भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चौथे T20 मैच की शानदार जीत
15 नवंबर, 2024 को जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में खेले गए चौथे T20 मैच में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर सीरीज में 3-1 की बढ़त हासिल की। यह मैच भारतीय टीम के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण और यादगार था। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में टीम ने ना सिर्फ बल्लेबाजी में बल्कि गेंदबाजी में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
खेल की शुरुआत में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। बल्लेबाजी क्रम की शुरुआत संजू सैमसन और तिलक वर्मा ने की। इन दोनों ही बल्लेबाजों ने मैदान पर अपना बेहतरीन खेल दिखाते हुए शानदार शतक जड़े। भारतीय पारी अंत में 20 ओवर में 283/1 रन के विशाल स्कोर पर पहुँची। संजू सैमसन ने तेज गति से रन बटोरते हुए 115 रन बनाए जबकि तिलक वर्मा ने उन्हें बखूबी साथ दिया और 101 रनों की अंजीर के साथ नाबाद रहे।
दक्षिण अफ्रीका की असफल पारी
दक्षिण अफ्रीका की पारी शुरू से ही दबाव में थी। भारतीय गेंदबाजों ने अपनी आक्रमकता से विपक्षी टीम को कोई भी बड़ी साझेदारी विकसित नहीं करने दी। शुरुआत में ही विकेट की निरंतर गिरावट की वजह से दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबाव और बढ़ गया। भारतीय गेंदबाजों ने सटीक लाइन और लेंथ पर गेंद डालते हुए विपक्षियों को 18.2 ओवर में 148 रनों पर समेट दिया, जिससे टीम भारत की जीत के अंतर को 135 रनों की विशालता मिली।
भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह जैसे अनुभवी गेंदबाजों ने विपक्षी बैटिंग लाइन को उखाड़ फेंकने में मुख्य भूमिका निभाई। बुमराह ने तीन महत्वपूर्ण विकेट चटकाए, जबकि भुवनेश्वर ने भी अपनी रफ्तार और स्विंग से दो बल्लेबाजों को पैवेलियन की राह दिखाई। इनका समर्थन करते हुए युजवेंद्र चहल और अक्षर पटेल ने भी क्रमश: दो और एक विकेट लिए।
पूरी सीरीज पर एक नजर
सीरीज की पहली जीत भारतीय टीम ने 61 रन से हासिल की, जबकि दूसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने 3 विकेट से जीत दर्ज करते हुए वापसी की। हालांकि, तीसरे मैच में भारत ने फिर से बढ़त बनाते हुए 11 रन से महत्वपूर्ण जीत हासिल की। आखिरकार चौथे मैच में टीम ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए सीरीज को अपने नाम कर लिया।
इस श्रृंखला के दौरान भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी काबिले तारीफ रहा। तिलक वर्मा और ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों ने अपनी बेहतरीन फॉर्म प्रदर्शित की। यह सीरीज विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के लिए भी महत्वपूर्ण थी, जिन्होंने निरंतरता के साथ रन बनाए और सेलेक्शन के लिए मजबूत दावा पेश किया।
इस श्रृंखला में भारत की सफलता ने भावी श्रृंखला और विश्व कप की तैयारी के लिए नई उम्मीदें जगाई हैं। टीम के प्रदर्शन ने यह भी संकेत दिए हैं कि अगर वे इसी आत्मविश्वास और आक्रमकता से खेलते रहे तो अगली विश्व कप ट्रॉफी भी भारतीय झोली में आ सकती है। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह प्रदर्शन निश्चित रूप से गर्व का क्षण था।