मैनचेस्टर यूनाइटेड के खेल निदेशक डैन एशवर्थ का इस्तीफा: जानिए उनके योगदान और इस्तीफे के कारण

मैनचेस्टर यूनाइटेड के खेल निदेशक डैन एशवर्थ का इस्तीफा: जानिए उनके योगदान और इस्तीफे के कारण

मैनचेस्टर यूनाइटेड के खेल निदेशक डैन एशवर्थ का इस्तीफा: जानिए उनके योगदान और इस्तीफे के कारण 9 दिस॰

डैन एशवर्थ का मैनचेस्टर यूनाइटेड में आगमन और प्रस्थान

डैन एशवर्थ ने मैनचेस्टर यूनाइटेड के खेल निदेशक के रूप में केवल पांच महीने का कार्यकाल पूरा किया और अचानक इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया। जुलाई 2024 में उन्होंने इस पद को ग्रहण किया था, जब उनके पूर्व क्लब न्यूकासल यूनाइटेड के साथ एक बैठतरा समझौता किया गया था। यह समझौता मैनचेस्टर को £2-3 मिलियन के मुआवजे पर पड़ा। इस प्रस्थान को आपसी सहमति का नाम दिया गया है, मगर अंदरूनी सूत्रों के अनुसार क्लब ने ही इस अलगाव की पहल की थी।

एशवर्थ का आगमन क्लब की पुन: रचना के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा था, जो कि आईनीओस के मालिक सर जिम रैटक्लिफ के तहत हुआ था। उनके साथ तकनीकी निदेशक जैसन विलकॉक्स और सीईओ उमर बर्रदा भी इस प्रक्रिया में शामिल थे। एशवर्थ ने अपने कार्यकाल के दौरान एक ट्रांसफर विंडो में करीब £200 मिलियन की राशि खर्च की, जिससे उन्होंने कई उभरते खिलाड़ी जैसे मैथियस डि लिक्ट, नौस्सैर मजराऊई, मैनुअल उगार्ते, लेनी योरों और जोशुआ ज़िर्कज़ी को जोड़ा।

कोच की नियुक्ति और असहमति

डैन एशवर्थ का यह कार्यकाल इसलिए भी चर्चा में रहा क्योंकि उन्होंने नए हेड कोच रुबेन अमोरिम की नियुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह नियुक्ति अक्टूबर में हुई और उन्होंने एरिक टेन हैग की जगह ली। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि एशवर्थ इस नियुक्ति से संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने एक ब्रिटिश उम्मीदवार जैसे कि पूर्व इंग्लैंड बॉस गैरेथ साउथगेट को प्राथमिकता दी थी। इससे यह जाहिर होता है कि क्लब के अंदर प्रमुख निर्णय लेने में उनकी अहमियत को लेकर उनसे असहमति थी।

प्रस्थान के पीछे के कारण

प्रस्थान के पीछे के कारण

डैन एशवर्थ का इस्तीफा मैनचेस्टर यूनाइटेड के संगठन में एक और बड़ा बदलाव है। क्लब की ओर से जारी बयान में उनके काम और सहयोग के लिए प्रशंसा की गई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी गईं। हालांकि, इस इस्तीफे के कारण क्लब की भर्ती रणनीति पर सवाल खड़े हुए हैं। क्लब का क्या भविष्य होगा, इस पर विचार करते हुए कोई नया कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया जाएगा या मौजूदा स्टाफ को ही पुनर्गठित किया जाएगा, यह देखा जाना बाकी है।

सर जिम रैटक्लिफ ने पहले एशवर्थ की प्रशंसा की थी और उन्हें 'दुनिया के शीर्ष खेल निदेशकों में से एक' कहा था। मगर ऐसा प्रतीत होता है कि एशवर्थ की संक्षिप्त अवधि और अचानक हुए प्रस्थान ने क्लब की निर्णय लेने की प्रक्रिया और भर्ती प्रक्रिया पर संदेह उत्पन्न किया है। मैनचेस्टर यूनाइटेड के इस बदलाव से खेल जगत में उत्सुकता बढ़ी है और भविष्य की रणनीति कैसी होगी, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।



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