गोवा: मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बिजली गिरने से रनवे लाइट्स क्षतिग्रस्त, छह उड़ानें डायवर्ट

गोवा: मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बिजली गिरने से रनवे लाइट्स क्षतिग्रस्त, छह उड़ानें डायवर्ट

गोवा: मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बिजली गिरने से रनवे लाइट्स क्षतिग्रस्त, छह उड़ानें डायवर्ट 23 मई

बिजली गिरने से मची अफरातफरी

22 मई की शाम 5:15 बजे के आसपास गोवा के उत्तर भाग में स्थित मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (MIA) पर अचानक बिजली गिरने से रनवे के किनारे की लाइट्स क्षतिग्रस्त हो गईं। इस अचानक हुए हादसे से हवाई अड्डा प्रशासन को तत्कालीन समस्याओं का सामना करना पड़ा। रनवे पर लाइटिंग सिस्टम के नष्ट हो जाने के कारण तत्काल सभी उड़ानों को अन्य नजदीकी हवाई अड्डों की ओर डायवर्ट करना पड़ा। यह घटना न केवल यात्रियों के लिए बल्कि हवाई अड्डा प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती साबित हुई।

तत्काल कार्रवाई और समस्या का समाधान

बिजली गिरने की खबर मिलते ही हवाई अड्डा अधिकारियों ने तत्कालीन कार्रवाई करने का निर्णय लिया। उन्होंने तकनीकी टीम को तुरंत मौके पर भेजा और क्षतिग्रस्त लाइट्स को ठीक करने के प्रयास शुरू कर दिए। शाम करीब 8 बजे तक सभी क्षतिग्रस्त लाइट्स को ठीक कर दिया गया और सामान्य हवाई अड्डा संचालन बहाल कर दिया गया। इस दौरान सभी प्रभावित उड़ानों को नजदीकी गंतव्यों की ओर डायवर्ट कर दिया गया था।

यात्रियों को हुई असुविधा

यात्रियों को हुई असुविधा

इस घटना के चलते कई यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। उड़ानों के डायवर्ट होने से यात्रियों की यात्रा में देरी हुई और उन्हें अन्य हवाई अड्डों पर उतरने के कारण अतिरिक्त यात्रा करनी पड़ी। हवाई अड्डा अधिकारियों ने यात्रियों की असुविधा की भरपाई के लिए विभिन्न कदम उठाए और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की।

प्राकृतिक आपदाओं की अजेयता

हवाई अड्डा अधिकारियों ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे प्राकृतिक आपदाओं पर कोई नियंत्रण नहीं हो सकता। बिजली गिरने जैसी घटनाएं किसी भी समय और किसी भी स्थान पर हो सकती हैं। हालांकि, उन्होंने रनवे और हवाई अड्डे के अन्य हिस्सों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपायों को लागू करने का आश्वासन दिया।

एयरलाइंस और NOTAM

एयरलाइंस और NOTAM

घटना के दौरान, Notice to Airmen (NOTAM) लागू किया गया था जिससे सभी पायलटों और एयरलाइंस को इस क्षतिग्रस्त स्थिति के बारे में सूचित किया जा सके। इस NOTAM के चलते फौरन उड़ानों को डायवर्ट करने का निर्णय लिया गया जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। NOTAM के हटते ही हवाई अड्डे पर संचालन सामान्य हो गया।

तकनीकी विशेषज्ञों की मेहनत

इस समस्या के समाधान में तकनीकी विशेषज्ञों की अहम भूमिका रही। उन्हें अत्यधिक कठिन परिस्थितियों में काम करना पड़ा लेकिन उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि रात्रि उड़ानों के संचालन के लिए रनवे ठीक समय पर तैयार हो सके। उन्होंने किस प्रकार की तकनीकी चुनौतियों का सामना किया, इस पर भी विस्तृत चर्चा की जा सकती है।

