सुंदर पिचाई – गूगल के सीईओ की कहानी

अगर आप टेक जगत की खबरें पढ़ते हैं तो सुंदर पिचाई का नाम जरूर सुनते होंगे। वह सिर्फ एक भारतीय नहीं, बल्कि दुनिया भर में सबसे बड़े सर्च इंजन, गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं। इस लेख में हम उनके करियर, प्रमुख उपलब्धियों और भारत में उनकी पहल पर नज़र डालेंगे।

करियर की मुख्य बातें

सुंदर पिचाई का जन्म 12 जुलाई 1972 को मद्रास (अब चेन्नई) में हुआ था। उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से स्टैंडर्ड ट्रीपल ए-डिग्री हासिल की – कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और एम.एस.सी. फिर वे सिलिकॉन वैली में गूगल के साथ जुड़े। शुरुआती दिनों में उन्होंने Chrome ब्राउज़र का प्रोजेक्ट संभाला, जो आज सबसे लोकप्रिय ब्राउज़रों में से एक है।

2015 में लैरी पेज ने सुंदर को गूगल के सीईओ बना दिया। तब से उनके अधीन कई बड़े बदलाव आए – सर्च एल्गोरिद्म का तेज़ी से अपडेट, क्लाउड सेवाओं की विस्तार और AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पर फोकस बढ़ा।

भारत में सुंदर पिचाई का योगदान

सुंदर पिचाई हमेशा भारत के टेक स्टार्टअप्स को सपोर्ट करने वाले रहे हैं। उन्होंने कई बार बताया कि भारतीय इंजीनियर्स गूगल के प्रोडक्ट्स में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। उनका मानना है कि भारत की युवा शक्ति और बड़ी भाषा विविधता AI विकास को नया दिशा दे सकती है।

गूगल ने भारत में डेटा सेंटर, AI रिसर्च लैब और कई स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किए हैं – सभी सुंदर पिचाई की रणनीति का हिस्सा हैं। इन पहलों से न सिर्फ नौकरी के अवसर बढ़े हैं, बल्कि स्थानीय कंपनियों को भी एंटरप्राइज़‑ग्रेड क्लाउड सेवाएं मिल रही हैं।

उनके नेतृत्व में गूगल ने 'मेमो' (Google Assistant) में कई भारतीय भाषाओं को जोड़ा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी डिजिटल पहुँच आसान हुई। इस पहल से हिंदी, तमिल और बंगाली जैसे भाषा‑भाषी उपयोगकर्ताओं की संख्या दोगुनी हो गई है।

AI के क्षेत्र में भी सुंदर पिचाई ने बड़ी योजनाएँ बनाई हैं। उन्होंने गूगल बर्ड (Bard) को भारतीय संदर्भ में बेहतर बनाने का लक्ष्य रखा, जिससे स्थानीय व्यवसायों को ग्राहक सेवा और डेटा एनालिटिक्स में मदद मिल सके। यह पहल छोटे‑मध्यम उद्यमों के लिए महत्त्वपूर्ण है।

समय-समय पर वह टेक इवेंट्स में हिस्सा लेते हैं – जैसे कि 'इंडिया डे' या विश्व भर की कॉन्फ्रेंसें, जहाँ वे भारत के डिजिटल भविष्य पर अपने विचार साझा करते हैं। उनके शब्दों से कई युवा उद्यमियों को प्रेरणा मिलती है और नई स्टार्टअप्स उभरते हैं।

संक्षेप में कहा जाए तो सुंदर पिचाई सिर्फ गूगल का सीईओ नहीं, बल्कि एक ग्लोबल टेक लीडर हैं जो भारत की तकनीकी क्षमताओं को विश्व स्तर पर ले जाने में मदद कर रहे हैं। उनके कदमों से जुड़ी खबरें हमेशा ट्रेंड करती रहती हैं और यह दिखाती हैं कि कैसे एक भारतीय ने वैश्विक मंच पर अपनी जगह बनाई है।

IIT खड़गपुर ने Sundar Pichai और Anjali Pichai को 'Distinguished Alumnus Award' से नवाजा 27 जुल॰

IIT खड़गपुर ने Sundar Pichai और Anjali Pichai को 'Distinguished Alumnus Award' से नवाजा

Google के CEO Sundar Pichai और उनकी पत्नी Anjali Pichai को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर द्वारा 'Distinguished Alumnus Award' से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार संस्थान द्वारा दिए जाने वाले उच्चतम सम्मानों में से एक है। Sundar Pichai ने 1993 में IIT खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया था। उन्होंने Google को दुनिया की सबसे बड़ी और प्रभावशाली प्रौद्योगिकी कंपनियों में से एक बनाया है। Anjali Pichai ने भी शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं।

आगे पढ़ें