भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या और उनकी पत्नी नताशा स्टैनकोविच ने इंस्टाग्राम पर अपने तलाक की पुष्टि की है। चार साल पहले शादी करने वाले इस जोड़े ने कहा कि वे अपने बेटे अगस्त्या को मिलकर पालेंगे। हार्दिक और नताशा ने जुलाई 2020 में अपने बच्चे का स्वागत किया था। हार्दिक ने कहा कि वे अपने बेटे की खुशियों के लिए प्रतिबद्ध हैं।
तलाक: नई खबरें, कानूनी जानकारी और जीवन‑साथी के साथ संभालने के टिप्स
आपको तलाक की बात सुनते ही कई सवाल आते हैं – कब फ़ाइल करूँ, कोर्ट कितना समय लेगा, बच्चों का क्या होगा? सत्ता ख़बर इस पेज पर इन सभी सवालों के जवाब आसान भाषा में देता है। यहाँ आपको ताज़ा समाचार, कानूनी प्रक्रिया और वास्तविक जीवन से जुड़े उदाहरण मिलेंगे।
तलाक के कानूनी कदम
सबसे पहले समझें कि तलाक की शुरुआत कैसे होती है. अगर आप भारत में रहते हैं तो सबसे आम दो तरह के तलाक होते हैं – सामान्य तलाक (न्यूडिशियल) और परस्पर सहमत तलाक (अधिवादी‑आवेदक समझौता). सामान्य तलाक में एक पक्ष की इच्छा काफी होती है, जबकि परस्पर सहमत तलाक दोनों का लिखित समझौता मांगता है।
फाइलिंग से पहले इन दस्तावेज़ों को तैयार कर लें: शादी प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाणपत्र (बच्चों के लिए), आर्थिक विवरण और अगर कोई घरेलू हिंसा की शिकायत है तो उसका सबूत। अदालत में ये फाइल करने पर आपको प्रथम सुनवाई का नोटिस मिलेगा, जिसमें अक्सर दो‑तीन महीनों के भीतर समाधान के विकल्प दिए जाते हैं।
अगर आप सहमति तलाक चुनते हैं, तो दोनों पक्ष को एक‑दूसरे की आर्थिक स्थिति और बच्चों की देखभाल का प्लान लिखित में प्रस्तुत करना पड़ता है. यह दस्तावेज़ कोर्ट में स्वीकार हो जाता है और अक्सर 6‑8 हफ्तों के भीतर फैसला सुनाया जाता है।
तलाक से जुड़े सामाजिक पहलु
कई बार तलाक का असर सिर्फ कानूनी नहीं, बल्कि सामाजिक भी होता है. परिवार, दोस्त और समाज की राय कभी‑कभी निर्णय को उलझा देती है. ऐसे में खुद को भावनात्मक रूप से तैयार करना जरूरी है। आप भरोसेमंद मित्र या काउंसलर से बात कर सकते हैं, जिससे तनाव कम हो सके.
बच्चों के लिए सबसे बड़ी चिंता होती है उनका भविष्य. कोर्ट आम तौर पर माता‑पिता की आर्थिक क्षमता और बच्चे के साथ रहने की इच्छा को ध्यान में रखता है। आप अपने बच्चों के लिये एक स्पष्ट शेड्यूल बना कर दोनों घरों में समय बांट सकते हैं, जिससे उन्हें स्थिरता महसूस हो.
तलाक के बाद कई लोग नई नौकरी या व्यवसाय शुरू करने का सोचते हैं. सरकार ने महिलाओं और अकेले पिता के लिए कुछ आर्थिक स्कीम चलायी है – जैसे स्वरोजगार योजना और स्टार्ट‑अप फंड। इनका उपयोग करके आप अपने जीवन को फिर से स्थापित कर सकते हैं.
अंत में, याद रखें कि तलाक कोई असफलता नहीं, बल्कि एक नया शुरुआत हो सकता है. सही जानकारी, कानूनी मदद और भावनात्मक समर्थन के साथ आप इस चरण को आसानी से पार कर सकते हैं। सत्ता ख़बर पर नियमित रूप से अपडेट पढ़ें, ताकि आप हर कदम पर सूचित रहें.