पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों के कोटा प्रणाली को लेकर चल रही हिंसा के बीच असहाय लोगों को आश्रय देने का प्रस्ताव दिया है। ममता बनर्जी ने संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी प्रस्ताव का हवाला देते हुए यह कदम उठाने की बात कही है। उन्होंने अपनी 'शहीद दिवस' की रैली में इसका ऐलान किया तथा पश्चिम बंगाल के निवासियों से भी अनुशासन बनाए रखने की अपील की।
आश्रय: भारत में राहत व शरणस्थल की ताज़ा खबरें
आपने अभी‑अभी सुनाया होगा कि मुंबई में भारी बाढ़ ने कई क्षेत्रों को जलमग्न कर दिया, या कुछ प्रदेशों में शरणार्थियों के लिए नया आश्रय तैयार किया गया। यही कारण है कि आश्रय टैग पर हम रोज़ नई‑नई खबरें लाते हैं—चाहे वह प्राकृतिक आपदा की मदद हो, या सामाजिक मुद्दों से जुड़ी शरणस्थली की बात। इस पेज को पढ़ते ही आपको पता चल जाएगा कि किस जगह पर कौन‑सी सहायता उपलब्ध है और कैसे आप खुद भी मदद कर सकते हैं।
आश्रय के प्रमुख समाचार
पिछले हफ़्ते मुंबई में रिकॉर्ड बारिश हुई, जिससे 791 mm तक पानी गिरा। जलभराव ने कई सड़कों, ट्रेन‑फ्लाइट और ट्रैफ़िक को प्रभावित किया। इस दौरान सरकारी एजेंसियों ने अस्थायी आश्रय स्थापित किए, जहाँ बाढ़ से बचते लोग सुरक्षित रहे। इसी तरह उत्तराखंड में भी भारी बरसात के बाद गाँवों में अस्थायी शरण केंद्र बनाए गए। इनके बारे में विस्तृत रिपोर्ट हम यहाँ दे रहे हैं, ताकि आप ज़रूरतमंद लोगों को सही जानकारी दे सकें।
आश्रय से जुड़ी पहल और कैसे मदद करें
कई NGOs ने आश्रयों के लिए खाद्य, कपड़े और मेडिकल सप्लाई का आयोजन किया है। अगर आप दान देना चाहते हैं तो स्थानीय स्वयंसेवी समूहों या सरकारी पोर्टल पर सीधे योगदान कर सकते हैं। कुछ राज्यों में डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म भी लॉन्च किए गए हैं जहाँ आप अपनी मदद की उपलब्धता दर्ज कर सकते हैं—जैसे कि दिल्ली के ‘शरण‑सहायता ऐप’ से तुरंत राहत सामग्री भेजी जा सकती है।
आश्रय टैग पर मिलने वाली खबरें सिर्फ़ जानकारी नहीं देती, बल्कि आपको कार्रवाई का तरीका भी बताती हैं। चाहे आप स्वयंसेवक बनना चाहते हों या दान के ज़रिये मदद करना चाहें—हर छोटा कदम बड़ा फर्क डालता है। इसलिए हर बार जब आप इस पेज को देखेंगे, तो नवीनतम अपडेट को फॉलो करें और जरूरतमंदों तक पहुँचाने में अपना योगदान दें।
सत्ता खबर पर हम हर दिन नई‑नई राहत कहानियों को कवर करते हैं—आपके लिए सबसे भरोसेमंद स्रोत बनना हमारा लक्ष्य है। आश्रय से जुड़ी किसी भी खबर के बारे में आपके सवाल या सुझाव हों, तो नीचे कमेंट सेक्शन में लिखें। आपका फ़ीडबैक हमें बेहतर बनाने में मदद करेगा।