अंततः, यह घटना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण सबक साबित होती है कि हम कितने भी विकसित क्यों न हों, प्राकृतिक आपदाओं पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है। लेकिन तत्परता और सही समय पर सही कदम उठाकर हम किसी भी संकट का सामना कर सकते हैं और स्थिति को सामान्य कर सकते हैं।



टिप्पणि (8)

  • HIMANSHU KANDPAL
    HIMANSHU KANDPAL

    ये सब तो बस नियमित बकवास है। हवाई अड्डे का इंफ्रास्ट्रक्चर इतना कमजोर है कि बिजली गिरे तो पूरा सिस्टम फेल हो जाता है? ये जो लोग इसे प्राकृतिक आपदा बता रहे हैं, वो बस अपनी लापरवाही को छुपा रहे हैं।

  • Arya Darmawan
    Arya Darmawan

    बहुत अच्छा काम किया गया! टीम ने सिर्फ 2.5 घंटे में लाइट्स ठीक कर दीं - ये तो देश के लिए गर्व की बात है! 🎉 बिजली गिरना तो होता है, लेकिन जल्दी से रिस्पॉन्ड करना और यात्रियों की सुरक्षा का ख्याल रखना - ये असली प्रोफेशनलिज्म है। इन तकनीकी विशेषज्ञों को बधाई!

  • Raghav Khanna
    Raghav Khanna

    इस घटना के प्रबंधन में निर्णय लेने की दक्षता और तकनीकी टीम की निष्ठा को उचित मान्यता देना आवश्यक है। अत्यधिक दबाव के बावजूद, जो लोग रात के समय काम कर रहे थे, उनकी समर्पण शक्ति ने एक संकट को एक सफलता में बदल दिया। इस प्रकार की अनुशासनपूर्ण प्रतिक्रिया को देश भर में अपनाया जाना चाहिए।

  • Rohith Reddy
    Rohith Reddy

    बिजली गिरी तो रनवे लाइट्स फेल हो गईं? ये तो बस एक झूठ है जो तुम लोगों को बताया जा रहा है। असल में ये एक टेस्ट है - अमेरिका ने इन लाइट्स को बर्बाद करने के लिए एक साइबर वेपन इस्तेमाल किया है। तुम्हें ये सब बताया जा रहा है क्योंकि तुम जानने के लायक नहीं हो बस बेवकूफ बने रहो

  • Vidhinesh Yadav
    Vidhinesh Yadav

    यात्रियों को कितनी असुविधा हुई? क्या उन्हें अलग से भोजन और आराम की व्यवस्था की गई? क्या किसी ने बच्चों या बुजुर्गों के लिए कोई खास इंतजाम किया? मैं सिर्फ इतना जानना चाहती हूँ कि इंसानियत का ख्याल रखा गया या नहीं।

  • Puru Aadi
    Puru Aadi

    इतनी जल्दी से ठीक कर दिया? वाह भाई! 😍 टीम को बधाई! ये देश की ताकत है - जब भी कुछ टूटता है, कोई न कोई उसे फिर से जोड़ देता है। हमारे लोग ही सच्चे हीरो हैं! 💪

  • Nripen chandra Singh
    Nripen chandra Singh

    प्राकृतिक आपदा तो हमेशा होती रहेगी लेकिन इंसान अपनी अज्ञानता को तकनीक के नाम पर छुपाता रहता है और फिर ये सब बातें करता है कि हम विकसित हैं लेकिन असल में हम बस अपने आप को धोखा दे रहे हैं और ये लाइट्स तो बस एक छोटा सा प्रतीक है जो हमारी असली कमजोरी को दिखाता है

  • Rahul Tamboli
    Rahul Tamboli

    बिजली गिरी तो लाइट्स बंद हो गईं 😂 अरे भाई ये तो 1990 के दशक की बात है। अब तो ये सब AI वाला जमाना है और हम अभी भी मैनुअल बैकअप पर चल रहे हैं? ये हवाई अड्डा या तो नया बनाओ या फिर बंद कर दो और एयरपोर्ट की जगह एक बड़ा स्टैंडिंग ऑफिस बना दो 🤷‍♂️

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