भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दूसरा टेस्ट: रोमांचक पहले दिन के बाद ऑस्ट्रेलिया मजबूत स्थिति में

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दूसरा टेस्ट: रोमांचक पहले दिन के बाद ऑस्ट्रेलिया मजबूत स्थिति में

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दूसरा टेस्ट: रोमांचक पहले दिन के बाद ऑस्ट्रेलिया मजबूत स्थिति में 6 दिस॰

एडिलेड ओवल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच

एडिलेड ओवल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच शुरू होते ही एक नया रोमांच खड़ा हो गया। बारिश और तूफान के पूर्वानुमान के बावजूद, खेल के पहले दिन का आगमन उत्साहपूर्ण था। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का निर्णय लिया, जो कि आखिरकार गलत साबित हुआ। तीसरे ओवर से ही भारतीय बल्लेबाजी क्रम ऑस्ट्रेलिया के खतरनाक गेंदबाजों के सामने झुकना शुरू हो गया। मिशेल स्टार्क ने अपने घातक स्पेल से भारतीय बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया।

मिशेल स्टार्क ने अपने शानदार प्रदर्शन से भारत की बल्लेबाजी को 180 रनों पर समेट दिया। भारतीय टीम के लिए नितीश कुमार रेड्डी ने सबसे अधिक 42 रन बनाए, लेकिन दूसरे छोरों से उन्हें कोई ठोस समर्थन नहीं मिला। भारतीय बल्लेबाजी में शुरुआत से लेकर अंत तक सामंजस्य की कमी दिखी। अधिकतर बल्लेबाज सस्ते में आउट हो गए, जिससे टीम की स्थिति कमजोर हो गई।

ऑस्ट्रेलिया की पारी का आगाज़

दिन की समाप्ति तक ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 86/1 का सकरात्मक स्कोर हासिल किया। मार्नस लाबुशेन और ट्रैविस हेड ने टीम की पारी को मजबूती दी और भारत पर दबाव बनाया। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज अपनी ताकत दिखाने में पूरी तरह से सफल रहे। इसके बावजूद भारतीय गेंदबाजों ने पुरज़ोर कोशिश की। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की गेंदबाजी देखी गई, जिन्होंने लगातार लाइन और लेंथ पर ध्यान दिया।

पहले दिन का खेल देखने के बाद यह साफ था कि एडिलेड ओवल की पिच में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के लिए आवश्यक मसाला था, जो भारतीय बल्लेबाजी को चुनौती दे सकते थे। पिच को लेकर सर्दार रहे थे कि क्या यह पहले के गुलाबी गेंद के टेस्ट की तरह होगा, जहां भारत महज 36 रन पर ढेर हो गया था। लेकिन यह देखना था कि भारतीय गेंदबाज किस तरह से वापसी करते हैं।

भारत की रणनीति आगे

भारत की टीम के पास अभी इस टेस्ट सीरीज में वापसी करने का सुनहरा मौका है। दूसरे दिन के खेल में भारतीय गेंदबाजों को मजबूती से गेंदबाजी कर ऑस्ट्रेलिया को जल्द से जल्द समेटने की कोशिश करनी होगी। टीम मैनेजमेंट और कोचिंग स्टाफ के लिए यह जरूरी हो जाता है कि वे परिस्थितियों का सही आकलन करें और उसके अनुसार रणनीति बनाएं।

टीम के पास अनुभवी गेंदबाज हैं, जो किसी भी परिस्थिति में मैच का मोड़ बदल सकते हैं। यही कारण है कि कप्तान रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट को खासी सावधानी बरतने की जरूरत है। टेस्ट मैचों में समय और संयम का महत्व होता है। इस मंच पर हर खिलाड़ी को अपनी क्षमता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।

मौसम और उससे जुड़ी चुनौतियाँ

एडिलेड के मौसम ने भी खेल के आयोजन पर अपनी छाप छोड़ी। बारिश और तूफान का पूर्वानुमान होने के कारण खेल में व्यवधान की संभावना बनी रही। इससे पहले हुए कई मैचों में भी ऐसी परिस्थितियां देखने को मिली हैं, जो खेल के परिणाम पर भारी प्रभाव डाल सकती हैं। परंतु, स्थानीय क्यूरेटर डेमियन हाउ ने पिच को अच्छी तरह से तैयार किया, जिससे दोनों टीमों के खिलाड़ियों को समान अवसर मिल सके।

