मुंबई और उसके उपनगरों में एक बार फिर भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है और इसी के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस बारिश के साथ तेज हवाएं भी चल रही हैं, जिससे कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
प्रमुख क्षेत्रों में जलभराव
पूर्वी एक्सप्रेसवे, ठाणे और पालघर जैसे क्षेत्रों में भारी जलभराव देखा जा रहा है। निचले इलाकों में जलभराव के कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है।
लोकल ट्रेन सेवाओं पर प्रभाव
भारी वर्षा और जलभराव के कारण मुंबई की जीवनरेखा कही जाने वाली लोकल ट्रेन सेवाओं में भी भारी बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और कई अन्य देरी से चल रही हैं। रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में यात्रियों की भीड़ देखी जा रही है, जो परेशान हैं और अपनी मंजिल तक पहुँचने के उपाय ढूंढ रहे हैं।
हवाई अड्डे की स्थिति
मुंबई हवाई अड्डे पर भी बारिश का असर देखा जा रहा है। कई उड़ानें देरी से चल रही हैं और कुछ उड़ानें तो रद्द भी कर दी गई हैं। यात्रियों को सलाह दी गयी है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति की जाँच पहले ही कर लें ताकि असुविधा से बचा जा सके।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनियाँ
IMD ने अगले कुछ दिनों के लिए गंभीर बारिश की चेतावनी दी है। यह पूर्वानुमान किया गया है कि कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है, जिससे जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। नागरिकों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने भी निवासियों को कुछ अहम निर्देश जारी किए हैं। उन्हें भारी बारिश के दौरान यात्रा से बचने और जलमग्न क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
स्कूल और कॉलेजों की स्थिति
भारी वर्षा को देखते हुए मुंबई में सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने विद्यार्थियों और अभिभावकों से अपील की है कि वे सुरक्षित रहें और आवश्यक रूप से ही घर से बाहर निकलें।
संघर्षरत मुंबईकरों का धैर्य
मुंबई के लोगों को हर साल मॉनसून के दौरान इस तरह के हालात का सामना करना पड़ता है। फिर भी, यह शहर अपने अद्वितीय धैर्य और जीवटता के लिए जाना जाता है। लोगों ने अपने घरों में बैठे रहते हुए भी आपसी सहयोग और सांत्वना से एक-दूसरे का हौसला बढ़ाया है।