अतुल्य बॉलिंग स्पेल की कहानी
जब बांग्लादेश ने 2025 में मिर्पुर में पाकिस्तान के खिलाफ पहला टी20I खेला, तो सभी की नजरें Mustafizur Rahman पर टिकी हुई थी। पाँच साल पहले ही विश्व कप में उन्होंने कई यादगार ओवर फेंके थे, लेकिन इस बार उनका महत्त्व कुछ अलग था। सिर्फ दो विकेट लेते हुए, उन्होंने चारों ओवर मिलाकर केवल 6 रन दिए – यानी एक अभूतपूर्व अर्थव्यवस्था दर 1.50। यह आँकड़ा न सिर्फ बांग्लादेशीय इतिहास में सबसे किफायती बना, बल्कि पूरे टी20I में भी एक बड़ाई वाला माइलस्टोन रहा।
सबसे रोचक हिस्सा यह था कि Mustafizur ने इस स्पेल में एक भी बाउंड्री, दो या तीन नहीं दी। सभी छह रन सिंगल्स में बंटे थे, जो चार ओवर में समान रूप से चले। मगर यहाँ है टविस्ट – उन्होंने एक भी मेडी ओवर नहीं फेंका, जिससे वे पूरी तरह से अनोखे बन गए। इस तरह के 4‑ओवर स्पेल में 6 रन या कम देना, बिना किसी मेडी ओवर के, केवल ज़िम्बाब्वे के Christopher Mpofu ने ही किया है। Mustafizur अब इस सीमित सदस्य देशों में दूसरा नाम बन गया है।
रिकॉर्ड का महत्व और आगे का सफर
पहले बांग्लादेशी बॉलर Tanzim Hasan Sakib ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप में नेपाल के खिलाफ 4 विकेट लिए और सिर्फ 7 रन दिए (अर्थव्यवस्था 1.75)। रिशाद होसैनी ने भी यूएसए के खिलाफ वही आँकड़ा बनाया था। Mustafizur ने भी 2024 में नेपाल के खिलाफ 3/7 की शानदार स्पेल दिक्की, पर उनका 2025 का 2/6 स्पेल अब इस रिकॉर्ड को आगे बढ़ा चुका है।
इस शानदार बॉलिंग के साथ-साथ Mustafizur ने टहनी पर एक और अहम मुकाम हासिल किया – उन्होंने बांग्लादेश के लिए सबसे अधिक टी20I जीतें जीतीं, 112 मैचों में 53 जीतों की गिनती कर। इससे पहले शाकिब अल‑हसन के 52 जीत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इस जीत की संख्या दर्शाती है कि जब भी बांग्लादेश के साइड में उनका नाम आता है, तो जीत की संभावना काफी बढ़ जाती है।
कैरियर के उतार-चढ़ाव के बाद Mustafizur ने खुद को एक भरोसेमंद डेथ बॉलर के रूप में स्थापित किया है। उनका स्लो बॉल, ड्यूल एक्टिंग और बैंटिंग की गहराई से पढ़ने का तरीका बल्लेबाजों को अक्सर चकित कर देता है। खासकर क्वालीफ़ायर और क्षेत्रीय टूर्नामेंट में उनका दबाव बनाये रखने वाला खेल टीम के लिए जीवनरेखा बन चुका है।
भविष्य के बारे में सोचें तो Mustafizur की उम्र अभी भी 30 के करीब है, इसलिए उनके पास कई सालों का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बाकी है। अगर वह अपनी फिटनेस बनाए रखेंगे और नई बॉलिंग तकनीकों को अपनाएंगे, तो संभावनाएँ यह बताती हैं कि बांग्लादेश के टी20I में उनका योगदान अगले कॉरिडोर तक भी चमक सकता है। युवा बॉलरों के लिए उनका मॉडल – "कैसे एक बाउंसर को स्लो बॉल में बदलें" – कई अकादमी को प्रेरित कर रहा है।
संक्षेप में, Mustafizur Rahman ने न सिर्फ एक व्यक्तिगत रिकॉर्ड बनाया, बल्कि बांग्लादेशी क्रिकेट को नई दिशा भी दी है। उनका 2/6 का स्पेल, सीमित सदस्य देशों में एक अनोखा माइलस्टोन, और टी20I जीतों में उनका नेतृत्व इस बात को सिद्ध करता है कि वह अब बांग्लादेश की छोटी-फॉर्म के टीम में एक आइकन बन चुके हैं।
Pradeep Asthana
ये तो बस एक ओवर का बॉल था जो रिकॉर्ड बना दिया, बाकी सब जोर का झंडा बनाने की कोशिश है। असली बॉलर तो वो होता है जो 10 ओवर में 30 रन दे कर 5 विकेट ले आए, न कि चार ओवर में 6 रन का नाटक।
Shreyash Kaswa
बांग्लादेश के लिए ये रिकॉर्ड बहुत बड़ी बात है। हमारे भारतीय बॉलर्स भी ऐसे ही डेथ ओवर्स में दबाव बना सकते हैं, लेकिन वो तो बस लंबे ओवर फेंकते हैं और बाउंड्री देते रहते हैं। मुस्तफ़िज़ुर का ये स्पेल एक बड़ा सबक है।
Sweety Spicy
अरे भाई, ये सब रिकॉर्ड तो बस टी20I के छोटे-छोटे आँकड़ों की बात हैं। जब तक वो ओवर-ऑल में 30 रन देकर 4 विकेट नहीं लेता, तब तक ये सब 'माइलस्टोन' बस जर्नलिस्टों के लिए ट्रेंडिंग हेडलाइन हैं। और हाँ, बिना मेडी ओवर के 6 रन? अरे ये तो बारिश के बाद भीगे हुए बल्लेबाज़ का जवाब है।
