DHS ने F‑1 छात्र वीज़ा में चार साल की सीमा और OPT ग्रेस को घटाने का प्रस्ताव जारी किया, जिससे अंतरराष्ट्रीय छात्रों और विश्वविद्यालयों को बड़ा आर्थिक एवं शैक्षणिक दबाव का सामना करना पड़ेगा।
F-1 छात्र वीज़ा
When working with F-1 छात्र वीज़ा, अमेरिका में पढ़ाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए प्रमुख प्रवेश अनुमति. Also known as अमेरिकी छात्र वीज़ा, it सही दस्तावेज़ और प्रक्रिया के साथ छात्र को कॉलेज या विश्वविद्यालय में पढ़ाई शुरू करने की अनुमति देता है.
इस वीज़ा के लिये सबसे पहला कदम है I-20 फॉर्म, विश्वविद्यालय द्वारा जारी आधिकारिक दस्तावेज़ जो शैक्षणिक स्वीकृति और वित्तीय पर्याप्तता का प्रमाण देता है. बिना I-20 के आप न तो SEVIS में पंजीकरण कर सकते हैं, न ही इंटरव्यू शेड्यूल कर सकते हैं. SEVIS, विद्यार्थी और विनिमय सूचना प्रणाली जो हर छात्र को एक यूनिक पहचान (SEVIS ID) देती है वीज़ा की अंतिम मंज़ूरी से पहले इस सिस्टम में आपका रिकॉर्ड अपडेट होना ज़रूरी है. इस तौर‑तरीके से F-1 छात्र वीज़ा SEVIS ID, I-20 और वित्तीय प्रमाण पत्र तीनों को जोड़ कर पूरी होती है.
अब बात करते हैं आवेदन प्रक्रिया की। ऑनलाइन DS-160 फॉर्म भरना पहला कदम है; यहाँ आपके व्यक्तिगत विवरण, शैक्षणिक इतिहास और यात्रा योजना का उल्लेख होता है. फॉर्म भरते समय अक्सर पूछे जाने वाले सवालों – "क्या आप अमेरिका में काम करेंगे?" – का जवाब सच्चाई से दें, क्योंकि ठगी या झूठी जानकारी से वीज़ा रद्द हो सकता है. फॉर्म जमा करने के बाद, SEVIS फीस का भुगतान करें और रसीद सेव करें; यह रसीद इंटरव्यू के दौरान दिखानी होती है. अगले चरण में अमेरिकी दूतावास में वीज़ा इंटरव्यू बुक करें – समयSlots जल्दी भरते हैं, इसलिए दो‑तीन हफ्ते पहले बुकिंग कर लें.
इंटरव्यू में सफलता के लिए तैयारी अहम है। सबसे पहले I-20, SEVIS रसीद, वित्तीय दस्तावेज़ (बैंक स्टेटमेंट, स्कॉलरशिप लेटर), शिक्षा प्रमाणपत्र और पूर्व कार्य अनुभव (अगर कोई हो) को क्रमवार रख दें. दूतावास के अधिकारी आमतौर पर यह जानना चाहते हैं कि आपका लक्ष्य क्या है, आप कितनी देर में पढ़ाई पूरी करेंगे और पढ़ाई खत्म होने के बाद भारत लौटने का आपका इरादा कितना दृढ़ है. अपने कोर्स का विवरण, यूनिवर्सिटी की रैंक और भविष्य की करियर योजना को स्पष्ट शब्दों में बताएं. अगर आपके पास भाषा कौशल प्रमाणपत्र (TOEFL, IELTS) है, तो उसे भी साथ रखें.
कुछ सामान्य गड़बड़ियों से बचें: 1) I-20 पर हस्ताक्षर नहीं होना, 2) वित्तीय प्रमाण में अंतर, 3) DS-160 में गलत जन्म तिथि या पासपोर्ट नंबर, 4) इंटरव्यू में अनिश्चित या उलझन भरे उत्तर. इनसे बचने के लिए दो‑तीन बार फॉर्म और दस्तावेज़ की समीक्षा करें, और जरूरत पड़े तो अनिवार्य रूप से काउंसलर या एजेंट से मदद लें.
यदि आपका वीज़ा मंज़ूर हो जाता है, तो आपका पासपोर्ट वीज़ा स्टिकर के साथ वापस मिलेगा. प्रवेश की तैयारी में आपसे अपेक्षा की जाती है कि आप पहले सप्ताह में अपने यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल स्टूडेंट ऑफिस से मिलें, SEVIS रिकॉर्ड अपडेट करवाएँ और कैंपस में आवश्यक ऑरिएंटेशन सत्र में भाग लें. इस चरण से आप अकादमिक और जीवन दोनों में जल्दी नींव बना पाएंगे.
इन बुनियादी कदमों को समझकर आप अपने अमेरिकी शिक्षा सपने को वास्तविकता बना सकते हैं. नीचे दी गई लेखों में हम — विज़ा फ़ॉर्म भरने के टिप्स, I-20 प्राप्त करने की प्रक्रिया, इंटरव्यू प्रश्न‑उत्तर, और सबसे महँगी भूलों के केस‑स्टडी — को विस्तार से लेकर आए हैं. आपका अगला कदम सिर्फ़ इन गाइड्स को पढ़ना है, फिर लागू करना. आगे के लेखों में पढ़ते रहिए और अपनी यात्रा को आसान बनाइए.