ज्येष्ठ अंवस – तिथि का पूरा परिचय

ज्येष्ठ अंवस, हिंदू पंचांग में ज्येष्ठ महीने की शुक्ल पक्ष की अन्तिम अंधकार तिथि, जो धार्मिक व्रत और अनुष्ठानों के लिये विशेष महत्व रखती है. Also known as अंधकार तिथि, it signals the start of several fast‑keeping rituals. ज्येष्ठ अंवस का असर केवल धार्मिक नहीं, बल्कि आयुर्वेदिक और मनोवैज्ञानिक भी माना जाता है। इस दिन चंद्रमा का नया रूप (अन्तरिक्ष) प्रकट होता है, जिससे कई जीवन‑शैली उपायों को अपनाया जाता है।

चंद्रमा, पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह, जिसका चरण तिथि निर्धारण में मुख्य भूमिका होती है के इस चरण में धूप का प्रकोप कम और शीतलता अधिक होती है। यह शीतल प्रभाव स्वास्थ्य‑संतुलन के लिये उपयोगी कहा जाता है; विशेषकर पाचन‑सम्बंधी समस्याओं में राहत मिलती है। जब चंद्रमा पूर्ण अंधकार में होता है, तो योग एवं ध्यान के लिये उपयुक्त माहौल बनता है, इसलिए कई लोग इस दिन शान्ति‑ध्यान का अभ्यास करते हैं। पंचांग, वर्ष, महीने, तिथि और नक्षत्र की गणना करने वाला हिन्दू कैलेंडर यह निर्धारित करता है कि कब कौन‑सा ग्रह (गुरु, शनि, आदि) ज्येष्ठ अंवस को प्रभावित करता है। इस वर्ष शनि की दृष्टि ज्येष्ठ अंवस पर पड़ती है, जिससे श्रम‑विचार और अनुशासन पर ज़ोर दिया जाता है। पंचांग के अनुसार इस तिथि में कुछ काम जैसे नई परियोजना शुरू करना या बड़े निवेश से बचना सलाहकार माना जाता है, जबकि शांति‑प्रार्थना और दान‑धर्म पर ध्यान देना फायदेमंद रहता है।

ज्येष्ठ अंवस के प्रमुख अनुष्ठान और व्रत

इस अंधकार तिथि पर कई समुदाय एक विशेष व्रत, धार्मिक उपवास, जो मन‑शरीर को शुद्ध करता है और आध्यात्मिक उन्नति देता है रखते हैं। सबसे आम व्रत है ‘ज्येष्ठ अंवस व्रत’, जिसमें उपवास के साथ किनारे के फल, दूध या दही का सेवन किया जाता है। व्रत रखने से शरीर में टॉक्सिन्स कम होते हैं और मानसिक स्थिति में स्पष्टता आती है। साथ ही, इस दिन करुणा का कार्य करने पर माना जाता है कि यह पुण्य फल देता है; जैसे भूखे को खाना खिलाना, गरीबों को दान देना या पवित्र नदियों में स्नान करना।

ज्येष्ठ अंवस का ज्योतिषीय प्रभाव भी महत्वपूर्ण है। ज्योतिष, ग्रहों की गति और उनके मानव जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव की विज्ञान के अनुसार, इस दिन शनि की शक्ति गहरी होती है, जो दीर्घकालिक लक्ष्य को स्थिरता देती है। इसलिए लोग इस तिथि पर दीर्घकालिक योजना बनाते हैं, जैसे करियर ग्रोथ या शिक्षा के लक्ष्य। साथ ही, वैदिक परामर्श में कहा गया है कि मंगल की अवधि के साथ योग करने से ऊर्जा का संतुलन बेहतर होता है।

समग्र रूप से, ज्येष्ठ अंवस सिर्फ एक कैलेंडर तिथि नहीं, बल्कि जीवन‑शैली, स्वास्थ्य और आध्यात्मिक विकास के कई पहलुओं को जोड़ता है। अगले सेक्शन में आप विभिन्न लेख देखेंगे जो इस अंधकार तिथि के विभिन्न आयामों—भोजन‑विचार, आर्थिक प्रभाव, खेल‑समाचार आदि—पर प्रकाश डालते हैं। यह संग्रह आपको ज्येष्ठ अंवस के बारे में गहरी समझ देगा और आपको अपने दैनिक जीवन में इस तिथि को उपयोगी बनाने के ठोस कदम दिखाएगा।

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