सहज सोलर लिमिटेड का प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (आईपीओ) लाइव हो चुका है, जिसका उद्देश्य 52.56 करोड़ रुपये जुटाना है। कंपनी के पास अहमदाबाद के निकट बावला में अत्याधुनिक सोलर पीवी मोड्यूल निर्माण संयंत्र है। यह आईपीओ 11 जुलाई 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है और 15 जुलाई 2024 को बंद होगा। शेयर NSE SME प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध किए जाएंगे।
सोलर ऊर्जा: घर में साफ़ ऊर्जा कैसे अपनाएँ
क्या आप महंगी बिजली बिलों से थक चुके हैं? सोलर पैनल लगाकर आप न सिर्फ लागत घटा सकते हैं, बल्कि पर्यावरण की भी मदद कर सकते हैं। आज के समय में सौर ऊर्जा सबसे भरोसेमंद नवीकरणीय स्रोत बन गया है और इसका इस्तेमाल घर‑घर में बढ़ रहा है।
सोलर पैनल चुनते समय क्या देखना चाहिए?
सबसे पहले यह तय करें कि आप कितना बिजली बचाना चाहते हैं। इससे आपके लिए आवश्यक पैनलों की संख्या पता चलेगी। फिर पैनलों का वॉटेज देखें—उच्च वॉटेज वाले पैनल कम जगह में अधिक ऊर्जा पैदा करते हैं। दूसरा, कंपनी की वारंटी और सर्विस नेटवर्क देखना ज़रूरी है; अगर बाद में कोई समस्या आए तो मदद मिलनी चाहिए।
स्थापना के लिए छत का दिशा भी मायने रखता है। दक्षिण‑मुखी या पूर्व‑पश्चिम वाली छतें धूप को अधिकतम पकड़ती हैं, जिससे उत्पादन बढ़ता है। यदि आपके घर की छत पर पर्याप्त जगह नहीं है, तो आप रूट‑इनवर्टर सिस्टम या लाइट‑वेट मॉड्यूल भी देख सकते हैं।
सोलर ऊर्जा के फायदे और बचत
एक सामान्य 5 किलोवॉट पैनल सेटअप से सालाना लगभग 6,000 kWh बिजली मिलती है। अगर आप महीने में 1,200 kWh खर्च करते हैं, तो इस सिस्टम से आपके बिल का लगभग 70 % कम हो जाएगा। इसके अलावा सरकार कई बार सब्सिडी और टैक्स रिबेट देती है, जिससे प्रारम्भिक निवेश जल्दी वसूल होता है।
बिजली कटौती के समय भी सोलर पैनल बैक‑अप देता है—अगर आप इनवर्टर के साथ बैटरी जोड़ें तो रात में या बादल वाले दिन भी बिजली मिलती रहेगी। इस तरह की ऊर्जा सुरक्षा अब कई घरों का मानक बन रही है।
सौर ऊर्जा न केवल आर्थिक रूप से बल्कि पर्यावरणीय रूप से भी फायदेमंद है। हर साल एक सोलर पैनल लगभग 1.5 टन CO₂ उत्सर्जन को घटाता है, जिससे हवा साफ़ रहती है और स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है।
अगर आप अभी शुरू करना चाहते हैं तो सबसे पहले स्थानीय सौर कंपनियों से फ्री साइट सर्वे करवाएँ। वे आपके घर की छत, सूर्य प्रकाश और बिजली उपयोग के हिसाब से कस्टम प्रपोजल देंगे। कई कंपनियां बिना अग्रिम भुगतान के इंस्टॉलमेंट प्लान भी पेश करती हैं, जिससे खर्च़ एक बार में नहीं उठाना पड़ता।
एक बार सिस्टम लग जाए तो नियमित सफाई जरूरी है—धूल या पत्ते पैनलों की कार्यक्षमता को कम कर सकते हैं। साल में दो‑तीन बार पानी से हल्की सफाई और विशेषज्ञ द्वारा इन्श्पेक्शन करना पर्याप्त रहेगा।
सोलर ऊर्ज़ा के बारे में पढ़ते-समझते आप कई नई तकनीकें देखेंगे जैसे कि हाइड्रोजन उत्पादन, सौर थर्मल पावर और फ्लोटिंग सॉलर फॉर्म्स। ये सब भविष्य की ऊर्जा योजना का हिस्सा हैं और धीरे‑धीरे घरों तक पहुँच रहे हैं।
तो अब देर किस बात की? यदि आप अपनी बिजली बिल को घटाना चाहते हैं, पर्यावरण को बचाना चाहते हैं या लंबी अवधि में निवेश करना चाहते हैं तो सोलर ऊर्ज़ा आपके लिए बेहतरीन विकल्प है। सही जानकारी और भरोसेमंद इंस्टालर चुनें, फिर देखें कैसे आपका घर साफ़ और किफ़ायती बिजली से रोशन होता है।