भगत सिंह जयंती पर योगी आदित्यनाथ का श्रद्धांजलि कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 सितंबर, 2024 को भगत सिंह जयंती के अवसर पर एक खास कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर कई अन्य नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी भगत सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। योगी आदित्यनाथ ने भगत सिंह के बलिदान और देशप्रेम को सलाम किया और कहा कि उनका त्याग और साहस सभी भारतीयों के लिए सदैव प्रेरणादायी रहेगा।
भगत सिंह: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायक
भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर, 1907 को बंगो, पंजाब (अब पाकिस्तान) में हुआ था। वह हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) के सदस्य थे और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। उनका जीवन केवल 23 वर्ष तक का रहा, लेकिन इतने कम समय में ही उन्होंने देशभक्ति और क्रांति का अद्वितीय उदाहरण पेश किया।
भगत सिंह ने अपने साथियों राजगुरु और सुखदेव के साथ मिलकर अंग्रेजों के खिलाफ कई क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम दिया। इनमें 1929 का असेम्बली बम कांड और अंग्रेज अधिकारी जे.पी. सॉन्डर्स की हत्या शामिल हैं। उनके इन संघर्षपूर्ण कृत्यों ने उन्हें औपनिवेशिक शासन के खिलाफ प्रतिरोध का प्रतीक बना दिया।
अमर शहीद भगत सिंह का योगदान
भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को 23 मार्च, 1931 को फांसी दी गई। उनकी फांसी ने पूरे देश को हिला दिया और स्वतंत्रता संग्राम को नई शक्ति दी। भगत सिंह के बलिदान ने उन सभी लोगों को प्रेरित किया जो स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे थे।
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि भगत सिंह का नाम इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उनका बलिदान हमें हर समय अन्याय के खिलाफ लड़ने और सच्चाई के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने यह भी कहा कि भगत सिंह जैसी शख्सियतों का जीवन हमें याद दिलाता है कि देशभक्ति केवल शब्द नहीं, बल्कि कर्म का विषय है।
भगत सिंह की विरासत: युवा पीढ़ी को सन्देश
भगत सिंह का जीवन और उनकी विचारधारा आज भी युवा पीढ़ी को प्रेरित करती है। उन्होंने अपने जीवन में जो आदर्श स्थापित किए, वे आज भी हमें सिखाते हैं कि हमें अन्याय के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और अपने देश के लिए कुछ करने की इच्छा रखनी चाहिए।
शिक्षाविद् और सामाजिक विश्लेषक भी कहते हैं कि भगत सिंह जैसे नेता हमें सिखाते हैं कि विचारधाराएं बदल सकती हैं लेकिन स्वतंत्रता और न्याय के प्रति समर्पण कभी नहीं बदलता। यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि हम भगत सिंह के विचारों का सम्मान करें और उन्हें आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाएं।
योगी आदित्यनाथ का संदेश
समारोह के अंत में, योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों से अपील की कि वे भगत सिंह जैसे शहीदों के आदर्शों का पालन करें और देश की उन्नति के लिए मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि भगत सिंह का जीवन और बलिदान हमें यह सिखाता है कि हमें किसी भी कीमत पर अपने देश और उसके नागरिकों के अधिकारों के लिए संघर्ष करना चाहिए।
