मैनचेस्टर यूनाइटेड की फेनरबाखे के साथ ड्रा के बाद खिलाड़ियों की नाराजगी

मैनचेस्टर यूनाइटेड की फेनरबाखे के साथ ड्रा के बाद खिलाड़ियों की नाराजगी

मैनचेस्टर यूनाइटेड की फेनरबाखे के साथ ड्रा के बाद खिलाड़ियों की नाराजगी 25 अक्तू॰

मैनचेस्टर यूनाइटेड का फेनरबाखे के खिलाफ संघर्षपूर्ण मैच

मैनचेस्टर यूनाइटेड के प्रशंसकों के लिए बीते कुछ समय से उनकी टीम का प्रदर्शन चिंता का विषय रहा है, खासकर जब इस टीम को यूरोपा लीग में अब तक जीत का मुँह नहीं देखना मिला है। हाल ही में फेनरबाखे के साथ हुए रोमांचक मैच में 1-1 की ड्रॉ ने यूनाइटेड के समर्थकों की निराशा को और बढ़ा दिया है। इस मुकाबले में यूनाइटेड की ओर से पहले क्रिश्चियन एरिकसन ने 14वें मिनट में गोल कर टीम को बढ़त दिलाई थी, लेकिन नीपथ में फेनरबाखे के यूसुफ एन-नेसिरी ने बेहतरीन तरीके से गोल कर बराबरी हासिल कर ली।

आंद्रे ओनाना की महत्वपूर्ण भूमिका

मैनचेस्टर यूनाइटेड के गोलकीपर आंद्रे ओनाना के प्रदर्शन की तारीफ़ की जानी चाहिए, जिन्होंने अपने बेहतरीन प्रयासों से फेनरबाखे के परिवार का सामना किया। एन-नेसिरी के द्वारा किए गए दोहरे प्रयास को नाकाम करते हुए उन्होंने टीम की संभावनाओं को जीवित रखा। लेकिन अंत में ड्रॉ की स्थिति ने ओनाना को व्यक्तिगत रूप से निराश किया। ओनाना ने कहा, "यह हमारे लिए और हमारे प्रशंसकों के लिए एक बड़ी निराशा है। मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाड़ी के रूप में मेरी ज़िम्मेदारी थी कि हम जीतें।"

जोस मोरिन्हो की नाराजगी और विवाद

मैच के दौरान फेनरबाखे के प्रबंधक जोस मोरिन्हो को उनकी असहमति के कारण स्टैंड में भेज दिया गया। यह विवाद तब पैदा हुआ जब उन्हें एक पेनल्टी के स्वीकृति में कमी लगी और मोरिन्हो ने रेफरी क्लेमेंट तुरपिन पर अपनी राय व्यक्त की, इसे "अविश्वसनीय" करार दिया। इस घटना ने मैच के बाद की चर्चाओं को गरमा दिया और यूनाइटेड के प्रशंसकों के लिए एक और चर्चा का विषय बना।

इंजरी की मार झेलते यूनाइटेड

मैनचेस्टर यूनाइटेड की मुसीबतें यहीं खत्म नहीं हुईं। एंटनी, जो मैदान पर मार्कस रशफोर्ड की जगह ले कर आए थे, मैच के आखिरी हिस्से में चोटिल हो गए और स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर ले जाए गए। यूनाइटेड के मैनेजर एरिक टेन हाग ने कहा, "यह वास्तव में दुख की बात है कि एंटनी को जल्दी हटाना पड़ा। हमें अगले कदम के लिए 24 घंटे इंतजार करना पड़ेगा।"

आगे की लड़ाई

जब यूनाइटेड ने अपने पहले तीन यूरोपा लीग मैचों से सिर्फ तीन अंक जुटाए हैं, वे तालिका में 21वें स्थान पर हैं। यह स्थिति उन्हें नॉकआउट चरण की प्ले-ऑफ के लिए कुशलतापूर्वक अनुमति देती है या नहीं, यह सवाल बन गया है। एरिक टेन हाग को उम्मीद है कि टीम आगे अपने मैचों में खुद को सशक्त करेगी और जीत की राह पर लौटेगी। यूनाइटेड के प्रशंसक इस उम्मीद के साथ देख रहे हैं कि टीम जल्द ही अपने शानदार प्रदर्शन के लिए पहचानी जाएगी और इन्ही उम्मीदों के चलते, वे अपने नायक को उस ऊंचाई पर देखना चाहते हैं जहाँ उनका नाम हमेशा ऊँचा होता है।