यह देखना था कि दूसरे दिन के खेल में मौसम किस प्रकार का भूमिका निभाता है। अगर मौसम समर्थन देता है, तो यह टेस्ट मैच और रोमांचक हो सकता है। खासकर भारतीय टीम के लिए इसे सुचारू रूप से संभालना एक बड़ी चुनौती होगी। श्रोतों का भी मानना है कि अगर मौसम ने सहयोग किया, तो भारतीय टीम द्वारा वापसी करने की अच्छी संभावना है, जो उन्हें जोरदार वापसी का मौका देगी।



टिप्पणि (18)

  • Seemana Borkotoky
    Seemana Borkotoky

    पहले दिन का खेल देखकर लगा जैसे ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी ने भारत के बल्लेबाजों को एक बड़ी सीख दी है। रोहित का टॉस जीतना अच्छा था, लेकिन बल्लेबाजी का तरीका बिल्कुल गलत लगा।

  • Jasdeep Singh
    Jasdeep Singh

    ये टीम है क्या भारत की या फिर किसी अनजान राज्य की जिसने कभी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है? बल्लेबाजी का तो बस एक अफवाह है यहां। बुमराह और शमी की गेंदबाजी भी अब कुछ नहीं बची है जो अच्छी लगे। ये टीम तो अब बस घर बैठकर बातें करे।

  • Rakesh Joshi
    Rakesh Joshi

    अभी तो बस पहला दिन है! ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी लगी लेकिन ये टेस्ट तो चार दिन का है। भारत के पास अभी भी बहुत सारे अनुभवी खिलाड़ी हैं। जब तक आखिरी ओवर नहीं खेला जाता, कोई भी नतीजा नहीं बनता। हम वापसी करेंगे।

  • Sarvasv Arora
    Sarvasv Arora

    रोहित ने टॉस जीता और फिर बल्लेबाजी करने का फैसला किया... वाह! बहुत बुद्धिमानी वाला फैसला। ऐसा लग रहा जैसे किसी ने अपनी आंखें बंद करके एक गेंद फेंक दी हो। अब तो बस बारिश आए और मैच रद्द हो जाए।

  • Ratanbir Kalra
    Ratanbir Kalra

    जब तक इंसान अपने अंदर के डर को नहीं स्वीकारता तब तक वो बाहर के डर को नहीं हरा सकता... भारत के बल्लेबाज अभी तक अपने आप पर विश्वास नहीं कर पाए... ये टेस्ट खेल नहीं बल्कि आत्मसाक्षात्कार का मंच है। बल्ला उठाने से पहले दिल उठाना होगा।

  • Puru Aadi
    Puru Aadi

    अभी तो शुरुआत हुई है भाईयों! 😊 बुमराह और शमी अभी भी बाकी हैं। ऑस्ट्रेलिया की पारी भी बाकी है। रात को आराम करके सुबह फिर से लड़ेंगे। हम तो इंतजार करेंगे! 🇮🇳

  • Arya Darmawan
    Arya Darmawan

    पिच तो बिल्कुल ऑस्ट्रेलियाई है... तेज़, चालाक, और बल्लेबाज के लिए जंगल। लेकिन भारत के पास ऐसे गेंदबाज हैं जो इसी तरह की पिच पर दुनिया भर में जीत दर्ज कर चुके हैं। अगर बल्लेबाजी का नुकसान भरना है तो गेंदबाजी से ही होगा। जसप्रीत और शमी को बस थोड़ा अधिक विश्वास दें।

  • Vaibhav Patle
    Vaibhav Patle

    मैं तो बस इतना कहूंगा कि भारत की टीम अभी तक अपने आप को नहीं ढूंढ पाई है... लेकिन ये टेस्ट खेल ऐसा है जहां एक ओवर में सब कुछ बदल सकता है... अगर भारत अगले दिन की शुरुआत अच्छी करता है तो ये मैच अभी भी बचा हुआ है... और हां, बारिश नहीं आए तो बेहतर है... 🙏

  • Rohith Reddy
    Rohith Reddy

    ये सब तो बस एक योजना है... ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत की टीम का जोड़ा बनाया गया है ताकि लोग खेल को भूल जाएं और राजनीति में विश्वास करें... बल्लेबाजी कमजोर थी? हां... लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि ये सब बनाया गया है? क्योंकि जब भारत हारता है तो लोग खुश होते हैं... और फिर वो जानते हैं कि कौन है वो जिसके खिलाफ बात करनी है।

