मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या: राजनीतिक तनाव का नया अध्याय

मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या: राजनीतिक तनाव का नया अध्याय

मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या: राजनीतिक तनाव का नया अध्याय 13 अक्तू॰

मुंबई में राजनीतिक बवंडर: बाबा सिद्दीकी की हत्या

मुंबई, जो हमेशा से ही राजनीतिक और सामाजिक हलचल की धुरी रही है, इस बार एक और गंभीर घटना का गवाह बनी है। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या की घटना ने सभी को चौका दिया है। बांद्रा पूर्व क्षेत्र में तीन हमलावरों ने रात के समय जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय से बाहर निकल रहे थे, तब उन पर घातक हमला किया। यह हमला न केवल राजनैतिक और सामाजिक समुदाय के लिए एक बड़ा आघात था, बल्कि इसने मुंबई की कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

घटना का विवरण

शनिवार की रात लगभग 9:30 बजे, जब बाबा सिद्दीकी अपने बेटे के कार्यालय से निकल रहे थे, तभी अचानक से तीन हमलावर सामने आए। उन्होंने पटाखे जलाए, जो कवर के रूप में कार्य किया, और इसी बीच हमलावरों ने 9.9 मिमी पिस्तौल से छह गोलियां चलाईं, जिनमें से तीन उनके सीने में लगीं। घटना के तुरंत बाद, उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन 11:27 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

पुलिस कार्रवाई और संदेह

पुलिस ने तुरंत दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। उनमें से एक गुरमेल बलजीत सिंह, जो हरियाणा से है और दूसरा धर्मराज राजेश कश्यप जो उत्तर प्रदेश से है। तीसरा आरोपी अभी भी फरार है, और उसकी तलाश जारी है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे अपराध शाखा को सौंप दिया गया है, जो विभिन्न कोणों से इसकी जांच कर रही है। पुलिस हत्या के पीछे छुपे संभवित कारणों की जांच कर रही है, जिसमें कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, व्यावसायिक दुश्मनी और स्लम पुनर्विकास परियोजना को लेकर विवाद शामिल हैं।

राजनीतिक पृष्ठभूमि और व्यक्तिगत जीवन

बाबा सिद्दीकी ने अपने जीवन में बहुत सारी महत्वपूर्ण राजनीतिक जिम्मेदारियां संभाली थीं। वे तीन बार मुंबई के बांद्रा वेस्ट विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रहे। हाल ही में उन्होंने पांच दशक लंबे कांग्रेस के साथ अपने संबंध को समाप्त कर एनसीपी का दामन थामा था। बाबा का राजनीतिक सफर एक लंबी झंझावत भरी राह की कहानी बयां करता है, जिसमें वे कई मिनिस्टरियल पोर्टफोलियो संभाल चुके थे। अब, उनकी हत्या ने इस आगामी चुनाव में राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है।

हत्या के पीछे का दावा

इस घटना ने और भी गंभीर मोड़ ले लिया जब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली। उन्होंने इसका कारण बताया कि बाबा सिद्दीकी का संबंध फिल्म के सुपरस्टार सलमान खान और कुछ अंडरवर्ल्ड व्यक्ति से है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग पहले भी सलमान खान को धमकी दे चुका है। इसके चलते पुलिस ने अभिनेता के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है।

अंतिम संस्कार और प्रतिक्रियाएं

राज्य द्वारा दिए गए पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ बाबा सिद्दीकी का अंतिम संस्कार किया गया। रविवार को शाम 8:30 बजे के बाद उनका शव बाड़ा कब्रिस्तान, मरीन लाइन्स क्षेत्र में दफनाया गया। इस घटना से पूरे राजनीतिक और सामाजिक हलकों में गुस्सा और चिंता फैली हुई है। लोग यह सोचने पर मजबूर हैं कि इतने बड़े राजनीतिक व्यक्ति के साथ ऐसी घटना कैसे घटित हो सकती है।

बाबा सिद्दीकी की हत्या ने एक बार फिर से शहर की सुरक्षा प्रणाली को सवालों के घेरे में ला दिया है। ऐसे में, आने वाले समय में यह देखना होगा कि प्रशासन और राजनैतिक दल किस प्रकार इस घटना पर कार्रवाई करते हैं और नागरिकों का विश्वास कैसे बहाल करते हैं।



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