टिप्पणि (20)

  • Hitender Tanwar
    Hitender Tanwar

    ये टीम तो अब बस देखने के लिए है, जीतने के लिए नहीं।

  • Ashmeet Kaur
    Ashmeet Kaur

    ओनाना का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा, लेकिन बाकी टीम का क्या हाल है? एक गोलकीपर से ज्यादा कुछ उम्मीद नहीं की जा सकती।
    हमें बस ये नहीं चाहिए कि हर मैच में गोलकीपर ही हमारी टीम को बचाए।

  • amrit arora
    amrit arora

    इस ड्रॉ के पीछे की व्यवस्था देखने लायक है। जब एक टीम के पास इतने सारे अवसर होते हैं और फिर भी एक बराबरी हो जाए, तो ये सिर्फ भाग्य का मामला नहीं है। ये तो एक गहरी संस्कृति का प्रश्न है - जीतने की भावना का अभाव।
    मैनचेस्टर यूनाइटेड कभी बराबरी के लिए नहीं बनी थी। ये ड्रॉ एक चेतावनी है कि हम अपनी पहचान खो रहे हैं।

  • Nirmal Kumar
    Nirmal Kumar

    एंटनी की चोट बहुत बुरी खबर है। उसकी गति और एंगल बहुत जरूरी थी।
    अगर रशफोर्ड भी ठीक नहीं हो पाया तो अगले मैच में बड़ी परेशानी होगी।

  • Ambica Sharma
    Ambica Sharma

    मैं रो रही हूँ... ये टीम कभी वापस नहीं आएगी... मैंने तो बचपन से यूनाइटेड का समर्थन किया है... अब तो मैं भी छोड़ दूँगी...

  • Gowtham Smith
    Gowtham Smith

    ये सब तो बस टेन हाग के निर्णयों का नतीजा है। उसकी टैक्टिक्स में कोई स्ट्रक्चर नहीं, कोई एग्रेशन नहीं।
    ये टीम अब बस बॉल पास कर रही है, जीतने की कोशिश नहीं कर रही।
    इस लेवल की टीम को बचाने के लिए तो बड़े बदलाव चाहिए - नए कोच, नए खिलाड़ी, नई फिलॉसफी।

  • ASHOK BANJARA
    ASHOK BANJARA

    कभी-कभी लगता है कि हम एक ऐसी टीम के लिए लड़ रहे हैं जिसकी आत्मा खो चुकी है।
    ओनाना ने जो किया, वो शानदार था - लेकिन जब आपके बच्चे बार-बार गिर रहे हों और आप उन्हें उठाते रहें, तो क्या आप उन्हें अभी भी बचाना चाहेंगे?
    हमें उन खिलाड़ियों को देखना चाहिए जो अभी भी इस टीम के लिए लड़ रहे हैं, न कि उन लोगों को जो बस नाम लेकर आए हैं।

  • Sharmila Majumdar
    Sharmila Majumdar

    मोरिन्हो को स्टैंड से भेजना बिल्कुल गलत था। उनका रिएक्शन तो बहुत नॉर्मल था।
    अगर रेफरी ने एक भी पेनल्टी दिया होता तो अब तक हम जीत रहे होते।
    इस तरह की निर्णय गलतियाँ बस यूनाइटेड के खिलाफ होती हैं।

  • Ravi Kumar
    Ravi Kumar

    हम जो चाहते हैं वो है एक टीम जो खेले नहीं, बल्कि जीते।
    अब तक तो हम बस इंतजार कर रहे हैं कि कोई नायक आएगा।
    लेकिन नायक तो तब बनते हैं जब टीम उन्हें समर्थन दे।
    ये टीम तो अभी तक अपने खुद के बारे में भी नहीं विश्वास कर रही।

  • Shailendra Thakur
    Shailendra Thakur

    एक बार तो बस थोड़ा धैर्य रखो।
    ये टीम एक रीबिल्ड हो रही है।
    हर टीम के लिए ऐसा फेज आता है - अब तो बस देखो कि टेन हाग कैसे अपने बच्चों को बाहर लाते हैं।
    अगर आप उन्हें दबाव देंगे, तो वो टूट जाएंगे।

  • Muneendra Sharma
    Muneendra Sharma

    क्या कोई बता सकता है कि रशफोर्ड के बदले एंटनी को क्यों डाला गया? वो तो बस बॉल रखने वाला है, गोल नहीं करता।
    अगर टेन हाग ने बालाकार को डालते तो शायद हम जीत गए होते।

  • Sumeet M.
    Sumeet M.

