कार्तिक आर्यन की फिल्म 'चंदू चैंपियन' की धीमी शुरुआत
कार्तिक आर्यन की नवीनतम फिल्म 'चंदू चैंपियन' का बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। फिल्म का निर्देशन प्रसिद्ध निर्देशक कबीर खान द्वारा किया गया है और इसमें कार्तिक ने मुरलीकांत पेटकर का किरदार निभाया है। फिल्म ने भारत में केवल ₹5.40 करोड़ और विश्वभर में कुल ₹7.60 करोड़ की कमाई की है। यह आंकड़े बेहद चौंकाने वाले हैं, खासकर जब फिल्म की प्रोमोशन पर ध्यान दिया जाए।
फिल्म के लिए टिकट की कीमत सिर्फ ₹150 रखी गई थी, ताकि ज्यादा से ज्यादा दर्शक फिल्म देखने आ सकें। लेकिन ये रणनीति सफल नहीं हो पाई, क्योंकि सुबह के शोज में दर्शकों की उपस्थिति बहुत कम रही। देर शाम के शोज में थोड़ा इजाफा जरूर हुआ, लेकिन वह भी अपेक्षाओं के मुकाबले अपर्याप्त था।
फिल्म की कमाई और उम्मीदें
'चंदू चैंपियन' के धीमे प्रदर्शन के पीछे कई कारण हो सकते हैं। पहले दिन की कमाई से यह स्पष्ट है कि दर्शकों को फिल्म ने पहले दिन खींचने में सफलता नहीं पाई। हालांकि, फिल्म निर्माताओं को अभी भी उम्मीद है कि सप्ताहांत के दौरान फिल्म की कमाई में सुधार हो सकता है।
इसकी तुलना में, पिछले हफ्ते रिलीज हुई फिल्म 'मुन्ज्या' ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया है। इस फिल्म ने अब तक आठ दिनों में ₹45.75 करोड़ की कमाई कर ली है। वहीं 'मिस्टर एंड मिसेज माही' ने भी 15 दिनों में ₹33.77 करोड़ की अच्छी खासी कमाई की है।
फिल्म की प्रोमोशनल रणनीति और समीक्षा
'चंदू चैंपियन' के लिए जबरदस्त प्रोमोशनल कैंपेन चलाया गया था। कार्तिक आर्यन और टीम ने बड़े-बड़े इवेंट्स और शोज में जाकर फिल्म का प्रमोशन किया। इसके बावजूद फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर धीमा प्रदर्शन कई सवाल खड़े कर रहा है।
फिल्म को मिले-जुले रिव्यू मिले हैं। कुछ समीक्षकों ने इसे बेहतरीन कहानी और कार्तिक की अदाकारी के लिए सराहना की है, जबकि कईयों का मानना है कि फिल्म की पटकथा कमजोर है और इसे और बेहतर बनाया जा सकता था।
फिल्म की कहानी और अदाकारी
फिल्म में कार्तिक आर्यन ने मुरलीकांत पेटकर का किरदार निभाया है। यह किरदार एक असली खेल पर्सनालिटी पर आधारित है। मुरलीकांत पेटकर ने 1972 में पैरालिंपिक्स में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था। इस किरदार को निभाने के लिए कार्तिक ने काफी मेहनत की है, इसके लिए उन्होंने ट्रेनिंग भी ली है।
कहानी मुरलीकांत पेटकर के संघर्ष और उपलब्धियों पर आधारित है। एक सैनिक से खिलाड़ी बनने की उनकी यात्रा को बड़े ही संवेदनशील तरीके से फिल्म में प्रस्तुत किया गया है। हालांकि, कई दर्शकों का मानना है कि फिल्म की लंबाई और उसकी पटकथा को और भी कसावट दी जा सकती थी। इसके बावजूद, कार्तिक की अदाकारी दर्शकों को बांधने में सक्षम रही।
भविष्य की संभावनाएं
अब इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि आगामी सप्ताहांत में फिल्म की कमाई में कितना सुधार देखा जाएगा। हालांकि, पहले दिन की कमाई से निर्माता और वितरक थोड़े हताश हो सकते हैं, परंतु यह देखना बाकी है कि शब्द-से-शब्द प्रचार (word-of-mouth) फिल्म की कमाई को कितना बढ़ा सकता है।
इसके आगे, कबीर खान और कार्तिक आर्यन दोनों के करियर में 'चंदू चैंपियन' का क्या योगदान रहेगा, यह भी देखने वाली बात होगी। दोनों ने इस फिल्म में जी-जान लगाई है और इसके परिणाम भी उनके करियर पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।
कुल मिलाकर, फिल्म 'चंदू चैंपियन' ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर धीमा प्रदर्शन किया है, परंतु इसके भविष्य को लेकर उम्मीदें अभी भी बरकरार हैं। देखते हैं कि आने वाले दिनों में यह फिल्म दर्शकों के दिलों में जगह बना पाती है या नहीं।
Vaibhav Patle
ये फिल्म तो बहुत अच्छी है भाई 😊 कार्तिक ने तो बिल्कुल असली मुरलीकांत बन गए हैं, उनकी ट्रेनिंग और मेहनत देखकर लगता है कि ये फिल्म धीरे-धीरे लोगों के दिलों में घुस जाएगी। पहले दिन की कमाई तो बस शुरुआत है, अब वर्ड ऑफ माउथ शुरू हो गया है। सप्ताहांत पर देखोगे तो बॉक्स ऑफिस उछाल पर होगा 🙌
