OYO की नई चेक-इन नीति: अविवाहित जोड़ों के लिए सख्ती

OYO की नई चेक-इन नीति: अविवाहित जोड़ों के लिए सख्ती

OYO की नई चेक-इन नीति: अविवाहित जोड़ों के लिए सख्ती 5 जन॰

ओयो की नई चेक-इन नीति

बढ़ते समय के साथ होटलों और यात्रा बुकिंग ऐप्स में बदलाव आवश्यक हो जाता है। इस दृष्टिकोण से ओयो ने अपने पार्टनर होटलों के लिए एक नई चेक-इन नीति लागू की है, जो की शुरुआत में मेरठ में लागू होगी। इस नीति के तहत अब अविवाहित जोड़ों के लिए होटलों में ठहरने के नियम कड़े किए गए हैं। जो अविवाहित जोड़े अब ओयो के किसी भी होटल में चेक-इन करना चाहते हैं, उन्हें अपने रिश्ते का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। यह नीति ऑनलाइन बुकिंग के लिए भी लागू होगी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अब केवल किसी एक तरीके से ही कार्य नहीं होगा, बल्कि हर दृष्टिकोण से इसे देखा जाएगा।

यह निर्णय ओयो द्वारा मेरठ के नागरिक समाज समूहों और निवासियों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर लिया गया है। इसके पीछे का मुख्य कारण यह है कि स्थानीय समुदाय की सामाजिक मान्यताओं और संवेदनशीलताओं का सम्मान किया जा सके। ओयो के उत्तरी भारत के क्षेत्रीय प्रमुख पवस शर्मा ने कहा कि कंपनी सुरक्षित और जिम्मेदार आतिथ्य प्रथाओं को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें व्यक्तिगत स्वतंत्रता और व्यक्तिगत आज़ादी का सम्मान भी शामिल है।

समाज की भावना और ओयो का दृष्टिकोण

ओयो का यह कदम आधुनिक समाज के कुछ हिस्सों में व्याप्त नैतिक और सांस्कृतिक प्रवृत्तियों को भी सामने लाता है। जब से यात्रा और पर्यटक उद्योग ने भारत में अपनी जड़ें गहरी की हैं, तब से कई नैतिक और कानूनी मुद्दों ने भी जन्म लिया है। किसी भी होटल को मिसयूज किया जाना एक बड़ी सामाजिक समस्या है। इसके साथ ही ओयो की यह कोशिश यह भी सुनिश्चित करेगी कि आने वाली यात्राओं के लिए ग्राहकों का विश्वास और निष्ठा मजबूत हो सके।

पारिवारिक और सुरक्षित यात्रा के लिए ओयो का प्रयास

ओयो ने यह घोषणा भी की है कि वह पूरे भारत में सुरक्षित आतिथ्य के लिए अलग-अलग प्रयासों की शुरुआत करेगा। इनमें पुलिस और होटल पार्टनरों के साथ मिलकर संयुक्त सेमिनार आयोजित करना शामिल है। इसके अलावा, उन होटलों को ब्लैकलिस्ट करना भी शामिल होगा, जो अनैतिक गतिविधियों में शामिल होते हैं। यह पहल न केवल होटलों की सुरक्षा बढ़ाएगी, बल्कि ग्राहकों के ठहरने का अनुभव भी सुधारेगी।

ओयो का यह कदम अपने ग्राहकों को सुरक्षित और समर्पित अनुभव देने के लिए है। इसके माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि ओयो एक सुरक्षित, भरोसेमंद और ग्राहकों की पसंद की सेवा के रूप में खुद को प्रस्तुत करने के लिए कटिबद्ध है। ओयो का मुख्य उद्देश्य लंबे समय के लिए ग्राहकों का विश्वास जीतना है। यह नीति धीरे-धीरे अन्य स्थानों पर भी लागू होगी और इसे समय-समय पर समीक्षा की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह अपने उद्देश्य में सफल हो।



टिप्पणि (16)

