जैनिक सिंनर ने Wimbledon के इतिहास में अपना नाम सुनहरा अक्षरों में दर्ज कर दिया। लंदन के सेंट्र कॉर्ट पर 13 जुलाई 2025 को हुए फाइनल में 24‑वर्षीय विश्व नंबर‑वन ने स्पेनिश दिग्गज कार्लोस अल्काराज़ को पाँच सेट में हराया। इस जीत के साथ उन्होंने इटली के पहले Wimbledon चैंपियन का खिताब जीता, जो पहले कभी नहीं हुआ था।
विनिंग में प्रमुख मोमेंट्स
मैचा शुरू होते ही दोनों खिलाड़ियों ने आक्रमणात्मक टेनिस दिखाया। सिंनर ने कई बार 100 मील प्रति घंटा से अधिक गति वाली फॉरहैंड मारकर अल्काराज़ को चकित कर दिया। पहले सेट में 6‑4 से जीतने के बाद, अल्काराज़ ने अपना खेल सम्हालते हुए दो सेट पीछे ले लिया, पर सिंनर की देर रात तक चलती थकान‑विरोधी क्षमता ने उन्हें तीसरा सेट 6‑3 से जीताया। चौथे सेट में दोनों ने लंबे रैली खेले, और अंत में सिंनर ने 7‑5 से मैच को सील किया। इस पंज़ीती में, फाइनल के पहले आधे में सिंनर ने कुल 22 एसेस और 3 ब्रेक पॉइंट्स बनाए, जिससे दर्शकों को एकदम रोमांचक खेल देखने को मिला।
सेमीफ़ाइनल में सिंनर ने तीन‑बार Wimbledon जीत चुके नोवाक जोकोविच को भी हराया था, जिससे उनका आत्म‑विश्वास और भी बढ़ा। टिप्पणीकारों ने कहा कि यह मैच दोनों सितारों के बीच का “इंटरगैलेक्टिक” टकराव था, जहाँ हर शॉट दूसरे को और मजबूत बनाता दिखा।

सिंनर की जीत के बाद का असर
इस जीत ने ATP की लाइव रैंकिंग में अचानक बदलाव कर दिया। अगर अल्काराज़ ने खिताब बचाकर रखा होता तो वह 2,940 अंकों से आगे था, पर अब अंतर केवल 1,540 अंक बचा है—7,540 बनाम सिंनर के 6,000 अंक। इस वजह से साल‑अंत नंबर‑वन का टाइटल अब और भी खुला हुआ है, और दोनों खिलाड़ियों को अब उत्तरी अमेरिकी हार्ड‑कोर्ट सीज़न में और भी तीव्र मुकाबला करना पड़ेगा।
विनिंग के बाद सिंनर को ब्रिटिश राजशाही के प्रिंस और प्रिंसेस ऑफ़ वेल्स के साथ सम्मानित किया गया। यह औपचारिक मुलाकात उनके क्रीड़ा इतिहास में एक नई परत जोड़ती है, जहाँ एक इटालियन खिलाड़ी को राजपरिवार की तरफ से बधाई मिलना पहले कब हुआ था, शायद यही पहली बार हो।
सिंनर का करियर 2020 के रूप में शुरू हुआ जब वे 17 साल की उम्र में कई ATP चैलेंजर टाइटल्स जीत चुके थे। 2024 में ऑस्ट्रेलिया ओपन के फाइनल में उन्होंने जोकोविच और डेनियल मेडवेदेव को हराकर अपना पहला ग्रँड स्लैम जीता था और साल‑अंत विश्व नंबर‑एक बने थे। अब Wimbledon जीतने के साथ उनका ग्रँड स्लैम कलेक्शन चार हो गया है – दो ऑस्ट्रेलिया ओपन, एक यूएस ओपन और अब Wimbledon।
इटली में इस जीत को राष्ट्रीय स्तर पर जश्न के रूप में मनाया गया। फीरोज़ी पब्लिक स्क्वायर में बड़े स्क्रीन लगाकर जनता ने मिलकर इस ऐतिहासिक क्षण को देखा। कई युवा टेनिस खिलाड़ी अब सिंनर को अपने आदर्श मानते हैं, और इटालियन टेनिस संघ ने कहा है कि इस जीत से देश में टेनिस अकादमी और ग्रास कोर्ट ट्रेनिंग का विस्तार होगा।
सिंनर ने इस जीत के बाद कहा, "यह मेरे लिए केवल एक ट्रॉफी नहीं है, यह पूरे इटली के टेनिस प्रेमियों की जीत है। मैं अपनी टीम, कोच और परिवार को धन्यवाद देना चाहता हूँ।" उन्होंने आगे अपने अगले लक्ष्य का खुलासा किया – साल‑अंत नंबर‑वन टाइटल और आगे के ग्रँड स्लैम में भी शीर्ष प्रदर्शन करना।
अब अल्काराज़ के साथ उनका प्रतिद्वंद्विता और भी तीव्र हो गई है। दोनों ने 2025 में पहले ही फ्रांस ओपन में एक-दूसरे का सामना किया था, जहाँ अल्काराज़ ने सिंनर को हराया था। अब दोनों को अगले महीने के नाशविल और फिर शोरियों वाले कॉर्नर स्टेडियम में एक बार फिर मिलना है, जहाँ इस टाइटल की लड़ाई जारी रहेगी।
सिंनर की इस जीत ने न सिर्फ इटली, बल्कि पूरे यूरोप में टेनिस को नई ऊर्जा दी है। यह एक ऐसा मोड़ है जहाँ युवा खिलाड़ी देखेंगे कि अगर इटालियन खिलाड़ी ग्रास कोर्ट पर जीत सकता है, तो कोई भी सीमाएँ नहीं रहतीं।