शरद् नवरात्रि 2025 में 30 सितंबर (दुर्गा अष्टमी) व 1 अक्टूबर (महा नवमी) को कुंजीयाँ पूजा के विशिष्ट मुहूर्त, रीति‑रिवाज और सामाजिक महत्व की विस्तृत जानकारी।
ड्रिक पंचांग – तिथियों और ग्रहों की सटीक जानकारी
जब आप ड्रिक पंचांग, एक डिजिटल हिंदू पंचांग है जो तिथि, नक्षत्र, सूर्य-चन्द्र की स्थिति और ग्रहों की गति को सटीक रूप से दर्शाता है. अक्सर इसे ड्रिक कैलेंडर कहा जाता है, जिससे आप शुभ कार्य, विवाह या निवेश के लिये सही समय चुन सकते हैं। साथ ही हिंदू कैलेंडर, परम्परागत भारतीय कैलेंडर प्रणाली जो चंद्रमा और सूर्य के चक्र पर आधारित है और लग्न, जन्म के समय सूर्य की स्थिति जो व्यक्तित्व और जीवन दिशा तय करती है भी ड्रिक पंचांग में शामिल होते हैं।
ड्रिक पंचांग समय निर्धारण को आसान बनाता है क्योंकि यह तिथि, नक्षत्र और ग्रह स्थितियों को एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर जोड़ता है। इस कारण ड्रिक पंचांग encompasses तिथि और नक्षत्र—एक ही तालिका में दोनों दिखती हैं। इसके अलावा, ड्रिक पंचांग requires सटीक ग्रह स्थिति डेटा ताकि दिक्कत‑रहित पंचांग निर्माण हो सके, इसलिए यह प्रमुख एएसटीरो‑डेटा प्रदाताओं के साथ सिंक करता है। हिन्दू कैलेंडर influences ड्रिक पंचांग के एल्गोरिद्म क्योंकि पारम्परिक चक्रवृद्धि तिथियों को डिजिटल रूप में बदलना इसका मुख्य कार्य है। नक्षत्र, सूर्य-चन्द्र सेटिंग और याग‑योजनाओं के बीच का संबंध समझना अब जटिल नहीं रहा; ड्रिक पंचांग इन सभी को एक साथ प्रस्तुत करता है, जिससे उपयोगकर्ता दैनिक जीवन में तुरंत लागू कर सके।
नीचे आप देखेंगे कि हमारे संग्रह में कौन‑से लेख इस पंचांग के विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं—जैसे आज की तिथि‑विशेष, शुभ मुहूर्त, राशियों के अनुसार निवेश सलाह और धार्मिक कार्यक्रमों की योजना। चाहे आप शादी की डेट ढूँढ रहे हों, व्यवसायिक लॉन्च का सही दिन चुनना चाहते हों, या बस रोज़मर्रा की तिथियों को समझना चाहते हों, इस पेज की सामग्री आपके लिए एक व्यापक संसाधन का काम करेगी। आगे पढ़ते हुए आप पाएँगे कि ड्रिक पंचांग कैसे आपके निर्णय‑लेने की प्रक्रिया को तेज़ और भरोसेमंद बनाता है।