  • Vaibhav Patle
    Vaibhav Patle

    ये नीति सच में बहुत समझदारी से बनाई गई है! 🙌 अविवाहित जोड़े को रिश्ते का प्रमाण चाहिए? बिल्कुल सही! अगर हम अपने शहर की सामाजिक सुरक्षा के बारे में सोचें, तो ये एक छोटा सा कदम है जो बड़ा असर डाल सकता है। बहुत सारे होटल अभी भी अनियंत्रित हैं, और ये नियम उन्हें जिम्मेदार बनाएगा। मैं इसे पूरे भारत में लागू होते देखना चाहता हूँ। ओयो को बधाई! ❤️

  • Garima Choudhury
    Garima Choudhury

    ये सब बकवास है। ये नीति सिर्फ एक बड़ा धोखा है। अगर तुम अविवाहित जोड़ों को रोकना चाहते हो तो सीधे बोल दो कि तुम लोगों को डर है। ये प्रमाण पत्र का झंडा बस एक ढोंग है। अगले चरण में शायद तुम लोग शादी का नोटिस भी मांगने लगोगे। और फिर बस एक बार फिर से लड़कियों के घर जाने पर रोक लग जाएगी। ये नहीं चलेगा।

  • Hira Singh
    Hira Singh

    मैं इस बात की सराहना करता हूँ कि ओयो ने अपने ग्राहकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। ये नीति सिर्फ रिश्तों के बारे में नहीं है, ये जिम्मेदारी के बारे में है। बहुत सारे युवा लोग अभी भी अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर पाते हैं, और ये नियम उन्हें भी सुरक्षित रखेगा। ओयो ने एक बहुत बड़ा कदम उठाया है। बधाई हो! 👏

  • Ramya Kumary
    Ramya Kumary

    क्या हम वाकई इस बात को भूल गए हैं कि इंसानी आज़ादी का मतलब है व्यक्ति के चुनाव का सम्मान करना? ये नीति एक ऐसे समाज की तरह है जो अपने डर को कानून बना रहा है। अगर कोई जोड़ा शादीशुदा है या नहीं, ये उनकी निजी जिंदगी है। होटल एक व्यावसायिक स्थान है, न कि एक नैतिक न्यायालय। ये नीति न सिर्फ असामाजिक है, बल्कि ये भविष्य की आज़ादियों को भी दबा रही है।

  • Sumit Bhattacharya
    Sumit Bhattacharya

    ओयो की नीति उचित है क्योंकि यह आतिथ्य व्यवसाय के लिए नियमों की आवश्यकता को पूरा करती है जिससे सुरक्षा और विश्वास बना रहे। अविवाहित जोड़ों के लिए प्रमाण पत्र की मांग एक तकनीकी आवश्यकता है न कि नैतिक निर्णय। यह नीति न्यायसंगत और व्यावहारिक है और इसकी लागू करने की योजना बहुत विवेकपूर्ण है

  • Snehal Patil
    Snehal Patil

    ये बस एक और बात है जो बताती है कि आज के युवा क्या कर रहे हैं। शादी से पहले रहना? ये तो बहुत बुरा है। ये नीति बहुत अच्छी है। अगर तुम अपने आप को इंसान बताते हो तो शादी करो। बिना शादी के रहना बहुत बुरी बात है। ओयो ने सही किया।

  • Nikita Gorbukhov
    Nikita Gorbukhov

    अरे भाई ये सब तो बस एक बड़ा धोखा है। ओयो ने ये नीति क्यों बनाई? क्योंकि वो भारत में अपनी बाजार शेयर बढ़ाना चाहता है। ये सब बस एक नए ट्रेंड का नाटक है। अब तुम लोग शादी का प्रमाण पत्र मांगोगे, फिर फोटो चाहोगे, फिर बैंक अकाउंट चेक करोगे। ये सब बस एक डिजिटल शिक्षा का बहाना है। बस बंद करो ये सब नाटक। 😤

