YouTube की पूर्व CEO Susan Wojcicki का 56 वर्ष की आयु में कैंसर से निधन हो गया है। वह Google की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली और सिलिकॉन वैली की प्रभावशाली महिलाओं में से एक थीं। Wojcicki ने YouTube को विश्व के सबसे लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म में परिवर्तित कर दिया।
Susan Wojcicki – टेक जगत की प्रमुख महिला नेता
आपने Susan Wojcicki का नाम तो सुना होगा, खासकर अगर आप यूट्यूब या डिजिटल मीडिया में रुचि रखते हैं। यहाँ हम उनके करियर, सोच और हाल के अपडेट को आसान भाषा में समझाते हैं। चाहे आप एक छात्र हों या पेशेवर, यह जानकारी आपके लिए काम की होगी।
Susan Wojcikari का करियर सफर
1998 में Susan ने Google में मार्केटिंग मैनेजर के तौर पर नौकरी शुरू की। जल्दी ही उनका योगदान इतना बड़ा था कि उन्होंने AdWords जैसे प्रोडक्ट को लॉन्च करने में मदद की। 2006 में वह Google की पहली महिला एग्जिक्यूटिव बॉर्डर का हिस्सा बनीं, और दो साल बाद यूट्यूब का CEO बन गईं।
CEO बनने के बाद Susan ने प्लेटफ़ॉर्म को मोबाइल‑फ्रेंडली बनाया, स्ट्राइकिंग कंटेंट पॉलिसी लागू की और छोटे क्रिएटरों को सपोर्ट करने वाले प्रोग्राम लॉन्च किए। उनका लक्ष्य था कि यूट्यूब सभी उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित और फायदेमंद रहे।
तकनीकी जगत में Susan के योगदान
Susan का सबसे बड़ा काम है विज्ञापन मॉडल को बेहतर बनाना। उन्होंने AI‑आधारित सिफ़ारिश सिस्टम लागू किया, जिससे यूज़र्स को उनके पसंदीदा वीडियो जल्दी मिलते हैं और विज्ञापनों की रिटर्न भी बढ़ती है। इसके अलावा उन्होंने क्रिएटर इकोसिस्टम पर ध्यान दिया – म्यूजिक लाइसेंसिंग से लेकर मोनेटाइजेशन तक, सभी पहलुओं को सरल बनाया।
उनकी नेतृत्व शैली में डेटा‑ड्रिवन निर्णय और टीम की खुली बातचीत शामिल है। अक्सर वह अपनी टीम के साथ छोटे‑छोटे मीटिंग्स करती हैं ताकि हर कोई अपने आइडिया साझा कर सके। इससे नवाचार तेज़ होता है और यूट्यूब लगातार नई फीचर रिलीज़ करता रहता है, जैसे शॉर्ट्स और कम्युनिटी टैब।
हाल के कुछ महीनों में Susan ने एक बड़ी घोषणा की – वह 2024 के अंत में CEO पद से इस्तीफा दे रही हैं, लेकिन कंपनी की रणनीति को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे। उनका अगला प्रोजेक्ट है AI‑सहायता वाले कंटेंट मोडरेशन टूल्स बनाना, जिससे हेट स्पीच और फेक न्यूज़ पर रोक लगाई जा सके। यह कदम उनके सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी के प्रति प्रतिबद्धता को दिखाता है।
अगर आप Susan की बातों से प्रेरित होना चाहते हैं तो उनके इंटरव्यू देख सकते हैं, जहाँ वह अक्सर युवा उद्यमियों को सलाह देती हैं – जैसे “हर दिन नया सीखो” और “फेल होने से डरना नहीं”. उनका संदेश सरल है: मेहनत, धैर्य और सही दिशा में रिस्क लेना ही सफलता की चाबी है।
समाप्ति पर यह कहा जा सकता है कि Susan Wojcicki सिर्फ एक CEO नहीं बल्कि डिजिटल मीडिया के परिवर्तनकर्ता हैं। उनके काम को समझकर आप भी अपने करियर या प्रोजेक्ट्स में नई सोच ला सकते हैं। सत्ता खबर पर हम ऐसे ही अपडेट लाते रहेंगे, तो जुड़े रहें और पढ़ते रहें!