Australia A vs India A का रोमांचक अनौपचारिक टेस्ट: दो शतक, एक नज़दीकी टाई

Australia A vs India A का रोमांचक अनौपचारिक टेस्ट: दो शतक, एक नज़दीकी टाई

Australia A vs India A का रोमांचक अनौपचारिक टेस्ट: दो शतक, एक नज़दीकी टाई 26 सित॰

पहला इन्किंगस: ऑस्ट्रेलिया A की आक्रमण शैली

लकनौ के बागेश्वर कंडीशन में 16 सितम्बर की सुबह से ही Australia A vs India A टेस्ट की धूम मची हुई थी। टॉस जीत कर ऑस्ट्रेलिया A ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। जेवियर बॉलिंग टर्न के साथ तेज़ गति की पिच ने बाउंज को बढ़ाया, जिससे सैम कॉनस्टास (109) और जोश फिलिप (123) दोनों ने अपने‑अपने शतक बनाकर टीम को 532/6 पर डिक्लेयर करवाया। फिलिप ने सिर्फ 87 गेंदों में जोश के साथ 123 रन बनाए, जबकि कॉनस्टास ने 144 डिलीवरी में 109 रन रखे, जिससे दोनों पारियां तेज़ी से आगे बढ़ीं।

ऑस्ट्रेलिया की बारी में मध्य क्रम के खिलाड़ी भी बिना रुके अँधेरे में चमके। विलियम रॉबिन्सन और एरन कर्नली ने फ्री‑फॉर्म क्रिकेट देखा, जिससे स्कोरबोर्ड पर लगातार 30‑40 रन की साझेदारी बनी। साइड के फील्डर अभी भी गेंदों को रोक नहीं पाए, जिससे बॉलरों को लगातार रनों का सामना करना पड़ा।

भारत A की गेंदबाज़ी के सामने सबसे बड़ा सामना कंधे की चोटी पर आया। हार्श दुबे ने 27 ओवर में 141 रनों पर 3 विकेट लेकर सबसे आगे रहे, जबकि गर्नूर बरर ने 19 ओवर में 2 विकेट लिए। लेकिन दोनों गेंदबाज़ों को लगातार सीमाओं पर रनों की धारा रोकनी थी, जो इस चरण में नहीं हो पाया।

दूसरा इन्किंगस: भारत A की संकल्पित वापसी

दूसरा इन्किंगस: भारत A की संकल्पित वापसी

ऑस्ट्रेलिया के डिक्लेयर के बाद भारत A ने पिच पर कदम रखा और तुरंत ही अपने बैट्समैन के साथ मेज पर झोंके फेंके। फिर भी, उनके शुरुआती ओवर थोड़े संकोच में थे, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के फास्ट बॉलर्स अब भी गति और डिवीएशन में माहिर थे। लेकिन जल्द ही दो बड़े नाम सामने आए: देवदत्त पडक्कल (150) और ध्रुव जुरेल (140)। पडक्कल ने 281 गेंदों में 150 रन बनाए, जिसमें कई पिरामिड लपेटने वाले शॉट्स और बेहतरीन रिलेपीस शामिल थे। जुरेल ने 197 गेंदों में 140 रन की धाक रखी, जिससे दोनों ने 291 रन की साझेदारी बनाई।

भारत A की टीम ने कुल मिलाकर 531/7 पर 141.1 ओवर में डिक्लेयर करवाया, जो ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से सिर्फ एक रन पीछे था। इस असामान्य नजदीकी स्कोर ने दोनों टीमों के बीच एक नया तनाव पैदा कर दिया, क्योंकि मैच में अभी भी दो‑तीन दिन बचे थे।

ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाज़ी में कोरी रोक्कीओली ने 36.1 ओवर में 3 विकेट लिये, जबकि लायम स्कॉट ने 14 ओवर में सिर्फ 31 रनों पर 1 विकेट गिराया, जिससे भारतीय बैट्समैन को अधिक समय तक रनों का जमाव करने का मौका मिला।

दूसरे दिन के अंत में, ऑस्ट्रेलिया A ने 56/0 पर रुकते हुए 16 ओवर खेले। कैंपबेल केलावे ने 24 रन बनाकर शुरुआत की, जबकि कॉनस्टास ने 27 रन जोड़े। भारत के प्रसीध कृष्णा और खलील अहमद ने क्रमशः 4 और 10 रन दिला कर अपनी शांति बनाए रखी, लेकिन अभी तक विकेट नहीं ले पाए।

संपूर्ण रूप से, इस अनौपचारिक टेस्ट ने दोनों देशों की युवा पीढ़ी की ताकत को उजागर किया। शतक, सहस्राब्दी और अधिकतम रनों का संगम इस मैच को यादगार बनाता है। अगले दो दिनों में दोनों टीमें अपने‑अपने बॉलरों को बेहतर बनाने और बैट्समैन को रोकने के लिए नई रणनीति अपनाएंगी। इस सीज़न की बेस्टिंग टैलेंट की जाँच इस ही मैच में जारी रह सकती है।



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