  • RAKESH PANDEY
    RAKESH PANDEY

    इस नीति का उद्देश्य ग्राहकों की सुरक्षा और होटल पार्टनर्स की वैधता को सुनिश्चित करना है। यह एक नियमित व्यावसायिक निर्णय है जो आपातकालीन स्थितियों में भी कार्य करता है। रिश्ते का प्रमाण पत्र एक आधिकारिक दस्तावेज है जिसका उपयोग विश्वसनीयता के लिए किया जाता है। यह नीति नियमित और व्यावहारिक है।

  • Nitin Soni
    Nitin Soni

    मैं इस नीति को समझता हूँ। मैंने अपने दोस्त के साथ एक होटल में ठहरने की कोशिश की थी और वहां हमें बहुत परेशान किया गया था। अगर ये नीति ऐसी स्थितियों को रोक दे, तो ये बहुत अच्छा होगा। ओयो ने एक बड़ा कदम उठाया है। धीरे-धीरे ये सब बदल जाएगा।

  • varun chauhan
    varun chauhan

    अच्छा कदम है। ये नीति बहुत सारे लोगों के लिए सुरक्षा का एक तरीका है। अगर कोई जोड़ा अपने रिश्ते को साबित करना चाहता है तो ये बहुत छोटी बात है। ओयो ने बहुत सारे ग्राहकों के लिए ये नियम बनाया है। मैं इसे समर्थन देता हूँ। 🙏

  • Prince Ranjan
    Prince Ranjan

    अरे भाई ये सब बस एक और बड़ा नैतिक नियम है जो किसी के जीवन को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है। तुम लोग अपने आप को देवता समझ रहे हो। अविवाहित जोड़े को रोकना? तुम लोगों को ये नहीं पता कि आज के युवा कितने अकेले हैं? ये नीति न सिर्फ निर्मम है, बल्कि ये एक आधुनिक समाज के लिए एक बड़ा घाव है। तुम लोग अपने डर को कानून बना रहे हो।

  • Suhas R
    Suhas R

    ये सब बस एक बड़ा षड्यंत्र है। ओयो ने ये नीति क्यों बनाई? क्योंकि उन्होंने अपने बॉस को बताया कि अविवाहित जोड़े बहुत अधिक होटलों में आ रहे हैं। अब वो अपनी आय बढ़ाने के लिए ये नीति बना रहे हैं। ये सब बस एक बड़ा धोखा है। अगले चरण में तुम लोग अपने ग्राहकों के बारे में जानकारी लेने लगोगे। ये नहीं चलेगा।

  • Pradeep Asthana
    Pradeep Asthana

    तुम लोग बस ये सोच रहे हो कि अविवाहित जोड़े बदल गए हैं। लेकिन तुम लोगों को ये नहीं पता कि अब लड़कियां अपने घर से बाहर निकल रही हैं। ये नीति उन्हें रोक रही है। अगर तुम लोग अपने आप को बड़े समझते हो तो ये नीति बंद कर दो। ये बस एक बड़ा डर है।

  • Shreyash Kaswa
    Shreyash Kaswa

    ये नीति भारतीय संस्कृति के अनुकूल है। हमारे देश में परिवार का महत्व हमेशा से रहा है। अविवाहित जोड़ों को रोकना एक बहुत बड़ा कदम है। ओयो ने अपने देश के लिए सही किया। इसे पूरे भारत में लागू करें। बधाई हो। 🇮🇳

  • Sweety Spicy
    Sweety Spicy

    अरे ये तो बस एक और बड़ा नैतिक उत्थान है जो अपने आप को एक आधुनिक देश के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन तुम लोग ये भूल रहे हो कि आज का युवा कितना अकेला है। ये नीति न सिर्फ निर्मम है, बल्कि ये एक बड़ा अपमान है। तुम लोग अपने डर को कानून बना रहे हो।

  • Maj Pedersen
    Maj Pedersen

    यह नीति एक संतुलित दृष्टिकोण है जो आतिथ्य व्यवसाय की जिम्मेदारियों और सामाजिक संवेदनशीलताओं को ध्यान में रखती है। अविवाहित जोड़ों के लिए प्रमाण पत्र की आवश्यकता एक न्यायसंगत और व्यावहारिक निर्णय है जो ग्राहकों के लिए सुरक्षा और विश्वास बनाए रखती है।

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