  • Nripen chandra Singh
    Nripen chandra Singh

    अगर बल्लेबाजी का मतलब अपने बल्ले को जमीन पर रखकर खड़े हो जाना है तो तो भारत के बल्लेबाज बहुत बड़े दार्शनिक हैं... उन्होंने तो खेल के बारे में सोचा नहीं... बल्कि जीवन के बारे में सोचा... लेकिन जब तक आप बल्ला नहीं घुमाते... तब तक आपका दर्शन बस एक शब्द है... और दर्शन के लिए तो खाली घर में बैठना पड़ता है... न कि एडिलेड ओवल में।

  • Ramya Kumary
    Ramya Kumary

    ये टेस्ट बस एक मैच नहीं है... ये एक अनुभव है। भारत के बल्लेबाजों को ये समझना होगा कि आज की पिच उनके लिए नया सबक है। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज तो इसी तरह की पिच पर बड़े हुए हैं... लेकिन भारत के गेंदबाज भी इसी तरह की चुनौतियों से गुजर चुके हैं। अगर वो अपनी ताकत याद कर लें तो ये मैच अभी भी बचा हुआ है।

  • HIMANSHU KANDPAL
    HIMANSHU KANDPAL

    अब तो बस ये ही बचा है... भारत के बल्लेबाज बिल्कुल निर्जीव हो गए हैं... ऐसा लग रहा है जैसे कोई उनके बल्ले में बिजली का तार लगा दिया हो... और अब वो बस बिना बिजली के एक टुकड़ा लकड़ी हैं। रोहित ने टॉस जीता... लेकिन क्या उसने टीम का दिल भी जीता? नहीं।

  • Jayasree Sinha
    Jayasree Sinha

    ऑस्ट्रेलिया की पारी अभी शुरू हुई है। लाबुशेन और हेड ने अच्छी शुरुआत की है, लेकिन बुमराह और शमी के लिए अभी बहुत समय है। भारत की टीम को अपनी ताकत पर भरोसा करना चाहिए। ये मैच अभी तक खत्म नहीं हुआ है।

  • Hira Singh
    Hira Singh

    भाईयों, ये तो बस शुरुआत है! ऑस्ट्रेलिया के लिए भी अभी बहुत कुछ बाकी है। बुमराह अभी तक अपनी ताकत नहीं दिखा पाए हैं। अगर भारत अगले दिन अच्छी शुरुआत करता है तो ये मैच बदल सकता है। हम आपके साथ हैं! 🇮🇳

  • Raghav Khanna
    Raghav Khanna

    पहले दिन का प्रदर्शन आशाजनक नहीं था, लेकिन टेस्ट क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें चार दिनों का समय होता है। भारतीय टीम के लिए अगले दिन की शुरुआत अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। गेंदबाजी के लिए अच्छी रणनीति और बल्लेबाजी के लिए संयम की आवश्यकता है।

  • Rahul Tamboli
    Rahul Tamboli

    मैंने तो सोचा था भारत आज बड़ा धमाका करेगा... लेकिन ये तो बस एक बड़ा फ्लैशबैक था जब हम 2017 में ऑस्ट्रेलिया में ढेर हो गए थे 😭... अब तो बस बारिश आ जाए और ये मैच रद्द हो जाए... और हां... रोहित को अगले मैच में बल्ला नहीं उठाना चाहिए... वो तो टॉस जीतने के लिए ही हैं... बल्ला उठाने के लिए नहीं 😅

  • Garima Choudhury
    Garima Choudhury

    क्या आपने देखा कि ऑस्ट्रेलिया ने पिच को जानबूझकर ऐसा बनाया है? वो जानते हैं कि भारत के बल्लेबाज तेज़ गेंदों पर कमजोर हैं... ये सब एक योजना है... अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने मिलकर ये सब बनाया है ताकि हम अपने खिलाड़ियों पर भरोसा न कर पाएं... ये नहीं हो सकता... हम अभी भी जीतेंगे... बस इंतजार करो...

  • Vidhinesh Yadav
    Vidhinesh Yadav

    क्या भारत के बल्लेबाज अभी तक अपनी भूमिका समझ नहीं पाए? ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी का तो बस एक तरीका है... लेकिन भारत के लिए ये एक नया सबक है। अगर वो अपनी गलतियों से सीखें तो अगले दिन बदलाव आएगा।

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