हरियाणा पब्लिक सर्विस कमिशन ने इंग्लिश PGT स्क्रीनिंग टेस्ट को 16 नवम्बर 2025 को पुनः निर्धारित किया है। पिछले पेपर में उत्तर कुंजी त्रुटि के कारण परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी। अब परीक्षा ऑफलाइन मोड में 2 घंटे में होगी। सिलेबस में एजुकेशन साइकोलॉजी, पेडागॉजी, ट्रांसपोर्ट आदि शामिल हैं। यह पुनः आयोजित परीक्षा राज्य में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का अहम कदम है।
स्क्रीनिंग टेस्ट – आपका त्वरित चयन साधन
जब हम स्क्रीनिंग टेस्ट, एक प्रारम्भिक मूल्यांकन प्रक्रिया है जो उम्मीदवार की पात्रता, कौशल या स्वास्थ्य स्थिति का तेज़ी से जाँच करती है. प्राथमिक परीक्षण की बात करते हैं, तो यह शब्द कई क्षेत्रों में मिलता है। यह सरल लेकिन शक्तिशाली तरीका चयन के शुरुआती चरण को व्यवस्थित बनाता है, जिससे बड़ी संख्या में आवेदकों या नमूनों को जल्दी फ़िल्टर किया जा सके। स्क्रीनिंग टेस्ट आज के तेज़‑रफ़्तार माहौल में समय बचाने और सही निर्णय लेने की कुंजी बन गया है।
मुख्य पहलू और उपयोग के क्षेत्र
पहला प्रमुख प्रयोग नौकरी स्क्रीनिंग टेस्ट, कंपनियों द्वारा उम्मीदवार की बुनियादी कौशल, योग्यता और सांस्कृतिक फिटनेस को परखने के लिए किया जाता है. यह अक्सर ऑनलाइन क्विज़, कौशल मूल्यांकन या तेज़ साक्षात्कार के रूप में आता है। इस प्रकार का टेस्ट भर्ती प्रक्रिया को तेज़ बनाता है और गलत चयन के जोखिम को घटाता है। दूसरा महत्वपूर्ण रूप शैक्षणिक स्क्रीनिंग टेस्ट, स्कूल, कॉलेज या प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रवेश के लिए छात्रों की मौलिक समझ और तैयारी को मापने वाले परीक्षण होते हैं. ये टेस्ट छात्रों को उपयुक्त पाठ्यक्रम या प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रवाहित करने में मदद करते हैं।
तीसरे स्तर पर हम COVID-19 स्क्रीनिंग टेस्ट, एक स्वास्थ्य जांच है जो लोगों को वायरस संक्रमण से बचाने के लिए लक्षण, संपर्क इतिहास और तेज़ परीक्षण तकनीक से जाँचती है. इस परीक्षण ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा को नई दिशा दी, जिससे भीड़भाड़ वाले स्थानों में रीयल‑टाइम जोखिम मूल्यांकन संभव हुआ। इसके साथ ही ड्रग स्क्रीनिंग टेस्ट जैसे अन्य स्वास्थ्य‑सुरक्षा उपाय भी लोकप्रिय होते जा रहे हैं, जो कार्यस्थलों में नशीले पदार्थों की उपस्थिति को रोकते हैं और सुरक्षा मानकों को ऊँचा करते हैं।
इन सभी उदाहरणों से स्पष्ट है कि स्क्रीनिंग टेस्ट विभिन्न क्षेत्रों में प्रारम्भिक चयन को सक्षम बनाता है, जॉब स्क्रीनिंग टेस्ट कौशल मूल्यांकन की आवश्यकता रखता है, शैक्षणिक स्क्रीनिंग टेस्ट प्रवेश प्रक्रिया को तेज़ करता है, और COVID-19 स्क्रीनिंग टेस्ट सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ाता है. यह बहु‑आयामी उपयोगिता ही इसे हर संस्थान के लिए अनिवार्य बनाती है।
अब आप जान चुके हैं कि स्क्रीनिंग टेस्ट का दायरा कितना विस्तृत है, और क्यों कई समाचारों में इसका जिक्र मिलता है। नीचे आप विभिन्न क्षेत्रों में हुए नवीनतम घटनाओं – जैसे IPO का प्री‑स्क्रीनिंग, अंतरराष्ट्रीय खेलों में एथलीट चयन, और सरकारी नीतियों पर प्रभाव – के बारे में पढ़ेंगे। तैयार हो जाइए, क्योंकि अगला भाग आपको उन वास्तविक केस स्टडीज़ से रूबरू कराएगा जहाँ स्क्रीनिंग टेस्ट ने निर्णय को दिशा दी।