नैस्डेक (NASDAQ) की पूरी जानकारी

अगर आप शेयर मार्केट के बारे में सोचते समय "Nasdaq" शब्द सुनते हैं तो समझिए कि यह सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे तेज़ इलेक्ट्रॉनिक स्टॉक एक्सचेंज है। भारत से कई लोग इसे सिर्फ बड़े‑बड़े टेक कंपनियों की लिस्ट मानते हैं, लेकिन असल में इसमें हेल्थकेयर, बायोटेक और रिटेल जैसी कई इंडस्ट्रीज भी शामिल हैं। चलिए, इसको आसान शब्दों में तोड़‑फोड़ कर देखते हैं कि Nasdaq आपके निवेश के लिए क्यों महत्वपूर्ण है।

Nasdaq का इतिहास और खासियतें

1971 में शुरू हुआ Nasdaq मूल रूप से कंप्यूटर नेटवर्क था जो ब्रोकरों को रियल‑टाइम कीमतें दिखाता था। आज यह 3,000+ कंपनियों की लिस्ट रखता है, जिसमें Apple, Amazon, Microsoft जैसे दिग्गज शामिल हैं। इसकी खास बात है कि ट्रेडिंग पूरी तरह इलेक्ट्रॉनिक होती है, इसलिए ऑर्डर तुरंत पूरे होते हैं और स्प्रेड (खरीद‑बेच का अंतर) कम रहता है। यही कारण है कि कई छोटे निवेशकों को यह पसंद आता है—कम लागत, तेज़ execution और व्यापक कंपनी कवरेज।

Nasdaq में कैसे शुरुआत करें?

सबसे पहले आपको एक ब्रोकर चाहिए जो US मार्केट की एक्सेस देता हो। भारतीय ब्रोकर जैसे Zerodha या Upstox में international trading का विकल्प मिलता है, जहाँ आप सीधे Nasdaq पर शेयर खरीद‑बेच कर सकते हैं। अगला कदम—डॉलर में फंड ट्रांसफर करना। याद रखें कि USD/INR रेट आपके कुल खर्च को प्रभावित करेगा, इसलिए जब दरें कम हों तब निवेश करना बेहतर रहता है।

खरीदते समय दो चीज़ों पर ध्यान दें: कंपनी की मार्केट कैप और उसका PE‑ratio (प्राइस‑टू‑अर्निंग)। बड़े‑बड़े टेक स्टॉक्स अक्सर हाई PE रखते हैं, इसलिए उनका मूल्यांकन समझना जरूरी है। अगर आप जोखिम कम रखना चाहते हैं तो Nasdaq‑100 ETF जैसे Invesco QQQ में निवेश कर सकते हैं—एक ही खरीदारी से 100 प्रमुख कंपनियों का एक्सपोजर मिल जाता है।

Nasdaq की खबरें और रेज़ल्ट्स रोज़ अपडेट होते रहते हैं, इसलिए आर्थिक कैलेंडर पर ध्यान रखें। फेडरल रिज़र्व के बैंकरों की बातें या टेक इवेंट्स (जैसे Apple का iPhone लॉन्च) सीधे शेयर कीमतों को हिलाते हैं। आप Bloomberg, Reuters या Nasdaq की आधिकारिक साइट से ताज़ा डेटा पा सकते हैं—इनको रोज़ देखना आपके पोर्टफ़ोलियो को सुरक्षित रखने में मदद करेगा।

अंत में एक बात याद रखें: हर निवेश में जोखिम रहता है, चाहे वो Nasdaq हो या किसी भी दूसरे एक्सचेंज पर। अपने लक्ष्य, टाइम‑होराइज़न और रिस्क एपेटाइट के हिसाब से अलोकेशन बनाएं। छोटे हिस्से से शुरू करके धीरे‑धीरे बढ़ाएँ—यह तरीका कई सफल भारतीय निवेशकों ने अपनाया है।

तो अब जब आप Nasdaq को समझ गए हैं, तो इसे सिर्फ एक विदेशी शब्द नहीं बल्कि अपने पोर्टफ़ोलियो का संभावित हिस्सा मानिए। सही ब्रोकर, ठीक समय और सतत निगरानी से आप इस तेज़ मार्केट में अच्छा रिटर्न बना सकते हैं।

नैस्डेक में गिरावट: टेक शेयरों ने बाज़ार को दखल में डाला 3 अग॰

नैस्डेक में गिरावट: टेक शेयरों ने बाज़ार को दखल में डाला

टेक-हेवी नैस्डेक कंपोजिट इंडेक्स शुक्रवार, 2 अगस्त, 2024 को सुधार क्षेत्र में प्रवेश कर गया, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ गईं। टेक दिग्गजों के शेयरों में महत्वपूर्ण गिरावट के कारण यह बदलाव आया। नैस्डेक की गिरावट निवेशक भावना और व्यापक बाजार पर महत्वपूर्ण असर डालती है।

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