चोटें कैसे रोकें और सही उपचार करें

हर रोज़ हमें छोटी‑छोटी चोटों का सामना करना पड़ता है – गिरना, मोड़ लेना या खेल के दौरान हल्की खरोंच. अगर आप जानते हैं कि तुरंत क्या करना है तो दर्द कम हो सकता है और नुकसान भी घटेगा। इस लेख में हम आम चोटें, उनके बचाव और घर पर पहले उपचार की आसान विधियाँ बताएँगे.

आमतौर पर होने वाली चोटें

सबसे ज़्यादा देखी जाने वाली चोटों में कट‑जख्म, खरोंच, मोच और जलन शामिल हैं. फुटबॉल या बास्केटबॉल खेलने वाले अक्सर टखने या घुटने की मोच का शिकार होते हैं। रसोई में तेज़ चाकू से कटा हुआ हाथ भी आम है. इन सबका कारण अचानक गति, सतह पर फिसलना या अनदेखी चीज़ें होती हैं.

इन चोटों को पहचानना आसान है: अगर खून बह रहा हो तो कट, दर्द के साथ सूजन हो तो मोच और लालिमा‑सौंधेपन के साथ जलन. सही पहचान से ही आप अगले कदम तय कर सकते हैं.

घर में पहला उपचार

कट या खरोंच पर सबसे पहले साफ़ पानी से धोएँ, फिर हल्का एंटीसेप्टिक लगाएँ. अगर खून बहुत बह रहा हो तो साफ कपड़े से दबाव डालें और 10‑15 मिनट तक रखेँ. मोच वाले हिस्से को तुरंत बर्फ से ठंडा करें – 20 मिनट के अंतराल पर दो‑तीन बार। यह सूजन घटाता है और दर्द कम करता है.

अगर जलन हो तो ठंडे पानी में कुछ मिनट रखें, फिर एलोवेरा जेल लगाएँ. धूप या तेज़ गर्मी से बचें, क्योंकि वह घाव को और बिगाड़ सकता है.

सबसे महत्वपूर्ण बात – अगर चोट गंभीर दिखे (जैसे हड्डी का टुकड़ा बाहर निकलना, लगातार रक्तस्राव या बेहोशी) तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ. घर पर हल्का इलाज सिर्फ शुरुआती कदम है, पेशेवर देखभाल जरूरी है.

बचाव की बात करें तो सुरक्षित जूते पहनें, खेल से पहले स्ट्रेचिंग जरूर करें और काम करते समय सावधानी बरतें. रसोई में तेज़ चाकू को हमेशा धारा के बाहर रखें और बच्चों की पहुँच से दूर रखें.

छोटे‑बड़े घावों के बाद सफाई रखना बहुत ज़रूरी है. संक्रमण रोकने के लिए दो‑तीन दिन तक हल्का एंटीबायोटिक क्रीम लगाएँ और घाव को ढक कर रखें. अगर लालिमा या गर्मी बढ़ती दिखे तो डॉक्टर से मिलें.

अंत में याद रखें, चोटों का डर नहीं, सही ज्ञान चाहिए. जब आप तुरंत सही कदम उठाते हैं तो दर्द कम होता है और जल्दी ठीक होते हैं. इन टिप्स को अपने रोज़मर्रा की आदत बनाइए, ताकि हर दिन सुरक्षित रहे।

लगातार चोटों के कारण ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ विल पुकोवस्की ने 26 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास 30 अग॰

लगातार चोटों के कारण ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ विल पुकोवस्की ने 26 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर विल पुकोवस्की ने लगातार सिर की चोटों और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कारण 26 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। पुकोवस्की ने केवल एक टेस्ट मैच खेला था जिसमें उन्होंने 62 रन बनाए थे। उनके करियर में कई बार चोटों ने बाधा डाली, जो अंततः उनके संन्यास का कारण बन गईं।

आगे पढ़ें