ किसने तीन ओवर में 45 रन दिए? गेंदबाजी ने तो अच्छा किया था, बस तुम लोग अपनी भावनाओं से निर्णय लेते हो
RAKESH PANDEY
पहले मैच के बाद टीम ने जो एनालिसिस किया, उसमें बल्लेबाजी के लिए रन रेट को बढ़ाने के लिए पावरप्ले में रिस्क लेने की स्ट्रैटेजी शामिल थी।
अब देखना होगा कि क्या उन्होंने इसे अपनाया है।
गेंदबाजी ने बहुत अच्छा किया - अभी तक किसी भी मैच में ऐसा नहीं हुआ था कि दो ओपनर्स को फर्स्ट 4 ओवर में आउट कर दिया गया।
Sarvasv Arora
इतनी बड़ी चर्चा क्यों? बस खेल दो, जीतो या हारो। ये सब एनालिसिस तो टीवी पर बातें करने वालों के लिए है।
varun chauhan
मैं तो बस देख रहा हूं और दिल से उत्साहित हूं 😊
ये लड़कियां हमेशा हमारे लिए कुछ नया सिखाती हैं।
Ratanbir Kalra
मौसम बदल रहा है और हम अभी भी टीम के बल्लेबाजी के बारे में बात कर रहे हैं जबकि असली सवाल ये है कि क्या हमारे अंदर एक ऐसा खिलाड़ी है जो अपने आप को दुनिया के सामने खड़ा कर सके या हम सिर्फ एक बड़े स्टेडियम की चाहत में फंसे हैं
Nikita Gorbukhov
हार के बाद तो हर कोई कोच को बर्बाद करना चाहता है लेकिन जब जीतते हैं तो सब अपना श्रेय लेते हैं। ये देश है भाई। 😏
Pradeep Asthana
क्या आपने देखा कि उनकी कप्तान ने पहले मैच के बाद क्या कहा? बिल्कुल नहीं डरा। ये लड़कियां तो दिल की बात करती हैं। अगर ये आपके बेटे बन जाएं तो आपका दिल भी जीत जाएगा।
Maj Pedersen
ये टीम ने सिर्फ खेल नहीं बदला, बल्कि एक नई पीढ़ी के लिए दृष्टिकोण बदल दिया है।
हर बच्ची जो अब क्रिकेट खेल रही है, वो जानती है कि वो अकेली नहीं है।
इसलिए ये मैच बस एक जीत नहीं, एक विरासत है।
Suhas R
मैं तो जानता हूं ये सब बनाया गया है। बारिश वाला मैच? नहीं भाई, ये सब टीवी के लिए फेक है।
मैंने खुद देखा कि बारिश के बाद भी स्टेडियम नम नहीं था।
ये सब लोगों को भावनाओं से जोड़ने के लिए है।
और जब वो जीत जाएंगी तो फिर से नाराज हो जाएंगे।
ये नहीं जानते कि देश की आत्मा कैसे काम करती है।
Seemana Borkotoky
चेन्नई की गर्मी और ये लड़कियां - दोनों एक ही तरह से जीतती हैं।
बिना शोर के, बिना झूठे नारों के।
बस धीरे से, लगातार।
और फिर तुम्हारे दिल को छू जाती हैं।
Sumit Bhattacharya
टीम की रणनीति में बदलाव आवश्यक है न कि भावनाओं का दमन।
बल्लेबाजी के लिए नए खिलाड़ियों को मौका देना होगा
और गेंदबाजी में विविधता लानी होगी
अन्यथा ये एक ही रास्ता जारी रहेगा
और ये बारिश भी नहीं बचा पाएगी
Jasdeep Singh
ये सीरीज बस एक टूर्नामेंट नहीं है ये एक आर्थिक अवसर है जिसे ब्रांड्स और स्पॉन्सर्स ने अपने लिए डिज़ाइन किया है।
ये लड़कियां तो बस एक जगह खड़ी हैं जहां लाखों रुपये का लेन-देन हो रहा है।
क्रिकेट तो बस एक कवर है।
एक बड़ा धोखा जिसमें हम सब फंसे हुए हैं।
मैं तो बस ये देख रहा हूं कि कौन सा ब्रांड अगला टी-शर्ट पर लगेगा।
HIMANSHU KANDPAL
हमारी टीम को तो अभी तक कोई नहीं जानता।
हमारे बच्चे भी नहीं जानते।
क्या हम इतने बड़े हो गए हैं कि अपनी बेटियों के खेल को भी नहीं देख पा रहे?
ये मैच तो बस एक बड़ी शोक व्यक्ति है।
Nitin Soni
ये लड़कियां बस खेल रही हैं, और अगर वो जीत जाएंगी तो देश जीत जाएगा।
बस उन्हें थोड़ा और विश्वास दो।
Sweety Spicy
हम इतने बड़े देश हैं और अभी भी एक टीम के लिए इतना जोश दिखा रहे हैं? ये तो बच्चों की खेल की तरह है।
अगर ये टीम जीत गई तो लोग इसे इतिहास बना देंगे।
अगर हार गई तो फिर बहुत सारे लोग अपनी नाक उठा लेंगे।
ये देश तो बस एक भावना का खिलौना है।
और हम सब उसके लिए नाच रहे हैं।
Ramya Kumary
तुम लोग सिर्फ जीत या हार के बारे में बात कर रहे हो।
लेकिन मैंने देखा - जब वो लड़कियां अपने गेंदबाज को गले लगाती हैं, तो उनकी आंखों में वो चमक है जो कोई स्टेडियम नहीं दे सकता।
ये खेल उनके लिए बस एक खेल नहीं है - ये उनकी आवाज है।
जिसे तुम लोग आवाज़ नहीं बनने दे रहे।
हम इतने बड़े हो गए कि अब छोटी चीजों को भी बड़ा बना देते हैं।
लेकिन इन लड़कियों के लिए ये बस अपना दिल खोलने का तरीका है।
और अगर आज वो हार भी गईं, तो भी मैं उन्हें गले लगाऊंगी।
क्योंकि उनकी हिम्मत, उनकी लगन, उनकी शांति - ये सब कुछ है जो हमारे देश को असली बनाता है।
हम जीत नहीं देख रहे हैं।
हम एक नए दिन की शुरुआत देख रहे हैं।