पूर्व भारतीय लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने आईपीएल 2023 के दौरान विराट कोहली और नवीन-उल-हक के बीच हुई गर्मा-गर्मी के बारे में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि कैसे गौतम गंभीर के 'होंठों पर उंगली' वाले इशारे से यह विवाद शुरु हुआ और उसके बाद क्या-क्या हुआ।
अमित मिश्र – भारत के बेहतरीन लेग स्पिनर की कहानी
अगर आप क्रिकेट पसंद करते हैं तो अमित मिश्र का नाम आपके दिमाग में जरूर आया होगा। वह एक ऐसे गेंदबाज हैं जिनकी रेंज और सटीकता ने कई बार मैचों को ही बदल दिया है। इस पेज पर हम उनके शुरुआती दिन, बड़े‑मोटे मोड़ और अब के दौर की जानकारी देंगे – बिना किसी जटिल शब्दों के, सिर्फ़ आसान भाषा में.
करियर का सफ़र
अमित ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय डेब्यू 2008 में किया था। शुरुआती वर्षों में उन्हें जगह बनाने में दिक्कत हुई, लेकिन लगातार मेहनत और धैर्य ने उनकी राह आसान कर दी। 2013 में उन्होंने भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पहली जीत दिलाई, जब उन्होंने दो विकेट लेग‑स्पिन से ली। तब से वह कई बार खेलों का मोड़ बदल चुके हैं – चाहे वो 2015 की विश्व कप क्वालीफायर्स हों या 2022 की T20 सीरीज़. उनके पास अभी तक 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट हैं और यह आँकड़ा लगातार बढ़ रहा है.
आधुनिक खेल में अमित मिश्रा की भूमिका
आज के क्रिकेट में तेज़ी का दौर है, लेकिन स्पिनरों की जरूरत पहले से भी ज़्यादा है। अमित ने अपने बॉल को ‘ड्राइव‑स्लाइड’, ‘किक‑ऑफ’ जैसे विविध मोड़ दिया है जिससे बल्लेबाज़ अक्सर दुविधा में पड़ जाते हैं। उनका सबसे बड़ा फायदा यह है कि वह दबाव वाले ओवरों में भी काबू बना लेते हैं, खासकर T20 और ODI फॉर्मेट में। जब टीम को विकेट चाहिए या रन की गति कम करनी हो, तो कप्तान आमतौर पर अमित को भरोसे से बुलाते हैं.
उनकी फ़िटनेस रूटीन भी काफी सख़्त है। सुबह के वर्कआउट, योग और नियमित स्पिनिंग प्रैक्टिस उनके खेल को लंबे समय तक टॉप लेवल पर रखती है। यही कारण है कि वह 30 की उम्र में भी युवा बॉलर की तरह तेज़ी से गेंद फेंकते हैं और फिर भी सटीकता बनाए रखते हैं. युवा खिलाड़ियों के लिए उनका स्टाइल एक मॉडल बन गया है – कैसे कड़ी मेहनत, अनुशासन और लगातार सीखना सफलता का रास्ता खोलता है.
अगर आप अमित मिश्र की फ़ॉलो‑अप चाहते हैं तो उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स और मैच हाइलाइट्स देख सकते हैं। हर नई सीज़न में वह नई रणनीति लेकर आते हैं – कभी बाउंस वाले बॉल, कभी फ्लैट डिलीवरी. इस बदलाव से दर्शकों को हमेशा कुछ नया देखने को मिलता है और विपक्षी टीम को अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है.
सारांश में, अमित मिश्रा सिर्फ़ एक स्पिनर नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट का वह स्तम्भ हैं जो हर मोड़ पर टीम को आगे बढ़ाता आया है। चाहे आप नए फैन हों या लंबे समय से उनके कामकाज के प्रशंसक, इस पेज पर मिलने वाली जानकारी आपको उनके खेल की गहरी समझ देगी और अगली बार जब वे मैदान में कदम रखेंगे तो आप उन्हें और भी करीब महसूस करेंगे.
