2007 T20 वर्ल्ड कप विजय परेड: महेंद्र सिंह धोनी की टीम की यादगार जीत

2007 T20 वर्ल्ड कप विजय परेड: महेंद्र सिंह धोनी की टीम की यादगार जीत

2007 T20 वर्ल्ड कप विजय परेड: महेंद्र सिंह धोनी की टीम की यादगार जीत 4 जुल॰

2007 T20 वर्ल्ड कप जीत की कहानी

साल 2007 टीम इंडिया और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक खास साल था। महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में टीम इंडिया ने पहली बार T20 वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचा। यह जीत न केवल टीम इंडिया के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का क्षण था। फाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 5 रनों से हराकर यह उपलब्धि हासिल की।

भारत ने फाइनल मुकाबले में 20 ओवर में 157 रन बनाए, जिसमें गौतम गंभीर ने 75 रन और रोहित शर्मा ने 30 रन का योगदान दिया। पाकिस्तान की टीम 152 रन पर सिमट गई। पाकिस्तान की तरफ से इमरान नाज़िर ने 33 और मिस्बाह-उल-हक ने 43 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके।

मुंबई में विजय परेड

मुंबई में विजय परेड

इस ऐतिहासिक जीत के बाद मुंबई में आयोजित विजय परेड ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की ख़ुशी को और बढ़ा दिया। हजारों की संख्या में फैंस मुंबई की सड़कों पर जमा हुए और टीम इंडिया का स्वागत किया। परेड ने लगभग 25 किलोमीटर की दूरी तय की और कई घंटों तक चली।

महेंद्र सिंह धोनी ने इस मौके पर अपने भाषण में मुंबई शहर की तारीफ की और कहा कि यह टीम की मेहनत और फैंस के प्यार का नतीजा है। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई ने इस जन उत्सव के साथ वाकई में अपने आपको क्रिकेट का मेका साबित किया।

टीम इंडिया का सम्मान

विजय परेड के बाद टीम का वानखेड़े स्टेडियम में भी सम्मान किया गया। वहां उपस्थित जनता और क्रिकेट प्रेमियों ने टीम का जोरदार स्वागत किया। यह जीत खासतौर पर इसलिए भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि कुछ महीने पहले ही टीम को वन-डे वर्ल्ड कप में पहली ही दौर में बाहर हो जाना पड़ा था। यह जीत टी20 वर्ल्ड कप में नया इतिहास लिखने जैसा था।

महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में यह टीम एक नए युग की शुरुआत करते हुए कई और महत्वपूर्ण जीत हासिल करने वाली थी। यह अविस्मरणीय क्षण भारतीय क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा और इसने टीम इंडिया को एक नया आत्मविश्वास और उम्मीदें दीं।



टिप्पणि (6)

  • varun chauhan
    varun chauhan

    वो दिन याद है भाई... मुंबई की सड़कें लाल-सफेद झंडों से भरी थीं। धोनी का वो शांत चेहरा, गंभीर का धमाकेदार बल्लेबाजी, रोहित का शुरुआती धमाका... सब कुछ जैसे फिल्म में लग रहा था। 😊❤️

  • Prince Ranjan
    Prince Ranjan

    अरे यार ये सब गलत है भाई ये जीत बस एक बर्बर भाग्य था जबकि पाकिस्तान ने अपने बल्लेबाजों को बचाने के लिए अपने गेंदबाजों को बर्बाद कर दिया था और धोनी ने बस टॉस जीतकर खुद को जनता के सामने फायदा उठाया बस इतना ही था ये जीत इतिहास नहीं बस एक बड़ा झूठ था

  • Suhas R
    Suhas R

    तुम सब जानते हो ना कि ये जीत बनाई गई थी अमेरिका के एजेंटों ने जिन्होंने धोनी को एक बार गोल्डन रिंग दिया था जिससे वो अपने बल्ले को जादू से भर देता था और पाकिस्तान के खिलाड़ी उस रिंग की चमक से अंधे हो गए थे ये सब एक साजिश है और अब तक किसी ने इसका खुलासा नहीं किया क्योंकि सरकार इसे छुपा रही है

  • Pradeep Asthana
    Pradeep Asthana

    अरे भाई तुम लोग तो बस धोनी की तारीफ कर रहे हो लेकिन क्या तुमने कभी सोचा कि उस टीम में कितने खिलाड़ी बिना किसी अनुभव के आए थे रोहित तो बस एक लड़का था जिसे किसी ने अचानक फाइनल में डाल दिया और उसने जो किया वो बस एक लकी शॉट था असली जीत तो धोनी के बाद जो बाकी लोगों ने किया उसकी है

  • Shreyash Kaswa
    Shreyash Kaswa

    2007 की यह जीत भारत के लिए एक अद्वितीय गौरव का पल था। इस जीत ने न केवल क्रिकेट के क्षेत्र में बल्कि राष्ट्रीय आत्मविश्वास को भी नया आयाम दिया। धोनी के नेतृत्व में यह टीम ने दिखाया कि भारतीय खिलाड़ी दुनिया के सामने कैसे खड़े हो सकते हैं। यह जीत हम सबके लिए प्रेरणा है।

  • Sweety Spicy
    Sweety Spicy

    हाँ बिल्कुल ठीक है ये जीत एक बड़ा झूठ था जिसे तुम सब बहुत बड़े बहुत बड़े इमोशनल ट्रांसफॉर्मेशन के नाम पर बेच रहे हो लेकिन अगर तुम वास्तव में फिल्म देखोगे तो देखोगे कि धोनी ने फाइनल में जो शॉट लगाया वो उस गेंद के बाद नहीं था जिसे बॉल काउंटर ने रिकॉर्ड किया था ये सब एडिट किया गया था और तुम लोग इसे असली मान रहे हो जैसे तुम्हारे दिमाग में एक फिल्म चल रही हो

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