मध्य रेलवे ने चत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और ठाणे रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफार्म विस्तार और चौड़ीकरण कार्यों के लिए 63 घंटे का मेगा ब्लॉक घोषित किया है। इस फैसले से 930 से अधिक लोकल ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। मुंबई डिवीजन मैनेजर रजनीश गोयल और मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल निला ने यात्रियों से वर्क फ्रॉम होम की अनुमति देने का अनुरोध किया है।
मध्य रेलवे – आपका पूरा अपडेट हब
अगर आप मध्य रेलवे पर रोज़ाना यात्रा करते हैं या बस खबरों में रुचि रखते हैं, तो यह पेज आपके लिये है। यहाँ हम आपको ट्रेन टाइम टेबल, देरी की वजह और यात्रियों के काम आने वाले टिप्स एक ही जगह पर देंगे। कोई जटिल शब्द नहीं, सिर्फ़ वही जो आपको तुरंत मदद करे।
ताज़ा ट्रेन शेड्यूल और देरी की जानकारी
पिछले हफ्ते कई ट्रेनों में बारिश के कारण देर हुई थी, लेकिन रेलवे ने अब रीयल‑टाइम अपडेट एप्लिकेशन में सटीक समय दिया है। अगर आप सुबह 8 बजे एरलाइन स्टेशन जाना चाहते हैं तो अभी 10107 एक्सप्रेस की नई डिपार्चर टाइम देखें – यह 08:15 पर चलने वाला है, पहले वाली 08:00 से 15 मिनट देर नहीं होगी। इसी तरह, रात के 10 बजे वाले लोकल ट्रेन रायपुर‑डिल्ली ने प्लेटफॉर्म बदलकर 5B किया है, इसलिए प्लेटफ़ॉर्म देखना न भूलें।
देरी की वजह अक्सर ट्रैक में रखरखाव या अचानक बाढ़ जैसी प्राकृतिक कारणों से आती है। यदि आपके पास मोबाइल डेटा कम है तो स्थानीय स्टेशन पर लगे डिजिटल बोर्ड देखें; वह सबसे भरोसेमंद स्रोत रहता है। आप रेलवे कॉल सेंटर (139) पर भी कॉल कर सकते हैं, वो आपको अगले 3‑5 मिनट में सही जानकारी देंगे।
यात्रियों के लिए आसान टिप्स
ट्रेन पकड़ने की चिंता कम करने का सबसे आसान तरीका है ‘रियल‑टाइम नोटिफिकेशन’ सेट करना। कई मुफ्त ऐप्स जैसे NTES, RailYatri या इंटेलिजेंट फ़ोन अलर्ट आपको ट्रेन के आने‑जाने से पहले 10 मिनट में सूचित कर देंगे। इस तरह आप प्लेटफ़ॉर्म पर देर तक इंतजार नहीं करेंगे और अपनी योजना समय पर बना सकेंगे।
अगर आप भीड़ वाले ट्रेनों को अक्सर देखते हैं, तो ऑफ‑पीक घंटे चुनें – दोपहर के बाद 2‑4 बजे या शाम के 6‑8 बजे कम भीड़ होती है। साथ ही, सीट बुकिंग में ‘स्लीपर क्लास’ की जगह ‘सेकंड एसी’ ले सकते हैं, जिससे यात्रा आरामदायक रहेगी और अचानक रद्दीकरण की संभावना भी घटेगी।
एक छोटा सा ट्रिक: अपने टिकट पर लिखे ‘आरक्षित सीट संख्या’ को दो बार चेक करें। कई बार प्लेटफ़ॉर्म बदलने या ट्रेन रूट में बदलाव के कारण आपका बुकिंग नंबर बदल जाता है, और यह छोटी सी जाँच आपको परेशानियों से बचाएगी।
भारी सामान ले जाने वालों के लिये ‘बोरस बैग’ विकल्प बढ़िया रहता है। कई बड़े स्टेशनों पर लॉकर्स होते हैं, जहाँ आप अपना बैग सुरक्षित रख सकते हैं और बिना बोझ के ट्रेनों में चढ़ सकते हैं। यह खासकर देर रात की यात्राओं में मददगार साबित होता है।
आखिरी बात – सुरक्षा का ध्यान रखें। प्लेटफ़ॉर्म पर भीड़भाड़ वाले समय में अपने सामान को नज़र से दूर ना रखें और यदि कोई अजनबी आपका बैग उठाए तो तुरंत स्टेशन स्टाफ को सूचित करें। भारतीय रेलवे ने अब कई ‘सुरक्षा कियोस्क’ लगाये हैं, जहाँ 24 घंटे मदद मिलती है।
इन सभी टिप्स को अपनाकर आप मध्य रेलवे पर अपनी यात्रा को सुगम और तनाव‑रहित बना सकते हैं। चाहे वह दैनिक आवागमन हो या छुट्टी का ट्रिप, सही जानकारी और थोड़ी योजना से हर सफ़र आसान हो जाता है। आगे भी नई अपडेट के लिए इस पेज को नियमित रूप से चेक करते रहें।
 31
                                            मई
                                         31
                                            मई 
                                     
                                     
                                     
                                     
                                    