Google ने 27 सितंबर 2025 को अपना 27वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया। विशेष डूडल में 1998 के मूल लोगो को पुनः दिखाया गया, जिससे शुरुआती दिनों की याद ताजा हुई। इस अवसर पर कंपनी ने iconic लोगो की रचनाकार रुथ केडर को भी सम्मानित किया। ब्राज़ील में जन्मी, इज़राइल और अमेरिका में बसे केडर की कहानी प्रेरणादायक है। डूडल में ‘Search on’ संदेश उपयोगकर्ताओं को नई खोजों के लिए प्रोत्साहित करता है।
Google डूडल – क्या है, क्यों खास है?
जब हम Google डूडल, Google के होमपेज पर रोज़ बदलता हुआ रचनात्मक चित्र. इसे अक्सर Google Doodle कहा जाता है, यह Google, सर्च इंजन और तकनीक कंपनी की ब्रांड पहचान को उजागर करता है और इंटरऐक्टिव आर्ट, डिजिटल इंटरैक्शन वाले कला रूप के साथ जुड़ा रहता है। इस टैग पेज पर हम डूडल की कहानी, उसके असर और उपयोगी टूल्स को समझेंगे।
Google डूडल का पहला कदम 1998 में हुआ, जब संस्थापक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने बेविलिंग मीटिंग में “Burning Man” के जश्न में एक साधारण टेक्स्ट लोगो बनाकर दिखाया। उस दिन Google डूडल ने “सर्च लॉगो को बदलना” की अवधारणा पेश की। तब से हर साल बड़े‑बड़े आयोजन – स्मारक जन्मदिन, राष्ट्रीय छुट्टी, खेल इवेंट और विज्ञान‑प्रौद्योगिकी उपलब्धियों – को मनाने के लिए डूडल बनते आए हैं। मुख्य विशेषताएँ: दैनिक बदलाव, थीम‑आधारित डिजाइन, स्थिर या एनीमेटेड फॉर्मेट, और कभी‑कभी इंटरैक्टिव गेम‑जैसे अनुभव. ये सब एक ही लक्ष्य को पूरा करते हैं – उपयोगकर्ता को खोज के साथ एक छोटा सा सरप्राइज देना।
डूडल का सांस्कृतिक असर और उपयोग
डूडल सिर्फ सजावटी नहीं, बल्कि शिक्षात्मक भी हैं। हर डूडल में अक्सर छोटे‑छोटे तथ्य, तस्वीरें या पज़ल होते हैं, जिससे लोग इतिहास, विज्ञान या कला के बारे में जल्दी‑से‑सिखा पाते हैं। उदाहरण के लिए, 2021 में “जनवरी 31 – जॉयस किंग” को मनाने वाला डूडल बच्चों को हेयरस्टाइल की एनीमेशन के जरिए सिखाता है। इसी तरह, 2020 के टोक्यो ओलम्पिक डूडल में इंटरैक्टिव लाइट‑ग्लो बॉल्स का प्रयोग किया गया, जिससे दर्शकों को खेल की ऊर्जा महसूस हुई। इन पहलुओं से Google की ब्रांड वैल्यू भी बढ़ी, क्योंकि उपयोगकर्ता अब इसे सिर्फ सर्च टूल नहीं बल्कि इंटरऐक्टिव आर्ट के माध्यम से रोज़ नई चीज़ें सीखते हैं।
डूडल बनाने की प्रक्रिया में ग्राफ़िक डिजाइनर, एनीमेटर, डाटा वैज्ञानिक और इतिहासकार मिलकर काम करते हैं। अक्सर वे उस दिन की घटना की रिसर्च करके, उसके मुख्य भाव को एक छोटी सी डिजिटल स्केच में बदलते हैं। ऐसा करने से कंपनियों को विज्ञापन खर्च कम करने में मदद मिलती है, क्योंकि डूडल खुद एक मुफ्त विज्ञापन बन जाता है। साथ साथ, सोशल मीडिया पर डूडल शेयर होने से ट्रैफ़िक भी बढ़ता है। इसलिए कई मार्केटिंग विशेषज्ञ कहते हैं, “डूडल एक सिंगल‑पेज कैंपेन से कहीं अधिक असर डालता है”।
अब आप सोच रहे होंगे, पुराने डूडल कहाँ देख सकते हैं? Google ने एक आधिकारिक डूडल आर्काइव बनाई है जहाँ 1998 से लेकर आज तक के सभी डूडल को तारीख, थीम और चित्र के साथ ब्राउज़ किया जा सकता है। इस आर्काइव में खोज शब्द, साल और इवेंट के आधार पर फिल्टर करने की सुविधा है, जिससे शोधकर्ताओं और कला प्रेमियों को अपनी जरूरत की जानकारी मिलती है। इसी तरह, कई थर्ड‑पार्टी वेबसाइटें भी डूडल को कॉलेजन शैली में पेश करती हैं, जहाँ आप डूडल को डेस्कटॉप बैकग्राउंड या मोबाइल वॉलपेपर के तौर पर डाउनलोड कर सकते हैं।
इस पेज पर आप अब तक के सबसे लोकप्रिय Google डूडल लेख, उनके पीछे की कहानी, और कैसे ये डूडल हमारे दैनिक इंटरनेट अनुभव को रंगीन बनाते हैं, पढ़ सकते हैं। नीचे सूचीबद्ध लेख आपको विभिन्न खेल, आर्थिक, सांस्कृतिक और तकनीकी इवेंट्स के डूडल से जुड़ी रोचक जानकारी देंगे। तो पढ़ें, सीखें और अगर आपको कोई खास डूडल पसंद आया तो उसे शेयर करना न भूलें।