मुंबई में 25 अगस्त से लगातार भारी बारिश के बाद चार दिन में 791 मिमी पानी गिरा, जो अगस्त के औसत 566 मिमी से ज्यादा है. पूर्वी एक्सप्रेस हाईवे, सियॉन के गांधी मार्केट और मिटी नदी किनारे इलाकों में जलभराव से सड़कें और लोकल ट्रेनें प्रभावित हैं. एक मौत की खबर, महाराष्ट्र में 12–14 लाख हेक्टेयर फसलें प्रभावित. आईएमडी ने 27 और 29 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
आईएमडी अलर्ट – आज का मौसम क्या कह रहा है?
जब भी भारत में बारिश, तेज़ हवा या धूप की खबर आती है तो सबसे पहले दिमाग में आईएमडी (भारतीय मौसम विभाग) का नाम आता है। ये अलर्ट हमें समय से पहले बता देते हैं कि कब और कहाँ सावधानी बरतनी चाहिए। अगर आप इस जानकारी को सही तरीके से समझें और अपनाएँ, तो कई बार बड़ी परेशानियों से बच सकते हैं। चलिए जानते हैं कि आईएमडी अलर्ट कैसे काम करता है और आपको क्या‑क्या करना चाहिए।
आईएमडी अलर्ट क्या है?
आईएमडी अलर्ट एक आधिकारिक मौसम चेतावनी है जो विभाग द्वारा जारी की जाती है। यह तीन मुख्य प्रकार में आती है:
- वॉरनिंग (चेतावनी): हल्की बारिश या धूप के लिए, जिससे रोज़मर्रा का काम नहीं रुकता।
- अडवांस्ड चेतावनी (एडवांस अलर्ट): बाढ़, तूफ़ान या तेज़ हवाओं की संभावना बताती है। यहाँ से लोग अपने घर‑आसपास के क्षेत्रों में सावधानी बरतते हैं।
- इमरजेंसी अलर्ट: बहुत गंभीर स्थिति जैसे कि cyclonic storm या flash flood. इसमें तुरंत बचाव कार्य शुरू होते हैं और सरकारी निर्देशों का पालन अनिवार्य होता है।
इन अलर्ट्स को टीवी, रेडियो, मोबाइल ऐप और वेबसाइट पर रियल‑टाइम में देखा जा सकता है। अगर आपका फ़ोन में नॉटीफ़िकेशन चालू है तो हर नया अलर्ट आपके स्क्रीन पर पॉप अप होगा।
अलर्ट पर कैसे प्रतिक्रिया दें?
सिर्फ अलर्ट देखना काफी नहीं, आपको उसका सही जवाब देना भी ज़रूरी है। नीचे कुछ आसान कदम दिए गए हैं जो आप तुरंत अपना सकते हैं:
- स्थानीय जानकारी देखें: अपने इलाके का नक़्शा खोलें और उन बिंदुओं को नोट करें जहाँ पानी जमा हो सकता है या पेड़ गिरने की संभावना है।
- घर की सुरक्षा चेक करें: खिड़कियों, दरवाज़ों और छत पर पानी के रिसाव का परीक्षण करें। यदि कोई लीकेज दिखे तो तुरंत मरम्मत करवाएँ।
- बिजली और गैस बंद रखें: बाढ़ या तेज़ हवा में इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट से बचने के लिए मुख्य स्विच ऑफ कर दें।
- आवश्यक सामान तैयार रखें: पानी की बोतल, प्राथमिक चिकित्सा किट, टॉर्च और जरूरी दवाइयाँ एक बैग में रख लें।
- समुदाय से जुड़ें: अपने पड़ोसियों के साथ अलर्ट साझा करें, ताकि सभी को समय पर जानकारी मिले और जरूरत पड़ने पर मदद मिल सके।
इन छोटे‑छोटे कदमों से आप न सिर्फ खुद सुरक्षित रहेंगे बल्कि दूसरों की मदद भी कर पाएँगे। याद रखें, आईएमडी का अलर्ट एक चेतावनी है, लेकिन आपके कार्य ही सुरक्षा की असली कुंजी हैं।
हर महीने मौसम विभाग नई रिपोर्ट जारी करता है। यदि आप नियमित रूप से इन अपडेट्स पढ़ते रहेंगे तो अचानक बदलते मौसम के लिए तैयार रहना आसान होगा। अपने मोबाइल में "IMD Weather" या "सत्ता खबर" ऐप डालें, ताकि हर अलर्ट आपके पास हो और आपको देर न हो।
अंत में यह कहना सही रहेगा – जब तक आप आईएमडी अलर्ट को गंभीरता से लेते हैं, तब तक बाढ़, तूफ़ान या तेज़ धूप जैसी स्थितियों का असर कम ही होगा। तो अगली बार जब अलर्ट आए, तुरंत ऊपर बताई गई चीज़ें करें और सुरक्षित रहें।