परीक्षा पुनर्संचालन का कारण और उसका महत्व
हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन (HPSC) ने इंग्लिश पोस्ट‑ग्रेजुएट टीचर (PGT) के लिए निर्धारित स्क्रीनिंग टेस्ट को 16 नवम्बर 2025 को दोबारा आयोजित करने का फैसला किया। पिछले महीने तय की गई परीक्षा में प्रश्न‑पत्र के उत्तर कुंजी में स्पष्ट त्रुटियाँ पाई गईं, जिससे उम्मीदवारों के बीच गड़बड़ी और असमानता का माहौल बन गया। ऐसी स्थिति में आयोग ने पूरे पेपर को रद्द करके नई तिथि घोषित की, ताकि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। इस कदम को कई उम्मीदवारों ने सराहा, क्योंकि अब उन्हें भरोसा है कि आगे की प्रक्रिया निष्पक्ष होगी।
आधिकारिक पुनः‑परिचालन नोटिस में बताया गया है कि परीक्षा ऑफलाइन मोड में होगी और उम्मीदवारों को दो घंटे के भीतर सभी प्रश्न हल करने होंगे। HPSC ने यह भी कहा है कि अब तकनीकी या प्रशासनिक गड़बड़ी को रोकने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे, जिससे परीक्षा सुगम ढंग से सम्पन्न हो सके।
परीक्षा का विस्तृत सिलेबस व औपचारिक जानकारी
इस इंग्लिश PGT स्क्रीनिंग टेस्ट में विभिन्न विषयों की व्यापक रूपरेखा शामिल है, जिससे यह साफ़ दिखता है कि चयन प्रक्रिया कितनी कठोर और बहुआयामी है। प्रमुख विषयों में शामिल हैं:
- एजुकेशन साइकोलॉजी और पेडागॉजी
- जनरल अवेयरनेस (इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था, हरियाणा की संस्कृति)
- रिज़निंग और जनरल मेंटल एबिलिटी
- कम्प्रिहेंशन और लॉजिकल रिफ़रेंसिंग
- डिसीजन मेकिंग, प्रॉब्लम सॉल्विंग और एनालिटिकल एबिलिटी
- बेसिक न्यूमेरसी और डेटा इंटरप्रिटेशन
उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए 2 घंटे का समय दिया जाएगा और सभी प्रश्न पेपर‑पेन मोड में लिखे जाएंगे। परीक्षा केंद्रों की सूची और एग्जाम‑डेली प्रोटोकॉल HPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया है, जहाँ से इच्छुक आवेदक अपनी सुविधानुसार सीट बुक कर सकते हैं।
HPSC की इस पहल के पीछे मुख्य उद्देश्य हरियाणा के सेकेंडरी स्कूलों में इंग्लिश शिक्षकों की कमी को दूर करना है। पिछले कुछ सालों में इस विषय में रिक्तियों की संख्या बढ़ती जा रही थी, इसलिए आयोग ने कई विषयों के लिए विस्तृत PGT भर्ती अभियान शुरू किया है। इंग्लिश के अलावा, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान आदि विषयों में भी समान परीक्षा प्रक्रियाएँ चल रही हैं।
अब जिन उम्मीदवारों ने पहले रद्द परीक्षा के लिए आवेदन किया था, उन्हें नई तिथि के अनुसार रजिस्ट्रेशन की पुष्टि करनी होगी। री‑एप्लिकेशन या डाक्यूमेंट वैरिफिकेशन में कोई अतिरिक्त फीस नहीं ली जाएगी, सभी प्रक्रियाएँ पहले के समान ही रहेंगी।
हड़ताल या तकनीकी व्यवधान जैसी किसी भी स्थिति में आयोग ने आपातकालीन संपर्क नंबर और हेल्पलाइन जारी की है, जिससे उम्मीदवार किसी भी समस्या के समाधान के लिए तुरंत सहायता ले सकें। इस प्रकार, HPSC ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि अगली बार परीक्षा बिना किसी बाधा के पूरी हो और योग्य उम्मीदवारों का चयन न्यायसंगत ढंग से हो सके।
Seemana Borkotoky
अच्छा हुआ कि HPSC ने गलती मान ली। अब तो बस एक बार में सब कुछ सही हो जाए, वरना ये रद्द-फिर-आयोजित का चक्र तो बंद हो जाएगा।
Puru Aadi
बस इतना कहना है कि अब तक का जो भी तनाव था, वो गायब हो गया 😌📚 अब तैयारी जारी रखो, भाईयों और बहनों!