इस प्रकार, भगत सिंह जयंती 2024 पर यूपी के मुख्यमंत्री ने उस महान स्वतंत्रता सेनानी को नमन किया, जिन्होंने अपने जीवन की बलि देकर देश को आजादी का रास्ता दिखाया। उनकी विरासत हमें हमेशा याद दिलाती रहेगी कि सच्चे देशप्रेम का अर्थ क्या होता है।
Rahul Tamboli
योगी जी ने भगत सिंह को नमन किया... अब बस एक चीज़ बाकी है - उनके विचारों को अपनाना। 🙏🔥
Garima Choudhury
ये सब नमन बस चुनाव से पहले का नाटक है भाई। जब तक यूपी में युवाओं को रोज़ाना गिरफ्तार नहीं बंद होगा तब तक भगत सिंह की आत्मा रोएगी।
Jayasree Sinha
भगत सिंह का बलिदान असली था। आज के नेताओं के नमन बस शो के लिए हैं। लेकिन फिर भी, इस नमन को स्वीकार करना चाहिए।
Nripen chandra Singh
देखो भगत सिंह ने अंग्रेज़ के खिलाफ लड़ा था ना और आज के नेता अपने ही देश के युवाओं के खिलाफ लड़ रहे हैं तो फिर ये नमन किसके लिए है यार कोई समझा सकता है क्या बात है ये देश की जिंदगी तो बस एक बड़ा नाटक है
Vaibhav Patle
ये बात सच है कि भगत सिंह का बलिदान हमें हमेशा प्रेरित करता है और योगी जी ने इसे याद दिलाया तो बहुत अच्छा हुआ अगर इस बात को सिर्फ एक बयान नहीं बल्कि एक नीति बना दिया जाए तो देश बदल जाएगा 💪❤️
Hira Singh
अच्छा हुआ कि कोई नेता उनके नाम को याद कर रहा है। ये देश के बच्चों के लिए एक अच्छा संदेश है। भगत सिंह की तरह हम भी बन सकते हैं।
RAKESH PANDEY
भगत सिंह ने न सिर्फ शहादत दी बल्कि एक नया विचारधारा भी छोड़ा जो आज भी प्रासंगिक है। उनके विचारों को शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल करना ज़रूरी है।
Prince Ranjan
योगी आदित्यनाथ का ये नमन बस एक शो है जो उनके चुनावी लाभ के लिए बनाया गया है। भगत सिंह को याद करने की बजाय उनके विचारों को दबाने की कोशिश की जा रही है। ये सब झूठ है।
Ramya Kumary
भगत सिंह के जीवन में एक गहरी सच्चाई थी - देशभक्ति शब्दों में नहीं, कर्मों में होती है। आज जब युवा लोग अपने भविष्य के लिए लड़ रहे हैं, तो उनकी आत्मा उन्हें साथ दे रही होगी।
Snehal Patil
ये सब नमन बहुत अच्छा है लेकिन अगर योगी जी ने अपने राज्य में युवाओं को गिरफ्तार करना बंद कर दिया होता तो वो असली भगत सिंह होते।
Suhas R
इन लोगों का ये नमन बस एक धोखा है। भगत सिंह ने अपने जीवन के लिए लड़ा था और आज इन लोगों ने अपने जीवन के लिए लड़ना बंद कर दिया है। ये सब नाटक है।
varun chauhan
भगत सिंह की याद में ये नमन अच्छा है। अगर ये बात सिर्फ एक बयान नहीं बल्कि एक नीति बन जाए तो देश बदल जाएगा 🙏
Sumit Bhattacharya
भगत सिंह के विचारों का अध्ययन आज के शिक्षा प्रणाली में नहीं है। उनके विचारों को बच्चों को सिखाना चाहिए। नमन तो हो रहा है लेकिन ज्ञान नहीं।
Nikita Gorbukhov
योगी जी ने भगत सिंह को नमन किया लेकिन उनके विचारों को दबाने के लिए युवाओं को गिरफ्तार कर रहे हैं। ये दोहरा चरित्र है। ये नमन बेमानी है।
Nitin Soni
ये नमन अच्छा है। लेकिन अगर हम भगत सिंह के जैसे युवा बनना चाहते हैं तो हमें भी अपने आसपास की अन्याय के खिलाफ खड़े होना होगा।
Pradeep Asthana
योगी जी को याद दिलाना चाहता हूं कि भगत सिंह ने अपने देश के लिए लड़ा था और आज आप उनके देश के युवाओं को गिरफ्तार कर रहे हैं। ये नमन बेमानी है।
Shreyash Kaswa
भगत सिंह का बलिदान अमर है। और योगी जी ने इसे सम्मानित किया। ये देश के लिए एक बड़ा प्रतीक है।