आरकेड डेवलपर्स का आईपीओ आवंटन 20 सितंबर को फाइनल होने की उम्मीद है। यह आईपीओ 410 करोड़ रुपये का था और इसे 106.83 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ। ग्रे मार्केट प्रीमियम वर्तमान में 60 रुपये प्रति शेयर है। आवंटन स्थिति जांचने के लिए बीएसई और बिगशेयर सेवाओं की वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं।
आईपॉ आवंटन क्या है? iPhone खरीदने की पूरी राह दिखाते हैं
अगर आपने कभी सोचा हो कि भारत में नया iPhone कब मिलेगा, तो आपका सवाल आम है. एप्पल के फोन्स हर साल रिलीज़ होते हैं और उनकी सीमित स्टॉक की वजह से "आवंटन" शब्द सुनना पड़ता है. यहाँ हम आसान भाषा में बताते हैं कि आईपॉ आवंटन कैसे काम करता है और आप इसे अपने फ़ायदे के लिए कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं.
आईपॉ आवंटन का मूल सिद्धांत
आवंटन बस एप्पल की सप्लाई को रिटेलर्स, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म और ऑपरेटरों में बाँटने का तरीका है. हर स्टोर को एक तय मात्रा मिलती है, जो पिछले बिक्री डेटा, मार्केट डिमांड और प्रमोशन प्लान पर निर्भर करती है. इसलिए बड़े सिटी के हाई‑फ्रीक्वेंसी स्टोर्स को अक्सर पहले शिपमेंट मिलता है, जबकि छोटे शहरों में थोड़ा देर हो सकती है.
एप्पल खुद भी सीधे ऑनलाइन बुकिंग लेता है और कुछ मॉडल्स के लिए "ऑनलाइन प्री‑ऑर्डर" खोल देता है. इस समय आपका ऑर्डर सिस्टम में रख दिया जाता है, लेकिन डिलिवरी की तारीख आमतौर पर स्टॉक आने के बाद तय होती है.
भारत में iPhone बुकिंग और डिलिवरी टिप्स
1. ऑफिशियल एप्पल वेबसाइट या Apple Store ऐप सबसे भरोसेमंद जगह है. यहाँ आप प्री‑ऑर्डर कर सकते हैं और रियल‑टाइम स्टॉक अपडेट देख सकते हैं.
2. बड़े ई‑कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म जैसे Amazon, Flipkart अक्सर एक्सक्लूसिव टाइम स्लॉट में शॉर्टकट देते हैं. Prime Day या बड़े सेल इवेंट्स पर iPhone की कीमत और डिलिवरी दोनों फास्ट हो सकती है.
3. कैरीयर पार्टनर (जैसे Jio, Airtel) के साथ बंडल प्लान चुनें तो कभी‑कभी अतिरिक्त स्टॉक मिल जाता है. ये ऑफ़र सीमित समय के लिए होते हैं, इसलिए तुरंत एक्ट करना पड़ेगा.
4. लोकल रिटेलर्स की लिस्ट बनायें और उन्हें फ़ॉलो करें. कई बार छोटे स्टोर अपने आवंटन को जल्दी बेच देते हैं क्योंकि उनका लक्ष्य तेज़ बिक्री है.
5. डिलिवरी के समय पिनकोड चेक करना न भूलें. कुछ पिनकोड्स में एप्पल की लॉजिस्टिक कवरेज सीमित हो सकती है, जिससे आपका फ़ोन देर से पहुंच सकता है.
इन टिप्स को फॉलो करके आप स्टॉक‑आउट या लंबी वैइटिंग लिस्ट से बच सकते हैं. याद रखें, आवंटन एक रूटीन प्रक्रिया है, लेकिन सही जानकारी और तेज़ एक्शन आपके लिए फ़ायदा लेकर आएगा.
अंत में एक छोटी सी बात: अगर आप पहले के iPhone मॉडल (जैसे iPhone 14 या SE) खरीदने को तैयार हैं तो उनके आवंटन अक्सर जल्दी खुलते हैं क्योंकि एप्पल इन मॉडलों को नई रिलीज़ के बाद भी सप्लाई रखता है. इसलिए नया मॉडल नहीं, बल्कि बैक‑इनवेंटरी देखना भी एक समझदारी भरा विकल्प हो सकता है.
तो अगली बार जब iPhone लॉन्च की खबर आए, तो इस गाइड को याद रखें और सही चैनल चुनकर अपना डिवाइस जल्दी पाएं. आपके पास अब पूरी जानकारी है – बस थोड़ा समय लगाकर बुकिंग करिए और नया iPhone अपने हाथ में लीजिए.