जेवलिन थ्रो: शुरूआतियों के लिए आसान गाइड

अगर आप एथलेटिक्स में नया कदम रख रहे हैं और जेवलिन (जावेलिन) फेंकना सीखना चाहते हैं, तो सही जगह पर आए हैं। इस लेख में हम बुनियादी चीज़ों को सरल भाषा में समझाएंगे – ग्रिप से लेकर रिहाई तक, साथ ही कुछ प्रैक्टिकल टिप्स भी देंगे जो आपकी दूरी बढ़ाने में मदद करेंगे।

सही उपकरण और ग्रिप कैसे रखें?

सबसे पहले जावेलिन का चुनाव बहुत जरूरी है। शुरुआती के लिए हल्की, लगभग 600‑800 ग्राम वाली जावेलीन चुनें; यह कंट्रोल आसान बनाती है। पकड़ते समय हाथ को तीन हिस्सों में बाँटें: हथेली नीचे, अंगूठा ऊपर और बाकी उँगलियाँ किनारे पर. ग्रिप बहुत टाइट न रखें—थोड़ी लचीलापन रखिए ताकि फेंकते समय जावेलिन आसानी से घूमे.

रन‑अप, स्टेप और रिहाई का सही क्रम

रन‑अप में तेज़ी नहीं बल्कि स्थिरता चाहिए। लगभग 30‑40 मीटर की दूरी तय करें, फिर दो-तीन छोटे कदमों (ड्राइवल) के बाद अंतिम कदम पर फुल पावर डालें। इस आखिरी कदम को ‘एन्कर’ कहते हैं—यह वह बिंदु है जहाँ शरीर का वजन आगे झुकता है और हाथ से जावेलिन को धकेला जाता है। रिहाई के समय जावेलिन को ऊँचा उठाना न भूलें; यदि इसे जमीन की तरफ फेंका तो दूरी घटेगी।

अक्सर देखी गई गलती यह है कि लोग बहुत देर तक हाथ को ऊपर रख देते हैं, जिससे ग्रिप ढीला हो जाता है और जावेलिन बिखर जाता है। सरल समाधान—जैसे ही आप एन्कर पर पहुँचें, तुरंत कलाई को हल्के से घुमाएँ और जावेलिन को ऊँचा छोड़ें। यह ‘टॉर्न’ तकनीक दूरी में 5‑10 मीटर का अंतर ला सकती है.

अब बात करते हैं अभ्यास की। हर हफ्ते कम से कम दो सत्र रखें, पहले हल्की जावेलिन और बाद में थोड़ा भारी। प्रत्येक सत्र में पाँच सेट, पाँच फेंके—इससे मांसपेशियों को थकान नहीं होगी और तकनीक पर ध्यान रहेगा. अपने फुटवर्क को वीडियो या दर्पण के सामने देखें; अक्सर छोटी‑छोटी गलतियाँ ही बड़े अंतर बनाती हैं.

खेल में निरंतर सुधार चाहिये तो शरीर की लचीलापन भी ज़रूरी है। कंधे, घुटना और टखने की स्ट्रेचिंग रोज़ाना करें. खासकर ‘ओवरहेड स्ट्रीट’ (कंधा ऊपर) वॉर्म‑अप से फेंकते समय चोट का जोखिम कम हो जाता है.

अंत में एक छोटी सी सलाह: प्रतिस्पर्धी माहौल बनाकर प्रैक्टिस करें। दो या तीन साथी के साथ सत्र रखें, उनके स्कोर सुनें और खुद को चुनौती दें. इससे मनोवैज्ञानिक दबाव भी संभालना सीखेंगे—जो बड़े मैचों में काम आता है.

तो अब आप तैयार हैं? सही ग्रिप, स्थिर रन‑अप और ठोस रिहाई के साथ अभ्यास शुरू करें। समय के साथ दूरी बढ़ेगी, confidence आएगा और जेवलिन थ्रो का मज़ा दुगना हो जाएगा. सफलता की राह में छोटा कदम भी बड़ा फर्क डालता है—चलें, फेंकें और जीतें!

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पेरिस ओलंपिक से पहले नीरज चोपड़ा ने पावो नुरमी गेम्स 2024 में किया धमाल

पेरिस ओलंपिक के ठीक पहले, भारतीय जेवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने पावो नुरमी गेम्स 2024 में पहला स्थान हासिल किया। उन्होंने 85.97 मीटर की जबरदस्त थ्रो की, जो उनके करियर की शानदार उपलब्धियों में से एक है। यह इवेंट 18 जून 2024 को फिनलैंड में हुआ। नीरज की इस प्रदर्शन ने अन्य प्रतिद्वंदियों को सशक्त संदेश दिया है।

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