Garima Choudhury
ये सब बस एक बड़ा धोखा है। जानबूझकर फिल्म को फ्लॉप बनाया जा रहा है क्योंकि कुछ बड़े निर्माता इसे डर रहे हैं। कार्तिक की अदाकारी को तो सब सराह रहे हैं पर ट्रेडिंग डेटा और थिएटर ऑडिट फर्जी हैं। ये फिल्म तो 50 करोड़ से ऊपर चल रही होनी चाहिए थी। जिन्होंने इसे बंद करवाया उनका नाम जानना चाहती हूँ।
Hira Singh
अरे भाई ये फिल्म तो बहुत दिल को छू गई 😊 मैंने देखी और आँखें भर आईं। कार्तिक ने तो जिंदगी की असली जीत को दिखाया है। इस तरह की फिल्में बहुत कम मिलती हैं। अगर आपने नहीं देखी तो अभी भी देख लो, बस एक शो पर जाओ। ये फिल्म देखकर आप खुद को बेहतर इंसान महसूस करोगे 💪
Ramya Kumary
इस फिल्म की गहराई तो बहुत है। ये सिर्फ एक खिलाड़ी की कहानी नहीं, बल्कि एक अनदेखे नागरिक के संघर्ष की यात्रा है। मुरलीकांत पेटकर का जीवन एक विशाल अनुपम आदर्श है। फिल्म ने उसे बिना अतिशयोक्ति के दिखाया है। अगर हम इस तरह की फिल्मों को समर्थन नहीं देंगे, तो बाद में हम खुद को दोषी महसूस करेंगे।
Sumit Bhattacharya
फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन की कमाई एक मापदंड नहीं है। वास्तविक सफलता तब आती है जब दर्शक उसे अपने जीवन में अनुभव करते हैं। कार्तिक की अदाकारी और कबीर खान की दृष्टि इस फिल्म को एक सांस्कृतिक घटना बना रही है। यह अभी शुरुआत है
Snehal Patil
ये फिल्म तो बस एक बेकार की बर्बादी है। कार्तिक आर्यन तो हमेशा ऐसी ही फिल्में बनाता है। जो लोग इसे देख रहे हैं वो अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। इस तरह की फिल्मों को बिल्कुल भी सपोर्ट नहीं करना चाहिए।
Nikita Gorbukhov
अरे भाई ये फिल्म तो बस एक बड़ा फेक है! कार्तिक आर्यन को तो बस एक लड़का लगता है जो ट्रेनिंग करके बना हुआ है। ये फिल्म तो सिर्फ प्रोमोशन के लिए बनाई गई है। और जो लोग इसे अच्छी बता रहे हैं वो बस फेक रिव्यू दे रहे हैं। इसकी कहानी तो बिल्कुल बेकार है 😒
RAKESH PANDEY
फिल्म की कमाई नहीं उसके मूल्य का मापदंड है। मुरलीकांत पेटकर की जीवन यात्रा को फिल्म में विश्वसनीय ढंग से प्रस्तुत किया गया है। कार्तिक की अदाकारी ने एक व्यक्ति के आंतरिक संघर्ष को जीवंत किया है। यह एक ऐसी फिल्म है जिसे देखना जरूरी है। बॉक्स ऑफिस के आंकड़े अस्थायी हैं।
Nitin Soni
मैंने इस फिल्म को देखा और बहुत प्रभावित हुआ। अगर आपने अभी नहीं देखी है तो बस एक बार जरूर देखिए। ये फिल्म आपको बदल देगी। बस थोड़ा समय दीजिए और देखिए कैसे ये आपके दिल में उतर जाती है 😊
varun chauhan
बहुत अच्छी फिल्म थी। कार्तिक की अदाकारी तो बहुत अच्छी थी। मैंने अपने दोस्त को भी बताया कि ये फिल्म देखने के लिए जरूरी है। अब तो ये वर्ड ऑफ माउथ चल रहा है। सप्ताहांत पर देखोगे तो बहुत अच्छी कमाई होगी 💯
Prince Ranjan
कार्तिक आर्यन की फिल्में हमेशा ऐसी ही होती हैं जिनमें बहुत बड़ा वादा होता है और बहुत कम वास्तविकता। ये फिल्म तो बस एक बड़ा धोखा है जिसे बनाने के लिए लोगों को फर्जी इमोशन्स दिए गए। इस तरह की फिल्मों को बाजार में नहीं आने देना चाहिए। बस इतना ही 😤
Suhas R
ये फिल्म तो बस एक बड़ी चाल है। सब कुछ फेक है। बॉक्स ऑफिस के आंकड़े बदले गए हैं। थिएटर्स में लोग नहीं आ रहे। ये फिल्म तो बंद हो चुकी है। लेकिन बड़े लोग इसे चलाने के लिए फेक रिव्यू लिखवा रहे हैं। मैंने खुद थिएटर में जाकर देखा था। खाली सीटें थीं। ये धोखा है।
Pradeep Asthana
अरे ये फिल्म तो बहुत अच्छी है लेकिन तुम लोग इसे देखने के बजाय बस बातें कर रहे हो। कार्तिक की अदाकारी तो बिल्कुल जबरदस्त है। जो लोग नहीं देखे उन्हें तो बस एक शो पर जाना चाहिए। बाकी सब बस बकवास है।
Vaibhav Patle
अरे ये जो लोग बोल रहे हैं कि फिल्म बंद हो गई है वो बिल्कुल गलत हैं 😊 मैंने आज शाम को देखा था और थिएटर लगभग पूरा भरा हुआ था। बहुत से लोग दूसरी बार आ रहे हैं। वर्ड ऑफ माउथ अभी शुरू हुआ है। अगले दिन देखोगे तो कमाई दोगुनी हो जाएगी 🙌