18वीं लोकसभा – ताजा ख़बरें और आसान समझ

नमस्ते! अगर आप भारत की राजनीति में रुचि रखते हैं तो 18वीं लोकसभा के बारे में जानना ज़रूरी है। यहाँ हम सरल भाषा में बतायेंगे कि ये क्या है, अभी कौन‑से बदलाव हुए हैं और आपके लिए सबसे जरूरी जानकारी क्या है।

18वीं लोकसभा क्या है?

लोकसभा भारत का सीनियर हाउस है जहाँ सांसदों को जनता से सीधा वोट मिलते हैं। 18वीं लोकसभा का चुनाव 2024‑25 में हुआ और अब इसका कामकाज चल रहा है। इस बार कई नई चेहरें, नए दल और कुछ अहम नियम बदले गए हैं जो संसद के माहौल को बदल रहे हैं।

लोकसभा के सदस्य पाँच साल के लिए चुने जाते हैं, लेकिन अगर सरकार का भरोसा नहीं बना रहता तो सत्र पहले भी खत्म हो सकता है। 18वीं लोकसभा में कुल 543 सीटें हैं, जिनमें से कुछ रिज़र्व्ड (शेड्यूल्ड कास्ट/ ट्राइब) हैं।

हालिया अपडेट और प्रमुख मुद्दे

अब बात करते हैं सबसे ताज़ा खबरों की। चुनाव के बाद कई गठबंधन बने, लेकिन अभी भी बंधन मजबूत नहीं है। इस कारण बजट चर्चा, कृषि सुधार और रोजगार योजना जैसे टॉपिक पर लगातार बहस चल रही है।

सबसे बड़ी कहानी यह है कि कुछ प्रमुख राज्यों में नई पार्टी ने पहली बार सीटें जीत कर इतिहास रचा। इससे सत्ता का संतुलन थोड़ा बदल गया, और विपक्षी पार्टियों को नया रणनीतिक सोच अपनाना पड़ा।

संसद में अभी तक कई बिल पास हो चुके हैं – जैसे डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर नई नीति, जो ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कवरेज बढ़ाने का वादा करती है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए सख्त नियम भी प्रस्तावित हुए हैं, लेकिन इनके विरोधी अभी भी आवाज़ उठाते दिख रहे हैं।

अगर आप वोटर हैं तो यह जानना जरूरी है कि आपका सांसद किस मुद्दे पर खड़ा है। अधिकांश सांसद अब सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और अपनी योजनाओं को सीधे जनता तक पहुंचा रहे हैं। इससे पारदर्शिता बढ़ी है, लेकिन कभी‑कभी गड़बड़ी भी देखने को मिलती है।

एक और दिलचस्प बात – 18वीं लोकसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व थोड़ा बढ़ा है। अब लगभग 20% सीटें महिला उम्मीदवारों ने जीत ली हैं, जिससे महिला अधिकारों पर चर्चा अधिक प्रामाणिक हो रही है।

आपको अगर इस सत्र के प्रमुख बिंदुओं की एक झलक चाहिए तो यहाँ कुछ मुख्य विषयों को नोट कर लें: बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ाना, रोजगार योजना का विस्तार, जल संसाधन संरक्षण, और डिजिटल इंडिया पहल को तेज़ करना।

भविष्य में कौन‑सी नई नीतियां आएंगी, यह अब संसद की चर्चा पर निर्भर करेगा। अगर आप नियमित रूप से सत्‍ता खबर पढ़ेंगे तो इन सभी अपडेट्स से हमेशा आगे रह पाएँगे।

तो बस, यही था 18वीं लोकसभा का आसान सारांश। आशा है आपको यह लेख मददगार लगा होगा और अब आप भारतीय राजनीति की इस नई लहर को समझने के लिए तैयार हैं।

भाजपा के भरतहरि महताब ने ली प्रोटेम स्पीकर की शपथ, 18वीं लोकसभा का सत्र प्रारंभ 24 जून

भाजपा के भरतहरि महताब ने ली प्रोटेम स्पीकर की शपथ, 18वीं लोकसभा का सत्र प्रारंभ

24 जून को भाजपा सांसद भरतहरि महताब ने 18वीं लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली। वह 26 जून को स्थायी स्पीकर के चुने जाने तक इस पद पर रहेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के शुरू होने से पहले उन्हें शपथ दिलाई। कांग्रेस ने उनकी नियुक्ति पर आपत्ति जताई है।

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