सुनिता विलियम्स: भारतीय जड़ें वाली नासा की मशहूर महिला astronaut

क्या आप कभी सोचा है कि भारत से निकली एक लड़की कैसे अंतरिक्ष में पहुंच गई? सुनिता विलियम्स, जिनका जन्म कैलिफ़ोर्निया में हुआ था लेकिन माँ के भारतीय मूल के कारण उनका दिल हमेशा भारत से जुड़ा रहा, वही नाम है जो कई लोगों को प्रेरित करता है। इस लेख में हम उनके बचपन, शिक्षा और NASA में करियर की कहानी सरल शब्दों में बताएंगे, ताकि आप जल्दी‑से समझ सकें कि उन्होंने क्या‑क्या हासिल किया।

सुनिता विलियम्स की शुरुआती ज़िन्दगी

सुनिता का जन्म 1965 में कैलिफ़ोर्निया के एक भारतीय परिवार में हुआ था। उनके पिता भारतीय थे और माँ अमेरिकन, इसलिए घर में दो भाषाएँ चलती थीं—हिंदी और अंग्रेज़ी। बचपन से ही वे सितारों को देखना पसंद करती थीं, अक्सर अपने पिता की मदद से टेलीस्कोप सेट करके आकाशीय पिंडों को देखते रहती थीं। स्कूल में विज्ञान के प्रोेजेक्ट्स हमेशा उनके लिए आसान रहे; एक बार उन्होंने खुद का छोटा रॉकेट बनाया और उसे लंच बॉक्स में रख कर उड़ाया था—साथियों ने बहुत सराहा।

कॉलेज में उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग पढ़ी, फिर अमेरिकी नौसेना (Navy) में शामिल हो गईं। यहाँ पर उन्हें पायलट ट्रेनिंग मिली और बाद में वे यूएसएवी के एयरोस्पेस टेस्ट पाइलट बनीं। इस अनुभव ने उनके लिए अंतरिक्ष यात्री बनने का रास्ता खोल दिया।

अंतरिक्ष में उनके प्रमुख मिशन

1998 में सुनिता को NASA ने आधिकारिक तौर पर astronaut के रूप में चुना। उनका पहला बड़ा मिशन 2006 का ‘STS‑116’ था, जहाँ उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) तक सप्लाई लेनदेन किया। इस दौरान उन्होंने दो बार एक साथ छह घंटे तक बिना सोए काम किया—ऐसा लग रहा जैसे आप पूरी रात जगरित रह कर काम करें।

सबसे प्रसिद्ध मिशनों में से एक था ‘Expedition 14’ (2006‑07) जिसमें उन्होंने कुल 195 दिन अंतरिक्ष में बिताए, वह समय तब तक महिला astronautों के लिए रिकॉर्ड बन गया। फिर ‘Expedition 33/34’ (2012‑13) में सुनिता ने दो साल लगातार स्पेसवॉक किया, जिससे उनका कुल स्पेसवॉक समय 50 घंटे से ऊपर पहुँच गया। यह आंकड़ा अभी भी कई महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

सुनिता न सिर्फ तकनीकी काम करती हैं, बल्कि अंतरिक्ष विज्ञान में अनुसंधान भी करती हैं। उन्होंने सौर पवन (Solar Wind) और पृथ्वी की चुंबकीय परत (Magnetosphere) को समझने वाले प्रयोगों में भाग लिया, जिससे NASA को भविष्य के मिशन प्लान करने में मदद मिली।

उनकी कहानी सिर्फ उपलब्धियों का संग्रह नहीं है; यह दिखाती है कि एक भारतीय मूल की लड़की भी विश्व स्तर पर पहचान बना सकती है। यदि आप विज्ञान या अंतरिक्ष यात्रा में रुचि रखते हैं तो सुनिता के इंटरव्यू और सार्वजनिक लेक्चर देख सकते हैं, जहाँ वे सरल भाषा में अपने अनुभव साझा करती हैं।

आप अगर उनके अपडेट्स फॉलो करना चाहते हैं, तो ‘सत्ता खबर’ पर नियमित रूप से उनके बारे में लेख पढ़ते रहें। यहाँ आपको नई जानकारी, इंटर्व्यू और आने वाले मिशनों की ताज़ा ख़बरें मिलेंगी—सब कुछ आसान भाषा में।

59वें जन्मदिन पर अंतरिक्ष में NASA की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने कैसे मनाया जश्न 21 सित॰

59वें जन्मदिन पर अंतरिक्ष में NASA की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने कैसे मनाया जश्न

NASA की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने 19 सितंबर 2024 को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर अपना 59वां जन्मदिन मनाया। इस विशेष दिन पर उन्होंने आवश्यक रखरखाव कार्य और वैज्ञानिक अध्ययन किए। उनकी वर्तमान मिशन जून 2024 में शुरू हुआ और फरवरी 2025 तक जारी रहेगा।

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