रूस के चार युद्धपोतों, जिनमें परमाणु पनडुब्बी कजान और फ्रिगेट एडमिरल गॉर्शकोव शामिल हैं, ने हवाना में दस्तक दी है। यह यात्रा शीत युद्ध की यादें ताजा करती है और यह दर्शाती है कि रूस संयुक्त राज्य अमेरिका के पास भी अपनी क्षमता प्रदर्शित कर सकता है।
अमेरिकी संबंध: भारत‑अमेरिका के ताज़ा समाचार और विश्लेषण
क्या आप जानते हैं कि पिछले साल भारत और अमेरिका ने कई क्षेत्रों में नई समझौते किए? इस टैग पेज पर हम उन सभी ख़बरों को आसान शब्दों में लेकर आए हैं। यहाँ पढ़िए कैसे दो बड़े देशों की दोस्ती रोज‑रोज़ बदलती है, कौन से कदम उठाए गए और आपके लिए क्या मतलब है।
व्यापार व आर्थिक सहयोग
अमेरिका ने हाल ही में भारत के स्टार्ट‑अप्स को फंडिंग आसान बनाने की पहल शुरू की है। इससे नई तकनीकें जल्दी बाजार में पहुँच रही हैं और दोनों देशों के युवा उद्यमियों को फायदा हो रहा है। साथ ही, भारत‑अमेरिका ट्रेड ट्रीटमेंट पर वार्ता चल रही है; अगर सफल हुई तो कई वस्तुओं पर टैक्स घटेगा, जिससे हमारे सामान अमेरिकी शेल्फ़ पर सस्ता दिखेगा।
एक और रोचक बात: Amazon Prime Day 2025 में भारत के उपभोक्ताओं को बड़ी बचत मिली, जबकि अमेरिकी कंपनियों ने भारतीय बाजार में अपनी पकड़ मजबूत की। इस तरह के इवेंट्स दोनों देशों के आर्थिक बंधन को गहरा करते हैं।
सुरक्षा एवं रक्षा समझौते
अमेरिका और भारत ने मिलकर कई सुरक्षा प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। हाल ही में मुंबई 26/11 हमले की जाँच में अमेरिकी एजेंसियों का सहयोग मिला, जिससे जांच तेज़ हुई। इस तरह के सहयोग से दोनों देशों को आतंकवाद से लड़ने में मदद मिलती है।
इसके अलावा, भारत ने अमेरिका से उन्नत रडार सिस्टम और ड्रोन्स खरीदे हैं। ये टेक्नोलॉजी हमारे सीमा सुरक्षा को बेहतर बनाती हैं, और साथ ही दो देशों के बीच तकनीकी ज्ञान का आदान‑प्रदान भी बढ़ता है।
कुल मिलाकर, आर्थिक समझौते, व्यापार इवेंट्स और रक्षा सहयोग ने भारत‑अमेरिका के रिश्ते को मजबूत बनाया है। अगर आप इन खबरों को रोज़ फॉलो करना चाहते हैं, तो इस टैग पेज पर नई पोस्ट आते ही पढ़ें। हमारी टीम हर अहम अपडेट को संक्षेप में पेश करती है, ताकि आपको जानकारी मिलते ही समझ आए कि यह आपके जीवन या व्यवसाय से कैसे जुड़ा है।
आगे भी हम ऐसे ही ताज़ा ख़बरों और गहराई वाले विश्लेषण लाते रहेंगे—आपको बस पढ़ना शुरू करना है।