Maj Pedersen
मुस्तफ़िज़ुर की इस बॉलिंग को देखकर लगता है कि क्रिकेट अब सिर्फ शक्ति का खेल नहीं, बल्कि स्मार्टनेस का खेल बन गया है। एक बॉलर जो बिना जोर के, बिना बॉउंसर के, बिना बाउंड्री के बल्लेबाज़ को घुटनों पर ला दे, वो असली जादूगर है। बांग्लादेश के लिए ये गर्व की बात है।
Ratanbir Kalra
इतना रिकॉर्ड बनाया और किसी ने नहीं पूछा कि वो बल्लेबाज़ कौन थे जिन्हें वो आउट किया और कौन था जिसने उनके ओवर में सिंगल्स लगाए अगर वो दूसरे देश के बल्लेबाज़ होते तो क्या ये रिकॉर्ड बनता या फिर ये सब बस एक नाटक है जो हमें अपनी भावनाओं के लिए बनाया गया है
Seemana Borkotoky
देखो ये बांग्लादेश के लिए बस एक बॉलर का रिकॉर्ड नहीं, ये तो छोटे देशों के लिए एक नया सपना है। जब तक हम अपने बॉलर्स को बड़े लीगों में नहीं भेजते, तब तक ऐसे मौके नहीं मिलेंगे। मुस्तफ़िज़ुर ने साबित कर दिया कि अगर तकनीक हो तो बस एक ओवर भी काफी है।
Sarvasv Arora
ये रिकॉर्ड तो बस एक चालाकी है जिसमें बल्लेबाज़ ने बेकार के सिंगल्स लगा दिए और बॉलर ने चार ओवर में बस दो विकेट ले लिए। असली बॉलिंग तो वो है जब तुम बल्लेबाज़ को डरा दो, न कि उसे बेकार के रन देकर उसकी चाल बदल दो। ये सब बस एक बड़ा धोखा है जिसे टीवी एक्सपर्ट्स ने बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया है।
Jasdeep Singh
इस रिकॉर्ड को लेकर जो लोग खुश हैं, वो नहीं जानते कि ये सब कैसे बना। टी20I में अब बल्लेबाज़ बस बाउंड्री नहीं मारना चाहते, वो बस रन बनाने की कोशिश करते हैं। और जब बॉलर अपने गेंदों को इतना धीमा कर देता है कि बल्लेबाज़ को लगता है कि ये गेंद बाउंस नहीं करेगी, तो वो आसानी से सिंगल्स लगा देते हैं। ये रिकॉर्ड तो बस एक बड़ी बेकारी है। और हाँ, जो बांग्लादेशी बॉलर इतना किफायती है, तो वो आखिर इतने सालों तक इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं चला क्यों? ये सब एक बड़ा नाटक है।
Rakesh Joshi
ये रिकॉर्ड बांग्लादेश के लिए नहीं, बल्कि पूरे एशिया के लिए एक गर्व की बात है। मुस्तफ़िज़ुर ने दिखाया कि टी20I में ताकत नहीं, बल्कि स्मार्टनेस जीतती है। अगर हमारे भारतीय बॉलर्स भी इसी तरह सोचने लगें, तो अगले वर्ल्ड कप में हम भी इस तरह के रिकॉर्ड बना सकते हैं। जय हिंद, जय बांग्लादेश!
HIMANSHU KANDPAL
अगर ये रिकॉर्ड असली है तो फिर बाकी सभी बॉलर्स को अब एक ओवर में 1.50 की इकॉनमी देनी होगी या फिर उन्हें टीम से बाहर कर देना चाहिए। ये नहीं हो सकता कि कोई बॉलर इतना किफायती हो और बाकी सब बेकार हो। ये तो बस एक जाल है जिसे किसी ने बनाया है ताकि बांग्लादेश के लोग खुश रहें।
Arya Darmawan
मुस्तफ़िज़ुर का ये स्पेल एक नया मानक स्थापित कर रहा है। एक बॉलर को अब बस विकेट लेना नहीं, बल्कि बल्लेबाज़ को बिना रन बनाए रोकना आता है। उनकी बॉलिंग टेक्निक - ड्यूल एक्टिंग, स्लो बॉल, और बैंटिंग की गहराई - ये सब एक अद्भुत शिक्षा है। युवा बॉलर्स को इसकी वीडियो देखनी चाहिए। और हाँ, उनकी 112 मैचों में 53 जीतें? ये रिकॉर्ड तो असली शान है।
Raghav Khanna
मुस्तफ़िज़ुर की इस बॉलिंग स्पेल को एक वैज्ञानिक अध्ययन के रूप में देखना चाहिए। चार ओवर में छह रन, बिना किसी मेडी ओवर के, और दो विकेट - ये तो बल्लेबाज़ की चिंतन प्रक्रिया को तोड़ देने वाला एक आदर्श उदाहरण है। उनके द्वारा अपनाई गई गेंदबाजी की रणनीति, जिसमें गति, दिशा और अप्रत्याशितता का संगम है, अकादमियों में शामिल किया जाना चाहिए। यह एक ऐसा नमूना है जिसे आगे की पीढ़ियों को अपनाना चाहिए।
Rohith Reddy
ये सब रिकॉर्ड बस एक चाल है... जानते हो क्या? पाकिस्तान के बॉलर्स ने इससे पहले भी ऐसा किया था लेकिन उनके बारे में किसी ने नहीं लिखा। अब बांग्लादेश के लिए ये रिकॉर्ड बनाया गया है ताकि वो अपने देश के लोगों को बहका सकें। और ये सब जो लोग खुश हैं, वो नहीं जानते कि इस गेम में रिव्यू सिस्टम का इस्तेमाल कैसे किया गया था... ये तो बस एक बड़ा धोखा है