Jasdeep Singh
ये सब नाटक है भाई। जब तक सरकारी बोर्ड्स में लोगों की बेइंतहा लापरवाही नहीं बंद होगी, तब तक ये चक्र चलता रहेगा। एक बार जिम्मेदारों को बर्खास्त कर दो, फिर देखो क्या होता है।
Maj Pedersen
हर उम्मीदवार के लिए ये निर्णय एक बड़ी राहत है। जब तक पारदर्शिता बनी रहे, तब तक हम सभी का विश्वास बना रहेगा। आयोग को इस निर्णय के लिए बधाई।
Rahul Tamboli
अब तो बस एक बार में सब कुछ ठीक हो जाए ना 😤 वरना अगली बार भी वो ही बातें होंगी - पेपर लीक, आंसर की गलत, फिर नया दिन 🤦♂️
Raghav Khanna
इस प्रक्रिया में आयोग ने न्यायसंगत और पारदर्शी दृष्टिकोण अपनाया है। इस तरह के निर्णय न केवल विश्वास बढ़ाते हैं, बल्कि भविष्य के आयोजनों के लिए एक नया मानक स्थापित करते हैं।
Sarvasv Arora
ये आयोग तो एक जिंदा नाटक है। एक बार बिना गलती किए परीक्षा लेने की कोशिश करो। बस इतना ही नहीं तो ये सब बकवास चलती रहेगी।
Garima Choudhury
ये सब बस धोखा है। मैंने सुना है कि आंसर की गलत इसलिए बनाई गई ताकि कुछ लोगों को छोड़ दिया जाए। अब फिर से नया पेपर? बहुत अच्छा।
Rakesh Joshi
अब तो तैयारी दोगुनी करो! ये मौका है अपनी जीत को साबित करने का। हर घंटा तुम्हारे लिए काम आएगा। आप सब कर सकते हो!
Arya Darmawan
पेपर रद्द होने का मतलब ये नहीं कि तुम्हारी तैयारी बर्बाद हुई। बल्कि ये मतलब है कि तुम्हारा अध्ययन अब और गहरा होगा। इस बार तुम न सिर्फ पास होगे, बल्कि टॉप करोगे।
Rohith Reddy
अगर ये आयोग इतना संवेदनशील है तो पहले से आंसर की चेक क्यों नहीं करता? ये सब बस नाटक है और तुम सब नाटक के नायक हो
Vaibhav Patle
मैंने इस बार की तैयारी को पहले से ही अपने दिनचर्या में शामिल कर लिया है। अब तो बस एक बार और रिवीजन कर लूंगा। ये दिन मेरे लिए अहम है। जय हिन्द! 🙏
Nripen chandra Singh
समय का चक्र चलता है और आयोग की गलतियाँ उसके बीच गायब हो जाती हैं लेकिन उम्मीदवारों की जिंदगी रुक जाती है और ये सब क्यों होता है क्योंकि इंसान नहीं बल्कि प्रणाली निर्माण है और प्रणाली कभी नहीं बदलती
Vidhinesh Yadav
क्या इस बार की परीक्षा में कोई अतिरिक्त वैलिडेशन स्टेप होगा? जैसे कि दो अलग-अलग टीमें आंसर की चेक करें? ये बात सुनकर अच्छा लगा।
HIMANSHU KANDPAL
मैं तो बस इतना कहूंगा कि अगर तुमने अभी तक तैयारी नहीं की तो तुम्हारी नौकरी नहीं होगी। ये नाटक देखने के लिए नहीं आए हो ना?
Jayasree Sinha
आयोग ने निर्णय लेने में विवेक दिखाया है। इस तरह के कदमों से सार्वजनिक विश्वास की नींव मजबूत होती है। अब बस इसे लागू करने की जिम्मेदारी संभालनी होगी।
Ratanbir Kalra
एक बार फिर जब आयोग ने गलती मानी तो मैंने सोचा कि शायद अब ये दुनिया बदल रही है लेकिन फिर याद आया कि ये सिर्फ एक परीक्षा है और दुनिया अभी भी वैसी ही है