भारत में लोकसभा चुनाव का छठा चरण अपने अंत की ओर है जिसमें 58 सीटों पर मतदान हो रहा है, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सभी सात सीटें भी शामिल हैं। यह सात चरणों की चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा है जो 1 जून को समाप्त होगी। वोटों की गिनती 4 जून को होगी। इस चरण में मुख्य तौर पर उत्तर भारत के राज्य शामिल हैं, जो इसे अत्यंत महत्वपूर्ण बना रहे हैं।
मतदान प्रक्रिया: घर बैठे जानें वोट देने का आसान तरीका
नया साल आया, चुनावों की तैयारियों के साथ आपका मतदान अधिकार भी है. बहुत लोग सोचते हैं कि वोट देना जटिल है, लेकिन असल में यह सीधा‑सादा कदम‑दर‑कदम प्रक्रिया है. इस लेख में हम आपको बताएँगे कि कैसे पंजीकरण कराते हैं, अपने केंद्र का पता कैसे लगाते हैं और ईवीएम पर सही चुनाव कैसे करते हैं.
मतदाता पंजीकरण – पहला जरूरी कदम
वोट देने के लिए सबसे पहले आपका नाम मतदाता सूची में होना चाहिए. ऑनलाइन पोर्टल (https://electoralsearch.in) या नजदीकी निर्वाचन कार्यालय पर जाकर फॉर्म भरें, फोटो‑आईडी और पता प्रमाण जमा करें. अगर आप पहली बार पंजीकरण कर रहे हैं तो 15 दिन तक का इंतजार करना पड़ सकता है, इसलिए समय से पहले ही शुरू करें. एक बार एंट्री हो जाने के बाद आपको मतदाता पहचान पत्र (EPIC) मिल जाएगा – यह वोटिंग में आपका मुख्य दस्तावेज़ है.
वोटिंग का सही तरीका – ईवीएम पर कैसे चिह्नित करें
पोलिंग स्टेशन पहुंचते ही अपने EPIC को दिखाएँ और नामांकन पत्र प्राप्त करें. ईवीएम मशीन के सामने बैठें, स्क्रीन पर अपना उम्मीदवार या पार्टी चुनें, फिर ‘कन्फर्म’ बटन दबाएँ. यदि आप गलती से गलत विकल्प चुन लेते हैं तो रीकॉल बटन दबाकर दोबारा चयन कर सकते हैं. ध्यान रखें कि वोट डालते समय कोई भी बाहरी मदद न लें; यह प्रक्रिया पूरी तरह स्वायत्त है.
ईवीएम पर छपे हुए प्रतीक (सिंबल) या फोटो को पहचानना आसान होता है, इसलिए पहले से पार्टी के चिन्ह देख लेना फायदेमंद रहेगा. यदि आप अंधे हैं तो मशीन में आवाज़ विकल्प भी उपलब्ध है – बस ‘ऑडियो बटन’ दबाएँ और निर्देश सुनें.
पोलिंग स्टेशन पर पहुँचने का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक रहता है, लेकिन जल्दी जाना बेहतर होता है क्योंकि देर‑से‑देर के समय लाइन लंबी हो सकती है. कुछ राज्य में ‘अर्ली वोटिंग’ की सुविधा भी मिलती है; इसके लिए अलग फॉर्म भरना पड़ता है.
वोट डालने के बाद आपका बैलेट बॉक्स में जमा कर दिया जाता है और मशीन खुद ही गिनती शुरू करती है. अंतिम परिणाम एलेक्शन कमीशन द्वारा घोषित किया जाएगा, लेकिन आपके वोट का असर तुरंत नहीं दिखेगा – यही लोकतंत्र की प्रक्रिया है.
यदि आप विदेश में हैं या बहु‑स्थान पर काम करते हैं तो ‘वॉल्टिंग’ (पत्राचार माध्यम से मतदान) विकल्प उपलब्ध हो सकता है. इसके लिए भी पहले आवेदन करना होगा और विशेष निर्देशों का पालन करना पड़ेगा.
अंत में, याद रखें कि हर वोट मायने रखता है. चाहे आप किसी छोटे गांव या बड़े शहर से हों, आपका एक वोट ही भविष्य तय कर सकता है. इसलिए अपनी मतदान प्रक्रिया को समझें, समय पर पंजीकरण करवाएँ और सही तरीके से अपना अधिकार प्रयोग करें.