    ये टीम तो अब बस बाजार की चीज़ है - नाम तो है, लेकिन असली ताकत कहाँ है?
    किसी के पास नहीं, किसी के पास नहीं, किसी के पास नहीं - बस बॉल चल रहा है।
    कोई भी लड़ने वाला नहीं है।
    कोई भी जीतने की इच्छा नहीं है।
    ये टीम अब बस एक ब्रांड है।

  • Kisna Patil
    Kisna Patil

    मैं तो बस इतना कहूँगा - जब आप एक बार भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं, तो दुनिया आपको भूल जाती है।
    ओनाना ने जो किया, वो एक बार भी नहीं देखा गया।
    हम तो बस ड्रॉ के लिए रो रहे हैं।
    लेकिन अगर आप उस गोलकीपर को देखते हैं जो बार-बार गोल बचाता है, तो आपको लगेगा कि वो अकेला ही टीम है।

  • pritish jain
    pritish jain

    यूरोपा लीग में 21वां स्थान? ये तो बस एक टैबल नंबर है।
    लेकिन अगर हम देखें कि टीम कितने मैचों में अच्छा खेल रही है, तो शायद ये ड्रॉ भी एक जीत है।
    हम तो अपने अतीत के छाया में जी रहे हैं।
    हमें अपने आज के खिलाड़ियों को देखना चाहिए - न कि उन लोगों को जो अब दूर हैं।

  • Sahil Kapila
    Sahil Kapila

    क्या ये टीम अब बस बाहरी नामों का जमावड़ा है?
    कोई भी लड़ने वाला नहीं है।
    कोई भी गोल करने वाला नहीं है।
    कोई भी बॉल रखने वाला नहीं है।
    ये टीम तो अब बस एक नाम है।
    मैंने तो इस टीम के लिए लड़ना छोड़ दिया है।

  • vinoba prinson
    vinoba prinson

    हम तो बस इतना भूल गए कि यूनाइटेड कभी बाहरी ब्रांड नहीं थी - ये एक आत्मा थी।
    अब तो वो आत्मा भी चली गई।
    ओनाना का प्रदर्शन देखकर लगता है कि वो अकेला ही उस आत्मा को बचा रहा है।
    लेकिन एक आदमी से एक टीम कैसे बचेगी?

  • Rajveer Singh
    Rajveer Singh

    ये टीम अब बस एक बाजार का उत्पाद है - जिसे बेचने के लिए नाम बनाया गया है।
    जीतने की भावना तो अब बस एक विज्ञापन है।
    हमें इस बात को स्वीकार करना होगा - यूनाइटेड का युग खत्म हो चुका है।
    अब बस एक और टीम का इंतजार करना है।

  • Anand Itagi
    Anand Itagi

    ओनाना अच्छा खेल रहा है लेकिन बाकी टीम बस बॉल चला रही है
    हमें अभी भी वो जोश चाहिए जो रेड डिविल्स थे
    ये जो खिलाड़ी हैं वो बस खेल रहे हैं न कि लड़ रहे हैं

  • Shivateja Telukuntla
    Shivateja Telukuntla

    हर टीम के लिए एक ऐसा फेज आता है।
    मैं तो बस उम्मीद कर रहा हूँ कि टेन हाग अपने बच्चों को समझेंगे।
    हमें बस थोड़ा समय देना चाहिए।

  • ASHOK BANJARA
    ASHOK BANJARA

    ओनाना की टीम के लिए जो किया, वो एक आत्मा की लड़ाई थी।
    लेकिन जब आपके बच्चे बार-बार गिर रहे हों, तो क्या आप उन्हें फिर से उठाने के लिए तैयार होंगे?
    हमें अपने खिलाड़ियों को नहीं, बल्कि अपने आप को सवाल करना चाहिए - क्या हम अभी भी उस आत्मा के लिए लड़ रहे हैं, या बस एक नाम के लिए?

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