2007 T20 वर्ल्ड कप जीत की कहानी
साल 2007 टीम इंडिया और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक खास साल था। महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में टीम इंडिया ने पहली बार T20 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचा। यह जीत न केवल टीम इंडिया के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का क्षण था। फाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 5 रनों से हराकर यह उपलब्धि हासिल की।
भारत ने फाइनल मुकाबले में 20 ओवर में 157 रन बनाए, जिसमें गौतम गंभीर ने 75 रन और रोहित शर्मा ने 30 रन का योगदान दिया। पाकिस्तान की टीम 152 रन पर सिमट गई। पाकिस्तान की तरफ से इमरान नाज़िर ने 33 और मिस्बाह-उल-हक ने 43 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके।
मुंबई में विजय परेड
इस ऐतिहासिक जीत के बाद मुंबई में आयोजित विजय परेड ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की ख़ुशी को और बढ़ा दिया। हजारों की संख्या में फैंस मुंबई की सड़कों पर जमा हुए और टीम इंडिया का स्वागत किया। परेड ने लगभग 25 किलोमीटर की दूरी तय की और कई घंटों तक चली।
महेंद्र सिंह धोनी ने इस मौके पर अपने भाषण में मुंबई शहर की तारीफ की और कहा कि यह टीम की मेहनत और फैंस के प्यार का नतीजा है। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई ने इस जन उत्सव के साथ वाकई में अपने आपको क्रिकेट का मेका साबित किया।
टीम इंडिया का सम्मान
विजय परेड के बाद टीम का वानखेड़े स्टेडियम में भी सम्मान किया गया। वहां उपस्थित जनता और क्रिकेट प्रेमियों ने टीम का जोरदार स्वागत किया। यह जीत खासतौर पर इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि कुछ महीने पहले ही टीम को वन-डे वर्ल्ड कप में पहली ही दौर में बाहर हो जाना पड़ा था। यह जीत टी20 वर्ल्ड कप में नया इतिहास लिखने जैसा था।
महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में यह टीम एक नए युग की शुरुआत करते हुए कई और महत्वपूर्ण जीत हासिल करने वाली थी। यह अविस्मरणीय क्षण भारतीय क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा और इसने टीम इंडिया को एक नया आत्मविश्वास और उम्मीदें दीं।