United States – भारत के पाठकों के लिए ताज़ा ख़बरें

जब हम United States, उत्तर अमेरिकी महाद्वीप में स्थित लोकतांत्रिक संघ, जिसकी आबादी 330 मिलियन से अधिक है की बात करते हैं, तो इसका प्रभाव सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं रहता। इसे अक्सर USA कहा जाता है और यह वैश्विक राजनीति, व्यापार और तकनीक में मुख्य खिलाड़ी है। इस पेज पर आप देखेंगे कि कैसे United States की नीतियां भारत के दैनिक जीवन को छूती हैं।

US politics, संघीय और राज्य स्तर की नीति‑निर्धारण प्रक्रिया, जिसमें राष्ट्रपति, कांग्रेस और सुप्रीम कोर्ट शामिल हैं के निर्णय अक्सर बाजार में लहरें पैदा करते हैं। उदाहरण के तौर पर, ट्रम्प की 100% फ़ार्मास्युटिकल टैरिफ घोषणा ने भारतीय फार्मा स्टॉक्स को गिरा दिया, जबकि भारतीय बैंक शेयरों में अस्थायी उछाल आया। इसी तरह, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव या कांग्रेस में नए विधेयक भारतीय निवेशकों के लिए जोखिम और अवसर दोनों को पुनः परिभाषित करते हैं।

अर्थशास्त्र का बड़ा हिस्सा US economy, वर्ल्ड का सबसे बड़ा जीडिपी वाला राष्ट्र, जिसका GDP लगभग 25 ट्रिलियन डॉलर है के स्वास्थ्य, रोजगार और मुद्रास्फीति पर केन्द्रित है। जब फेडरल रिज़र्व ब्याज दरें बदलता है, तो डॉलर‑रुपया दर में उतार‑चढ़ाव स्पष्ट रूप से दिखता है। हाल ही में फेड की नीतियों ने भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता बढ़ा दी, जबकि आयात‑निर्यात कंपनियों को नई रणनीति अपनाने की जरूरत पड़ी। इसलिए, US economy की खबरें पढ़ना भारतीय व्यापारियों के लिए अनिवार्य है।

तकनीकी क्षेत्र में US technology, सिलिकॉन वैली और अन्य टेक हब्स का समूह, जो AI, क्लाउड, मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं में अग्रणी है लगातार नई रुझानों को जन्म देता है। गूगल का 27वाँ जन्मदिन और उसका विशेष डूडल, या जिगुआर लैंड रोवर पर साइबर‑आक्रमण जैसी घटनाएँ दर्शाती हैं कि कैसे अमेरिकी टेक कंपनियाँ न सिर्फ इनोवेशन बल्कि सुरक्षा जोखिम भी लाती हैं। भारतीय स्टार्ट‑अप्स और आईटी पेशेवर इन अपडेट्स से सीखते हैं, क्योंकि सहयोग और प्रतिस्पर्धा दोनों ही US technology पर निर्भर हैं।

व्यापार संबंधों के मामले में US trade, अमेरिका के आयात‑निर्यात नियम, टैरिफ और द्विपक्षीय समझौते, जो वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित करते हैं का महत्व बढ़ा है। ट्रम्प द्वारा लागू की गई फार्मास्युटिकल टैरिफ ने भारतीय दवा निर्माताओं को अमेरिकी बाजार में नई उत्पादन सुविधाएँ स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। इसी तरह, भारतीय एसेट क्लासेज़ में अमेरिकी निवेश की मात्रा बढ़ने से लिक्विडिटी में सुधार और वॉल्यूम में उतार‑चढ़ाव आया। US trade की खबरें पढ़कर कंपनियां अपनी रणनीति को लचीलापन दे सकती हैं।

इन चार प्रमुख क्षेत्रों – US politics, US economy, US technology और US trade – का आपस में गहरा जुड़ाव है। US politics अक्सर US economy को दिशा देता है, वहीँ US technology इन आर्थिक बदलावों को तेज़ी से लागू करती है, और US trade ये सब एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर पेश करता है। इस परस्पर संबंध को समझना भारतीय पाठकों के लिए बेहद उपयोगी है, क्योंकि यह सीधे उनके निवेश, करियर और रोज‑मर्रा के निर्णयों को प्रभावित करता है। नीचे दी गई सूची में आप United States से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, विश्लेषण और विशेषज्ञ राय पाएँगे, जो इन सभी पहलुओं को कवर करती हैं।

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